बैंकॉक,30 मार्च (युआईटीवी)- म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के झटकों ने थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है,16 लोग घायल हुए हैं और 101 लोगों के लापता होने की सूचना है। थाईलैंड के आपदा रोकथाम और शमन विभाग (डीडीपीएम) के मुताबिक, बैंकॉक और दो अन्य प्रांतों को आपातकालीन आपदा क्षेत्र घोषित किया गया है। डीडीपीएम के महानिदेशक फासाकॉर्न बूण्यालक ने बताया कि भूकंप से थाईलैंड के 14 प्रांतों में नुकसान की सूचना मिली है। अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है और राहत कार्यों का सिलसिला जारी है।
यह भूकंप शुक्रवार दोपहर म्यांमार के मध्य भाग में आया,जिसके बाद थाईलैंड के 57 प्रांतों में झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद लोगों में भारी दहशत फैल गई और बैंकॉक में कई दफ्तरों,रिहायशी इमारतों और कॉन्फ्रेंस सेंटरों को खाली कराकर लोग सड़कों और पार्कों में आ गए। बैंकॉक में लोगों की सुरक्षा के लिए मेट्रो और स्काईट्रेन सेवाएँ भी बाधित हो गईं,जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। हालाँकि,अधिकांश ट्रेन सेवाएँ शनिवार सुबह तक सामान्य हो गईं, जिससे लोगों को राहत मिली।
भूकंप राहत कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने कहा कि हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और झटकों की तीव्रता भी कम हो रही है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है और प्रभावित इलाकों में सभी जरूरी सुविधाएँ मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दूसरी ओर,म्यांमार में भूकंप ने जबरदस्त तबाही मचाई है। म्यांमार की राज्य प्रशासन परिषद की सूचना टीम के अनुसार,इस भूकंप में अब तक एक हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं,जबकि 2,376 लोग घायल हुए हैं और 30 लोग अभी भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं,लेकिन यातायात और संचार नेटवर्क बुरी तरह से प्रभावित होने के कारण राहत अभियान में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
म्यांमार में भूकंप का केंद्र सगाइंग क्षेत्र था,जहाँ भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई। इसके बाद 12 आफ्टरशॉक्स (2.8 से 7.5 तीव्रता के बीच) महसूस हुए,जिससे हालत और बिगड़ गए। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में मंडालय,बागो,म्यागवे,उत्तरी शान राज्य,सगाइंग और नेप्यीदा शामिल हैं। इन इलाकों में इमारतों के गिरने,मलबा ढहने और संरचनाओं को भारी नुकसान होने की खबरें आई हैं।
भूकंप के बाद राहत कार्यों में देरी होने की मुख्य वजह यातायात और संचार नेटवर्क का प्रभावित होना था। हालाँकि,राहत दल तेजी से घटनास्थल पर पहुँचने का प्रयास कर रहे हैं और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन और सेना के जवानों के अलावा अंतर्राष्ट्रीय राहत संगठन भी म्यांमार के प्रभावित क्षेत्रों में सहायता भेज रहे हैं।
इस भूकंप ने म्यांमार और थाईलैंड में व्यापक तबाही मचाई है और इन देशों के नागरिकों के लिए यह एक कठिन समय है। भूकंप के बाद दोनों देशों में राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं,ताकि प्रभावितों को जल्द-से-जल्द मदद मिल सके। इस संकट के समय,भारत और अन्य देशों द्वारा मानवीय सहायता भेजी जा रही है,जिससे प्रभावित क्षेत्रों में मदद की जा सके।
