नई दिल्ली,14 मार्च (युआईटीवी)- नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीसरी बार विश्वास मत जीतने में कामयाबी हासिल किया है । 69 वर्षीय प्रचंड ने दिसंबर 2022 में पद संभालने के बाद से पिछले 14 महीनों में आज तीसरी बार विश्वास मत हासिल किया है।
अध्यक्ष देवराज घिमिरे ने बताया कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के पक्ष में 268 में से 157 वोट किए गए,जबकि 110 सांसदों ने उनके विपक्ष में वोट किया।
संसद सचिव ने कहा कि जब वोटिंग हो रही थी,उस वक्त सदन में 275 सदस्यों में से 268 सदस्य उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड को जिनका समर्थन हासिल था,उनमें राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी,नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (यूएमएल),सीपीएन (यूनिफाइड सोशलिस्ट) तथा कुछ स्वतंत्र सांसद शामिल थे।
इससे पूर्व,नेपाली कांग्रेस से पीएम प्रचंड ने अपना रास्ता अलग कर लिया था और एक नया गठबंधन कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ नेपाल सहित अन्य दलों के साथ किया था।
साल 2022 के दिसंबर महीने में सीपीएन-यूएमएल के समर्थन से पुष्प कमल दहल प्रचंड नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे,लेकिन उन्होंने महज दो महीने के भीतर इस गठबंधन को तोड़कर नेपाली कांग्रेस से हाथ मिला लिया था।
नेपाली कांग्रेस के समर्थन से पुष्प कमल दहल प्रचंड मार्च 2023 में दूसरी बार विश्वास मत हासिल कर मंत्रियों को पार्टी में से शामिल किया,लेकिन उनके रिश्ते नेपाली कांग्रेस के साथ अच्छे नहीं रहे।
नेपाली कांग्रेस से प्रचंड ने मार्च के पहले सप्ताह में अपना गठबंधन तोड़ कर अपना नया गठबंधन यूएमएल और दूसरी अन्य पार्टियों के साथ कर लिया। कुछ लोगों ने इस गठबंधन को बीजिंग समर्थित गठबंधन भी बताया।
यूएमएल चेयरमैन केपी ओली ने स्पष्ट कर दिया कि हाल में सत्ता में जो भी बदलाव हुए हैं,उसमें चीन की किसी भी प्रकार से कोई भी भूमिका नहीं रही है।
नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी सरकार के आने में चीन की भूमिका को लेकर जो भी कयास लगाए जा रहे थे,उसे केपी ओली ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “हम ही हैं, जिन्होंने यह गठबंधन बनाया है।”
सदन की बैठक को उन्होंने संबोधित किया और कहा कि आर्थिक विकास और राजनीतिक स्थिरता के लिए विश्वास मत हासिल करना अनिवार्य हो जाता है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने आगे कहा कि, मुझे आत्म सम्मान,राष्ट्रवाद और संप्रभुता पर गर्व का एहसास करने के लिए संसद के सहयोग की आवश्यकता है। सदन को मैं भरोसा दिलाता हूँ कि देश में आने वाले समय में औद्योगिक गतिविधियों और कई स्टर्टअप को बढ़ावा दिया जाएगा।
आगे उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर लोगों का विश्वास स्वशासन के शुरू होने से बहाल हुआ है। देश के प्रति लोगों का विश्वास स्वशासन और सार्वजनिक सेवा (पब्लिक सर्विस) की बदौलत ही मजबूत हुआ है।

