जयपुर,13 मई (युआईटीवी)- सोमवार को, जयपुर में ठंड की लहर दौड़ गई,जब पैंतीस स्कूलों को बम की धमकियों से निशाना बनाया गया,जो शहर को दहलाने वाले विनाशकारी सिलसिलेवार बम विस्फोटों की 16वीं बरसी के साथ मेल खाता था। डीपीएस और एमपीएस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रिंसिपल तब हिल गए,जब उनके इनबॉक्स में धमकी भरे ईमेल आए,जिसमें उनके स्कूल परिसर में विस्फोटक रखे जाने की चेतावनी दी गई थी। तत्परता दिखाते हुए,सभी स्कूलों को खाली कराना शुरू कर दिया गया।
त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए,छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए,पुलिस टीमें और बम निरोधक दस्ते प्रत्येक स्थान पर जुट गए। जैसे ही जाँच शुरू हुई,अधिकारियों ने इन खतरनाक ईमेलों की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत की।
जयपुर समेत देशभर के 12 हवाईअड्डों को इसी तरह की धमकियाँ मिलने के बाद आशंका बढ़ गई है। शहर पर एक बार फिर आतंक का साया मँडराता नजर आ रहा है।
विद्याश्रम स्कूल में,भय तब सच हो गया जब टीमें सुबह 9:30 बजे परिसर में उतरीं और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसी तरह,तिलक नगर में एमपीएस स्कूल में कानून प्रवर्तन की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया देखी गई, जिससे अपने कर्मचारियों की निकासी सुनिश्चित हुई, हालाँकि राहत की बात यह थी कि छात्र संगठन पहले से ही ग्रीष्मकालीन अवकाश पर था।
अराजकता के बीच,अधिकारियों ने जयपुर के दुखद अतीत की सालगिरह पर होने वाली इन धमकियों के भयावह समय पर विचार किया। 2008 में समन्वित बम विस्फोटों की भयावह यादें, जिनमें कई लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए रहीं।
राजस्थान के डीजीपी यू.आर. साहू ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा,“अब तक,जयपुर के 35 स्कूलों ने धमकी भरे ईमेल प्राप्त होने की सूचना दी है। कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ सुबह से ही अथक परिश्रम कर रही हैं,अब तक किसी भी वास्तविक विस्फोटक के पाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं है। साइबर टीमें पूरी लगन से इन ईमेल के स्रोत का पता लगा रही हैं और हर कदम पर सरकार को सूचित कर रही हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।”
जैसे-जैसे जाँच जारी रही,शहर किनारे पर बना रहा,इतिहास के खुद को दोहराने की अस्थिर संभावना से जूझता रहा।
