नई दिल्ली,9 नवंबर (युआईटीवी)- दिसंबर के दूसरे सप्ताह में संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो सकता है और क्रिसमस (25 दिसंबर) से पहले समाप्त हो सकता है। लेकिन अभी तक इस बात की कोई भी औपचारिक घोषणा सरकार की औऱ से नहीं की गई है। वर्तमान में पाँच राज्यों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। जिसकी मतगणना 3 दिसंबर को होनी है। इसलिए शीतकालीन सत्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शुरू होने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। आम तौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह में संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो जाता है। लेकिन इस वर्ष अभी तक कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार इस बार दिसंबर के दूसरे सप्ताह में संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने की संभावना ज्यादा है।
इस बार मोदी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में सीआरपीसी,आईपीसी और इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह लेने वाले भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता विधेयक-2023,भारतीय न्याय संहिता विधेयक-2023 और भारतीय साक्ष्य विधेयक 2023 सहित कई अन्य लंबित विधेयकों को पारित करवाना चाहती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित विधेयक को भी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पारित करवाने का प्रयास करेगी। आचार समिति (एथिक्स कमेटी ) द्वारा सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ संसद सदस्यता रद्द करने की जो सिफारिश की गई है,अगर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इसे स्वीकार कर लेते हैं, तो संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान महुआ मोइत्रा के सदस्यता रद्द करने का प्रस्ताव भी लोकसभा में रखा जा सकता है।
