नई दिल्ली,6 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय ओलंपिक संगठन (आईओए) ने 1 अक्टूबर को औपचारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के फ्यूचर होस्ट कमीशन को पत्र लिखकर 2036 में ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों की मेजबानी में भारत की रुचि को व्यक्त किया है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का हिस्सा है,जिन्होंने कई अवसरों पर 2036 ओलंपिक और पैरालिंपिक के भारत में आयोजन का समर्थन किया है। पीएम मोदी का मानना है कि इस आयोजन से देश में आर्थिक विकास,सामाजिक प्रगति तथा युवा सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नई दिल्ली में पेरिस ओलंपिक एथलीटों से भी बातचीत की थी और उनसे 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए सुझाव माँगे थे। पीएम मोदी ने उस समय एथलीटों से कहा था कि, “भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है और इस संबंध में पिछले ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले चुके एथलीटों की राय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने एथलीटों से आग्रह किया कि वे अपने अनुभवों और सुझावों को सरकार तक पहुँचाए ताकि 2036 ओलंपिक की तैयारी बिना किसी कमी के की जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल मुंबई में 141वें आईओसी सत्र के दौरान भी भारत की मेज़बानी की रुचि को स्पष्ट किया था। तब उन्होंने कहा था कि, “भारत 140 करोड़ लोगों का देश है और हम 2036 में ओलंपिक की मेज़बानी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यह हमारे देश का पुराना सपना है और हम इसे साकार करने के लिए काम कर रहे हैं। आपके सहयोग और समर्थन से 140 करोड़ भारतीयों के पुराने सपने और आकांक्षा को साकार करना होगा।
2036 ओलंपिक खेलों की मेज़बानी में रुचि दिखाने वाले 10 देशों में भारत भी शामिल है। आईओसी ने इस संबंध में नवंबर 2022 में भारत समेत कई देशों के साथ चर्चा शुरू की थी। इनमें इंडोनेशिया (नुसंतारा),मेक्सिको (मेक्सिको सिटी, ग्वाडलाजारा-मोंटेरे-तिजुआना),मिस्र (नई प्रशासनिक राजधानी),दक्षिण कोरिया (सियोल-इंचियोन),तुर्की (इस्तांबुल),भारत (अहमदाबाद) और पोलैंड (वारसॉ, क्राको) शामिल है। आईओसी ने नवंबर 2022 में इन देशों के साथ चर्चा शुरू की थी और इनमें से हर देश ने 2036 ओलंपिक की मेज़बानी की अपनी योजना प्रस्तुत की है।
इस तरह,भारत ने 2036 ओलंपिक की मेज़बानी के लिए अपनी गंभीरता को स्पष्ट किया है और अब बाकी देशों के साथ प्रतिस्पर्धा में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।