राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी (तस्वीर क्रेडिट@SSSharma86)

60 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर ईओडब्ल्यू की कड़ी पूछताछ,नोटबंदी को बताया नुकसान का कारण

मुंबई,10 अक्टूबर (युआईटीवी)- बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा 60 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में लगातार आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू ) की पूछताछ का सामना कर रहे हैं। इस मामले ने हाल ही में नई गति पकड़ ली है,जब राज कुंद्रा ने जाँच के दौरान अपने बयान में नोटबंदी को परिवार के कर्ज में फँसने का कारण बताया।

मुंबई पुलिस ने बताया कि राज कुंद्रा से जाँच के दौरान पूछा गया कि वे इतनी बड़ी रकम चुकाने में असमर्थ क्यों रहे। कुंद्रा ने स्पष्ट किया कि नोटबंदी के कारण उनके व्यवसाय को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी,जो इलेक्ट्रिकल और घरेलू उपकरणों के व्यापार से जुड़ी है,इस संकट की वजह से घाटे में चली गई और 60 करोड़ रुपए की कर्ज रकम चुकाना असंभव हो गया।

राज कुंद्रा से यह दूसरी बार पूछताछ की गई है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि आने वाले हफ्तों में कुंद्रा को फिर से समन किया जाएगा और उन्हें पुनः जाँच के लिए बुलाया जाएगा।

बीते दिन शिल्पा शेट्टी से उनके घर पर पाँच घंटे तक पूछताछ की गई। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान दोनों से कई दस्तावेज और वित्तीय लेन-देन से जुड़े कागजात जुटाए गए।

इस मामले में बॉम्बे कोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी की थी। शिल्पा शेट्टी के वकील ने कोर्ट से कोलंबो जाने की अनुमति (परमिशन) माँगी थी। इस पर कोर्ट ने पूछा कि क्या उन्हें कोई इवेंट का इनविटेशन मिला है। वकील ने कहा कि जब तक कोर्ट की इजाजत नहीं मिलेगी,इनविटेशन नहीं दिया जाएगा।

कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि पहले 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की रकम का भुगतान किया जाए,उसके बाद ही विदेश यात्रा पर विचार किया जाएगा। इससे साफ है कि शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा देश छोड़कर नहीं जा सकते,जब तक मामला पूरी तरह सुलझ नहीं जाता। इस मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी।

जाँच के दौरान राज कुंद्रा ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने पेशेवर कामकाज के लिए बिपाशा बसु,नेहा धूपिया और एकता कपूर को भुगतान किया था। अधिकारी इस बात की जाँच कर रहे हैं कि क्या इन लेन-देन में कोई अनियमितता हुई है या नहीं।

राज कुंद्रा के बयान से यह भी सामने आया कि कई बड़े बॉलीवुड नामधारी उनकी कंपनियों के साथ पेशेवर लेन-देन में जुड़े रहे हैं।

हालाँकि,जाँच के बीच,शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने सोशल मीडिया पर अपनी निजी जिंदगी की झलकियाँ भी साझा की हैं। उन्होंने करवाचौथ के खास मौके पर अपने प्रशंसकों को अपडेट किया।

शिल्पा ने अपने हाथों और पैरों पर मेहंदी लगवाई,जिसमें छोटे-छोटे कमल के फूल बने हुए थे। उन्होंने अपनी मेहंदी डिज़ाइन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं। इसके अलावा,उन्होंने सरगी की झलकियाँ भी साझा कीं,जिसमें खजूर और ढेर सारी मिठाई दिखाई दे रही हैं।

सामाजिक परंपरा के अनुसार,पंजाब में ब्रह्म मुहूर्त में सरगी खाना एक खास परंपरा है,जिसे घर की बड़ी महिला देती हैं। शिल्पा की ये झलकियाँ इस बात को दर्शाती हैं कि उन्होंने इस परंपरा को बनाए रखा।

60 करोड़ रुपए के इस धोखाधड़ी मामले में ईओडब्ल्यू की जाँच लंबे समय से जारी है। इस मामले में वित्तीय दस्तावेजों और लेन-देन का विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है।

पिछले कुछ महीनों में मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी के व्यापार में अनियमितताएँ हुई हैं,जिनकी वजह से बड़ी रकम गायब हो गई। ईओडब्ल्यू अब इन आरोपों की तह तक जा रही है।

राज कुंद्रा ने नोटबंदी को इस वित्तीय संकट का मुख्य कारण बताया। उनका कहना है कि नोटबंदी के बाद उनके बिजनेस को भारी घाटा हुआ और कर्ज चुकाना मुश्किल हो गया। कुंद्रा ने कहा कि यह एक अनपेक्षित स्थिति थी और वे हर संभव प्रयास कर रहे थे कि कर्ज का भुगतान किया जा सके।

इस मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी। इस दौरान ईओडब्ल्यू और कोर्ट दोनों ही दोनों पक्षों के दस्तावेज और बयानों की समीक्षा करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि कोर्ट की सख्त टिप्पणियों और सोशल मीडिया पर निजी जीवन की झलकियों के बीच शिल्पा और राज कुंद्रा के लिए कानूनी दबाव बढ़ता जा रहा है।

60 करोड़ रुपए के इस धोखाधड़ी मामले ने बॉलीवुड के दो बड़े नामों को कानूनी पचड़ों में फँसा दिया है। ईओडब्ल्यू की लगातार पूछताछ,कोर्ट की सख्त शर्तें और राज कुंद्रा का नोटबंदी का बचाव — यह सभी पहलू इस मामले को और जटिल बनाते हैं।

फिलहाल,शिल्पा और राज कुंद्रा अपनी निजी जिंदगी के छोटे-छोटे पलों को साझा कर रहे हैं,लेकिन कानूनी चुनौतियाँ अभी भी उनके सामने हैं। आने वाली सुनवाई इस मामले की दिशा तय करेगी और यह स्पष्ट करेगी कि 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएँगे।