नई दिल्ली,9 दिसंबर (युआईटीवी)- एडिलेड टेस्ट में मोहम्मद सिराज और ट्रैविस हेड के बीच हुई भिड़ंत के घटना के बाद,अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी ) ने कड़ा रुख अपनाते हुए इस मामले पर शिकंजा कसा है। यह घटना तब हुई जब ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच एडिलेड ओवल में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच गर्मागरम बहस हुई, जिससे मैच में थोड़ी खलबली मच गई। इस घटना के बाद आईसीसी ने अपनी आचार संहिता के तहत दोनों खिलाड़ियों से बयान माँगे और इस मामले की जाँच शुरू की।
यह घटना भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रैविस हेड के बीच हुई,जब मैच के दौरान दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। इसे लेकर क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच काफी चर्चाएँ शुरू हो गईं। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब सिराज ने हेड को एक बाउंसर डाला और हेड ने उसे खेलते हुए एक शॉट मारा। इसके बाद दोनों के बीच शब्दों का आदान-प्रदान हुआ,जो धीरे-धीरे बढ़ता चला गया।
इस घटना के बाद, आईसीसी ने तुरंत ही इस मामले की जाँच शुरू की और दोनों खिलाड़ियों को अपनी रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा। आईसीसी की आचार संहिता के अनुसार,इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाता है,क्योंकि यह क्रिकेट के खेल की मर्यादा और शांति को प्रभावित कर सकती है। क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच असहमति और विवाद कभी-कभी खेल का हिस्सा बन सकते हैं, लेकिन आईसीसी का मानना है कि खिलाड़ी अपनी गरिमा बनाए रखें और किसी भी तरह की अनावश्यक अशांति से बचें।
इसके अलावा,भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी इस मामले पर बयान जारी किया और कहा कि सिराज ने अपने प्रदर्शन और खेल भावना के द्वारा भारतीय क्रिकेट को गर्व महसूस कराया है। बोर्ड ने यह भी कहा कि वे इस मामले की पूरी तरह से जाँच करेंगे और खिलाड़ियों को उचित दिशा-निर्देश देंगे।
Don’t Ever Change Siraj we need this attitude & aggression!
The people hating on this are clowns or not indian fans. #INDvsAUS #Siraj
— 𝐀𝐥𝐛𝐞𝐥𝐚🇵🇸 (@iamAlbela_) December 7, 2024
मोहम्मद सिराज, जो भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं, ने इस पूरे विवाद में अपने पेशेवर दृष्टिकोण को बनाए रखा। सिराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह हमेशा अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करते हैं और किसी भी प्रकार की बहस में शामिल नहीं होते। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने विरोधियों का सम्मान करते हैं और किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी या विवाद से बचने की कोशिश करते हैं।
दूसरी ओर,ट्रैविस हेड ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि मैदान पर ऐसी घटनाएँ कभी-कभी हो जाती हैं, लेकिन उनका उद्देश्य खेल को गंभीरता से खेलना है और किसी भी प्रकार के विवाद से बचने की कोशिश करते हैं। हेड ने इसे एक सामान्य सी घटना करार दिया और कहा कि उन्होंने सिराज से किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं रखी थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि इस प्रकार की घटनाएँ मैच से बाहर रहें और क्रिकेट को सकारात्मक रूप में ही देखा जाए।
आईसीसी ने इस मामले में दोनों खिलाड़ियों के व्यवहार पर विचार किया और निर्णय लिया कि यह एक सामान्य विवाद था और इसमें किसी भी प्रकार की गंभीर आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। हालाँकि, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए दोनों बोर्डों से इस बात की उम्मीद की जाती है कि वे अपने खिलाड़ियों को खेल भावना और शिष्टाचार के महत्व को समझाएँ।
इस घटना के बाद,क्रिकेट की दुनिया में यह चर्चा का विषय बन गया कि कैसे खिलाड़ियों को मैच के दौरान एक दूसरे से विवाद करने से बचना चाहिए और खेल की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। साथ ही, यह भी माना जा रहा है कि आईसीसी और क्रिकेट बोर्डों को ऐसी घटनाओं के लिए सख्त नियम और दिशानिर्देश बनाने चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कम किया जा सके।
समग्र रूप से, एडिलेड टेस्ट में मोहम्मद सिराज और ट्रैविस हेड के बीच हुई घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि क्रिकेट केवल एक खेल नहीं है,बल्कि यह मानसिकता,खेल भावना और शिष्टाचार का भी मामला है। दोनों देशों के बोर्डों और आईसीसी ने इस मुद्दे पर संजीदगी से विचार किया और खिलाड़ी भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए क्रिकेट के खेल को सम्मान देने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।
