संयुक्त राष्ट्र,23 जुलाई (युआईटीवी)- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र के चिह्न वाले वाहन को बांग्लादेश में दंगों के दौरान तैनात करने पर चिंता जताई है। एक रिपोर्टों में बताया गया कि बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के चिह्न वाले वाहन को अधिकारियों ने दंगों के दौरान तैनात किए थे,जिस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गंभीर चिंता जताई है।
एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के चिह्न वाले वाहनों के बारे में वहाँ मौजूद संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के कर्मचारियों ने रिपोर्ट देखी है,हो सकता है कि उसका इस्तेमाल पिछले कुछ दिनों में बांग्लादेश में जारी हिंसा के दौरान किया गया हो।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतीक चिन्ह का प्रयोग यूएन सैनिकों और पुलिस में योगदान देने वाले देशों को उसी समय करना चाहिए,जब संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना या संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक मिशन के तहत वे अनिवार्य रूप से काम कर रहे हों।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में संबंधित प्राधिकारियों को हमारे सहयोगियों की ओर से इस संबंध में हमारी गंभीर चिंता से अवगत करा दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में बांग्लादेश के पास 5 हजार 859 सैनिकों के साथ संयुक्त राष्ट्र चिह्न वाले वाहन और उपकरण हैं। अन्य देशों में इसका उपयोग किया जा सकता है,जहाँ उसके कर्मी विश्व संगठन के मिशनों पर तैनात हैं। वर्तमान संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में बांग्लादेश की ओर से तीसरा सबसे अधिक कर्मियों का योगदान दिया जा रहा है।
एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार 100 से अधिक लोग बांग्लादेश में हिंसा में मारे गए हैं और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं और इन रिपोर्टों से यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस बहुत चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण कम करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के रिपोर्ट को महासचिव ने देखा है। 48 घंटे के लिए छात्र समूहों द्वारा अपने आंदोलन को स्थगित करने के फैसले के बारे में रिपोर्ट को भी यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस देखी है।
प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने में ये दोनों फैसले सहायक होंगे। सभी पक्षों से उन्होंने हिंसा न करने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि इस मामले के समाधान के लिए सद्भावना से बातचीत करनी चाहिए।
