आधार

130 करोड़ से अधिक का ट्रांजैक्शन आधार फेस ऑथेंटिकेशन माध्यम से हो चुके हैं : केंद्र सरकार

नई दिल्ली,2 अप्रैल (युआईटीवी)- 130 करोड़ से अधिक का लेनदेन आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन के माध्यम से हो चुके हैं, जिसमें से 102 करोड़ वित्त वर्ष 2024-25 में दर्ज किए गए हैं। अक्टूबर 2022 में आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन को शुरू किया गया था।

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा विकसित आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन ने ट्रांजैक्शनों में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। इस प्रणाली के माध्यम से अब तक हुए कुल लेनदेन में से 78 प्रतिशत लेनदेन अकेले वित्त वर्ष 2024-25 में दर्ज किए गए हैं। यह तकनीकी समाधान अक्टूबर 2022 में शुरू किया गया था और इसके बाद से इसके उपयोग में तेजी से वृद्धि हुई है।

आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन का उद्देश्य आधार संख्या धारकों के लिए सरल और सुरक्षित तरीके से पहचान सत्यापित करना है। अब तक इस सिस्टम के जरिए लगभग 130.5 करोड़ लेनदेन किए जा चुके हैं, जिनमें से 102 करोड़ लेनदेन केवल वित्त वर्ष 2024-25 में दर्ज किए गए हैं। इसका बढ़ता उपयोग दर्शाता है कि लोग इसे तेजी से अपना रहे हैं और आधार धारकों को इससे लाभ हो रहा है।

आईटी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आधार फेस ऑथेंटिकेशन की बढ़ती लोकप्रियता और उपयोग यह दर्शाता है कि लोग इस प्रणाली में विश्वास कर रहे हैं और इसे अपनी पहचान सत्यापित करने के एक प्रमुख उपकरण के रूप में अपना रहे हैं। मंत्रालय ने यह भी उल्लेख किया कि अकेले जनवरी-मार्च 2024 की अवधि में 39.5 करोड़ ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड किए गए थे। इस दौरान मार्च महीने में 15.25 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए,जो इस सिस्टम की बढ़ती लोकप्रियता का एक स्पष्ट संकेत है।

मंत्रालय ने कहा कि, “यह उपलब्धि फिनटेक,फाइनेंस,दूरसंचार समेत विभिन्न क्षेत्रों में इस नए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम के प्रति बढ़ते विश्वास और स्वीकृति को दिखाती है।” विभिन्न सरकारी योजनाओं में इसका उपयोग बढ़ रहा है,जिनमें पीएम आवास (शहरी),पीएम ई-ड्राइव,पीएम-जेएवाई,पीएम उज्ज्वला,पीएम किसान और पीएम इंटर्नशिप जैसी प्रमुख योजनाएँ शामिल हैं। ये सभी योजनाएँ लाभार्थियों तक सुचारू रूप से सेवाएँ पहुँचाने के लिए आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रही हैं।

मौजूदा समय में, सरकारी और निजी क्षेत्र की कुल 102 संस्थाएँ आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग कर रही हैं। यह एआई-आधारित प्रणाली एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म्स पर काम करती है और यह किसी भी वीडियो रीप्ले अटैक या असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए स्टैटिक फोटो ऑथेंटिकेशन प्रयासों से सुरक्षित है। इसका मतलब है कि इस प्रणाली में उच्च सुरक्षा मानक सुनिश्चित किए गए हैं,जिससे उपयोगकर्ताओं के डेटा की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।

इस ऑथेंटिकेशन प्रणाली की प्रमुख विशेषता यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को केवल फेस स्कैन के द्वारा अपनी पहचान सत्यापित करने की सुविधा देती है। इससे न केवल सत्यापन प्रक्रिया सरल हो जाती है,बल्कि इसके साथ ही उच्च सुरक्षा मानकों को भी बनाए रखा जाता है। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता को अपना चेहरा स्कैन करके आसानी से सत्यापित किया जा सकता है और यह प्रक्रिया काफी तेज और सुरक्षित है।

आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन ने कई सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को समय पर और सुरक्षित तरीके से सेवाएँ प्रदान करने में मदद की है। उदाहरण के तौर पर,पीएम किसान योजना और पीएम उज्ज्वला योजना जैसे कार्यक्रमों में इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है,ताकि लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित की जा सके और उनके लाभ पहुँचाने में कोई देरी न हो।

यह प्रणाली न केवल सरकारी योजनाओं में,बल्कि वित्तीय और दूरसंचार क्षेत्र में भी उपयोग हो रही है। वित्तीय लेनदेन,मोबाइल रिचार्ज,बिल भुगतान और अन्य सेवाओं में यह ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया तेजी से अपनाई जा रही है,जिससे इन क्षेत्रों में सुरक्षा और सुविधा दोनों में सुधार हो रहा है।

इसके अलावा,आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करने वाली संस्थाएँ और सरकारें यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं कि बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग केवल अधिकृत लेनदेन के लिए किया जाए और यह किसी भी तरह के धोखाधड़ी से बचने के लिए सुरक्षित रहे।

आधार फेस ऑथेंटिकेशन की सफलता ने यह साबित किया है कि तकनीकी समाधान न केवल सरकारी सेवाओं के वितरण को सरल और सुरक्षित बना सकते हैं,बल्कि नागरिकों के लिए एक सशक्त और पारदर्शी सेवा प्रणाली भी स्थापित कर सकते हैं। इसके बढ़ते उपयोग और लोकप्रियता को देखकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले समय में यह प्रणाली और भी अधिक क्षेत्रों में अपनी जगह बना सकती है,जिससे डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा सकता है।

इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह प्रणाली उपयोगकर्ताओं को बिना किसी अन्य साधन के सिर्फ चेहरे के जरिए अपनी पहचान सत्यापित करने का मौका देती है, जिससे न केवल सुरक्षा मजबूत होती है,बल्कि यह उपयोगकर्ताओं के लिए भी एक बहुत ही सरल और सुविधाजनक विकल्प बनता है।