याह्या सिनवार

‘सिर में गोली,कटी हुईं अँगुलियाँ’ हमास प्रमुख सिनवार के पोस्टमार्टम से मौत की असली वजह आई सामने

यरुशलम,19 अक्टूबर (युआईटीवी)- इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में एक और महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब 16 अक्टूबर को इजरायली सेना ने हमास के एक बड़े नेता याह्या सिनवार को मार गिराया। यह घटना राफा में घटी, जहाँ इजरायल की सेना ने एक ऑपरेशन के दौरान सिनवार को इत्तेफाकन मार डाला। पिछले एक साल से इजरायल की सेना सिनवार की तलाश कर रही थी, जो अपने आतंकी हमलों और छिपने की रणनीति के कारण इजरायल का एक प्रमुख दुश्मन माना जाता था। उसकी मौत के बाद उसकी तस्वीरें और वीडियो दुनियाभर में वायरल हुईं और अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है, जिसमें उसकी मौत का कारण सिर में गोली लगना बताया गया है।

याह्या सिनवार को हमास के महत्वपूर्ण नेताओं में गिना जाता था। उसे ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास का मुखिया नियुक्त किया गया था। वह गाजा पट्टी में हमास की गतिविधियों का नेतृत्व करता था और इजरायल के खिलाफ हमलों की योजना बनाने में उसकी अहम भूमिका थी। पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले में भी सिनवार का नाम सामने आया था, जिसके बाद से इजरायल की सेना उसकी तलाश में जुटी हुई थी।

सिनवार का अधिकांश समय गाजा पट्टी में सुरंगों में बिताने की खबरें थीं, जहाँ वह अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करता था। इसके साथ ही वह अपने अंगरक्षकों के साथ नागरिकों को बंधक बनाकर ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। इजरायल की खुफिया एजेंसियाँ और सेना लगातार उसके ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रही थीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली सेना की 828वीं बिसलामैक ब्रिगेड 16 अक्टूबर को राफा के ताल अल-सुल्तान इलाके में गश्त कर रही थी। इसी दौरान गश्ती दल ने तीन आतंकवादियों की पहचान की और मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया। जब सेना ने शवों की पहचान की,तो उनमें से एक का चेहरा और डील-डौल याह्या सिनवार से काफी मिलता-जुलता लगा।

सिनवार के शव की पहचान सुनिश्चित करने के लिए इजरायली सेना ने एक उंगली काटकर उसका डीएनए परीक्षण किया। साथ ही, उसके दांतों का भी परीक्षण किया गया। इन दोनों परीक्षणों के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि मारा गया आतंकी याह्या सिनवार ही था। सिनवार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि उसकी मौत सिर में गोली लगने से हुई है। इसके अलावा, टैंक के गोले से लगी अन्य चोटों के निशान भी उसके शरीर पर पाए गए,लेकिन उसकी मौत का मुख्य कारण सिर में गोली लगना था।

इजरायल नेशनल सेंटर ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन के मुख्य रोगविज्ञानी चेन कुगेल ने सिनवार के डीएनए प्रोफाइल की पुष्टि की। जब सिनवार कैदी के रूप में इजरायल में सजा काट रहा था, उस समय उसका डीएनए प्रोफाइल तैयार किया गया था और उसी प्रोफाइल की तुलना उसके शव से प्राप्त नमूनों से की गई। प्रारंभिक पहचान के लिए सैनिकों ने पहले उसके दाँतों की जाँच की,लेकिन उसकी सही पहचान डीएनए परीक्षण से ही संभव हो पाई।

सोशल मीडिया पर इजरायली सैनिकों द्वारा घटनास्थल की तलाशी के कई वीडियो सामने आए। एक वीडियो में देखा गया कि दो इजरायली सैनिक एक शव के पास खड़े थे,जिसकी बाईं हाथ की तर्जनी उँगली कटी हुई थी। इस वीडियो को लेकर मीडिया में काफी चर्चाएँ हुईं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वीडियो में सिनवार के बाएँ हाथ की सभी पाँच उँगलियाँ कटी हुई दिखाई दे रही थीं और बाद में केवल एक उँगली गायब थी। हालाँकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि यह घटना किसी अन्य चाल का हिस्सा थी या नहीं।

सिनवार की मौत से हमास को एक बड़ा झटका लगा है। इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने सिनवार की मौत के बाद एक बयान में कहा, “हमने अपना बदला ले लिया है।” उन्होंने यह भी बताया कि सिनवार के कई साथी भी इस हमले में मारे गए हैं। काट्ज ने कहा कि सिनवार के मारे जाने के बाद अब हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को आजाद कराने की संभावनाएँ बढ़ गई हैं। इजरायल ने यह स्पष्ट किया है कि वे हमास के नेतृत्व को कमजोर करने के अपने अभियान को जारी रखेंगे और गाजा पट्टी में अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज करेंगे।

इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष के कारण गाजा शहर मलबों के ढेर में तब्दील हो चुका है। पिछले एक साल से इजरायल की सेना और हमास के बीच जंग थमी नहीं है। गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों और हमास के रॉकेट हमलों ने हालात को और खराब कर दिया है। इस संघर्ष में बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं।

इजरायल की सेना लगातार गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और हमास के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बना रही है। याह्या सिनवार की मौत इस दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, लेकिन इससे हमास का संघर्ष खत्म नहीं होगा। हमास ने इजरायल के खिलाफ अपना अभियान जारी रखने का संकल्प लिया है और यह संघर्ष फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा।

याह्या सिनवार की मौत इजरायल-हमास संघर्ष में एक महत्वपूर्ण घटना है। इजरायल की सेना ने पिछले एक साल से जारी इस संघर्ष में एक बड़े दुश्मन को मार गिराया है, जिससे हमास को गहरा झटका लगा है। हालाँकि, इस घटना से गाजा पट्टी में शांति की संभावना कम ही दिख रही है। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष की जड़ें गहरी हैं और ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस संघर्ष का क्या रूप होता है। इजरायल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह हमास के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों को जारी रखेगा, जबकि हमास ने भी अपनी लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया है।