लोक गायिका नेहा सिंह राठौर (तस्वीर क्रेडिट@wallofaditya)

पहलगाम हमले पर विवादित टिप्पणी करने वाली लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज

लखनऊ,28 अप्रैल (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इस बीच लोकगायिका और यूट्यूबर नेहा सिंह राठौर विवादों के घेरे में आ गई हैं। पहलगाम हमले को लेकर आपत्तिजनक और भ्रामक टिप्पणी करने के आरोप में उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है।

एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने जानकारी दी कि कवि अभय प्रताप सिंह उर्फ निर्भीक ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। अभय प्रताप सिंह का आरोप है कि नेहा ने 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए हमले पर अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से कई गलत और भड़काऊ टिप्पणियाँ कीं।

गौरतलब है कि इस हमले में विशेष रूप से हिंदू तीर्थयात्रियों को निशाना बनाते हुए उनकी धार्मिक पहचान पूछकर गोली मार दी गई थी,जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। ऐसे संवेदनशील मसले पर नेहा सिंह राठौर की टिप्पणियों ने देश की सामाजिक एकता और शांति व्यवस्था को चोट पहुँचाई है।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नेहा के देश विरोधी बयान पाकिस्तान में तेजी से वायरल हो रहे हैं। वहाँ की मीडिया ने उनके बयानों को भारत विरोधी प्रोपेगेंडा के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान में उनकी टिप्पणियों की सराहना भी हो रही है,जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका बयान भारत की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुँचाने में इस्तेमाल किया जा रहा है।

गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भी नेहा सिंह राठौर के खिलाफ लोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। विधायक ने आरोप लगाया है कि नेहा अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए देश के खिलाफ एक सुनियोजित प्रोपेगेंडा चला रही हैं और पाकिस्तान के लिए सहानुभूति का माहौल बना रही हैं।

विधायक का दावा है कि नेहा देश में आईएसआई एजेंट के तौर पर कार्य कर रही हैं और कट्टरपंथी विदेशी संगठनों से फंडिंग प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि नेहा की गतिविधियों से यह प्रतीत होता है कि वह भारत की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।

सोशल मीडिया पर देश विरोधी गतिविधियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने भी सख्त रुख अपनाया है। रामपुर के रहने वाले 19 वर्षीय युवक मोनिश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि मोनिश ने एक इंस्टाग्राम वीडियो पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ लिखकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

एसीपी सूरजपुर बीएस वीरकुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई। जाँच में सामने आया कि मोनिश आठवीं कक्षा तक पढ़ा है और फिलहाल एक सैलून में काम कर रहा था। सोशल मीडिया पर देश विरोधी टिप्पणी करने के चलते उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि भारत सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ अब देशद्रोही गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के मूड में हैं। सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे और भड़काऊ प्रचार को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा माना जा रहा है।

नेहा सिंह राठौर का मामला भी इस दिशा में एक उदाहरण बन सकता है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देश विरोधी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए और कड़े कानूनों की आवश्यकता महसूस हो रही है,ताकि राष्ट्रीय एकता और अखंडता को कमजोर करने वाली गतिविधियों पर तुरंत लगाम लगाई जा सके।

पहलगाम हमला पहले से ही पूरे देश को गहरे दुख और आक्रोश में डुबो चुका है। ऐसे में सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक टिप्पणी कर देश के घावों पर नमक छिड़कने की कोशिश करना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है,बल्कि देशद्रोह की श्रेणी में भी आता है।

नेहा सिंह राठौर और अन्य आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमों से यह संदेश गया है कि भारत की अखंडता के साथ खिलवाड़ करने वालों को अब कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। यह घटनाक्रम हमें यह भी सिखाता है कि सोशल मीडिया पर कोई भी टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी का बोध बेहद जरूरी है।