पटना,14 नवंबर (युआईटीवी)- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राज्य की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव और नया उत्साह भर दिया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने भारी बहुमत के साथ जीत की ओर मजबूत बढ़त बनाए रखी है,जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। चुनाव आयोग द्वारा जारी ताज़ा आँकड़ों के मुताबिक,भारतीय जनता पार्टी 90 सीटों पर आगे चल रही है,वहीं जेडीयू 84, लोजपा (रामविलास) 19 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस प्रकार एनडीए गठबंधन कुल मिलाकर लगभग 200 सीटों पर आगे चल रहा है,जो बहुमत के जादुई आँकड़ें 122 से कहीं अधिक है।
इस प्रचंड जनादेश के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जनता और सहयोगी दलों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने उनकी सरकार पर जो भरोसा जताया है,वह उनके लिए बेहद सम्मान की बात है। उन्होंने लिखा कि “बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राज्यवासियों ने हमें भारी बहुमत देकर हमारी सरकार के प्रति विश्वास जताया है। इसके लिए राज्य के सभी सम्मानित मतदाताओं को मेरा नमन,हृदय से आभार एवं धन्यवाद।” उनके इस संदेश से साफ झलकता है कि उन्होंने इस जीत को जनता के भरोसे और गठबंधन की एकजुटता का परिणाम माना है।
नीतीश कुमार ने अपने संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति भी विशेष आभार जताया। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री ने चुनाव में जो सहयोग और समर्थन दिया,उसकी बदौलत एनडीए मजबूती से जनता के बीच पहुँच पाया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनसे मिले सहयोग के लिए उनका नमन करते हुए हृदय से आभार एवं धन्यवाद।” यह बयान स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि चुनाव प्रचार से लेकर रणनीति तक,प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका एनडीए की इस सफलता में केंद्रीय रही है।
मुख्यमंत्री ने एनडीए के सहयोगी दलों का भी पूरा सम्मान करते हुए उन्हें जीत का श्रेय दिया। उन्होंने चिराग पासवान,जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा का नाम लेते हुए कहा कि उनकी एकजुटता ने इस जीत को संभव बनाया। उन्होंने लिखा, “एनडीए गठबंधन ने इस चुनाव में पूरी एकजुटता दिखाते हुए भारी बहुमत हासिल किया है। इस भारी जीत के लिए एनडीए गठबंधन के सभी साथियों,चिराग पासवान,जीतन राम मांझी एवं उपेंद्र कुशवाहा को भी धन्यवाद एवं आभार। आप सबके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगा तथा बिहार देश के सबसे ज्यादा विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल होगा।” इस वक्तव्य से स्पष्ट है कि नीतीश कुमार आने वाले वर्षों में गठबंधन राजनीति को मजबूत करते हुए विकास को प्राथमिकता देने का इरादा रखते हैं।
सीएम के इस संदेश के बाद,एनडीए के प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आने लगीं। केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने भी एनडीए के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा कि बिहार की जनता ने विकास,विश्वास और स्थिरता के पक्ष में फिर से जनादेश दिया है। चिराग पासवान ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, “यह देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वास और मेरे विजन ‘बिहार फर्स्ट,बिहारी फर्स्ट’ की जीत है। बिहार की जनता ने एक बार फिर विकास,विश्वास और स्थिरता के पक्ष में जनादेश दिया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए की यह प्रचंड जीत हर उस नागरिक की जीत है,जो बिहार के बेहतर भविष्य की उम्मीद के साथ ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के संकल्प को समर्थन दे रहा है। चिराग पासवान के अनुसार,यह जीत बिहार के लोगों के विश्वास,पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और एनडीए नेतृत्व की निष्ठा का परिणाम है।
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को भी बधाई देते हुए कहा कि वे सभी बिहार के भविष्य को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। उन्होंने अपने संदेश में लिखा कि वह आश्वस्त हैं कि लोजपा (रामविलास) के सभी विधायक उनके पिता और पार्टी संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के सिद्धांतों पर चलते हुए राज्य के हर तबके और हर क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करेंगे। उनकी इस टिप्पणी से यह भी संकेत मिलता है कि लोजपा अपने जनाधार को और मजबूत करने और एनडीए के भीतर अपनी जिम्मेदारी को और बेहतर तरीके से निभाने की तैयारी में है।
इधर,भाजपा और जेडीयू के समर्थकों और कार्यकर्ताओं में भी भारी उत्साह देखने को मिला है। नतीजों के रुझानों के बाद पटना में विभिन्न स्थानों पर एनडीए समर्थकों द्वारा जश्न मनाया गया। भाजपा कार्यालय में ढोल-नगाड़ों के साथ कार्यकर्ताओं ने रुझानों को देखते हुए मिठाइयाँ बाँटीं। जेडीयू के कार्यकर्ताओं में भी जोश देखने को मिला,क्योंकि यह नतीजे पार्टी के लिए राजनीतिक मजबूती का संकेत दे रहे हैं।
बिहार में इस बार का चुनाव विकास,रोजगार,कानून-व्यवस्था और सामाजिक न्याय जैसे प्रमुख मुद्दों पर लड़ा गया था। एनडीए द्वारा किए गए वादे,केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएँ और गठबंधन की मजबूती लोगों को आकर्षित करती दिख रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की मजबूत चुनावी रणनीति और नीतीश कुमार के प्रशासनिक अनुभव ने मिलकर इस जीत को संभव बनाया।
अब जब एनडीए लगभग 200 सीटों पर आगे है,तो यह स्पष्ट है कि बिहार में फिर एक बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। आने वाले दिनों में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी और सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि नीतीश कुमार अपने नए कार्यकाल में बिहार के विकास को किस गति से आगे बढ़ाते हैं। चुनाव परिणामों ने जनता की उम्मीदों को और बढ़ा दिया है और अब यह सरकार के सामने बड़ी जिम्मेदारी है कि वह अपने वादों को पूरा करे और बिहार को विकास की नई ऊँचाइयों की ओर ले जाए।

