यरूशलम,31 मई (युआईटीवी)- गाजा पट्टी में जारी इजरायल-हमास संघर्ष एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज़ ने हमास को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि वह अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 60 दिनों के युद्धविराम समझौते को स्वीकार नहीं करता,तो उसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा।
यह चेतावनी उस वक्त सामने आई है,जब अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के लिए एक दो-चरणीय समझौते का प्रस्ताव रखा है।
इस समझौते के अनुसार,60 दिनों का युद्धविराम,पहले चरण में 10 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा किया जाना और 18 मृत बंधकों के शव लौटाए जाना तथा इसके बदले में इजरायल 1,236 फिलिस्तीनी कैदियों और 180 फिलिस्तीनियों के शव लौटाएगा।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इस प्रस्ताव को इजरायल ने औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है और अब गेंद हमास के पाले में है।
इजरायल रक्षा मंत्री कैट्ज़ ने अपने कार्यालय से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा, “हमने हमास को एक मौका दिया है या तो वह इस समझौते को स्वीकार करे या फिर उसे पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। इजरायल की सेना पूरे गाजा में जबरदस्त सैन्य अभियान चला रही है और हर इलाके में घुसपैठ की तैयारी के तहत समुद्र,वायु और ज़मीन से व्यापक हमले हो रहे हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब कोई भी क्षेत्र हमास के लिए सुरक्षित नहीं बचा है और इजरायल का लक्ष्य आतंकियों के नेटवर्क को पूरी तरह तबाह करना है।
गुरुवार और शुक्रवार को इजरायली सेना ने गाज़ा में बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी हमले किए। इन हमलों में कई आतंकियों को मार गिराया गया। साथ हुई इस हमले में हथियारों के भंडार,सुरंगें और ठिकानों को भी तबाह किया गया।
एक घटना में इजरायली सैनिकों पर दो रॉकेट लॉन्चरों से ग्रेनेड हमला भी किया गया, जिससे तीन सैनिक हल्की रूप से घायल हुए। सेना ने बताया कि इन ऑपरेशनों में हमास की सैन्य क्षमताओं को गंभीर क्षति पहुँचाई गई है और गाजा में अब कोई भी इलाका उनकी पकड़ में नहीं बचा है।
इजरायली सेना ने एक और अहम जानकारी साझा की है कि अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा किए गए हमले में कुल 251 इजरायली बंधक बनाए गए थे।
इनमें से अब तक 57 बंधक अब भी गाजा में मौजूद हैं। इनमें से 34 के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। इजरायल सरकार और सेना दोनों का कहना है कि इन बंधकों को छुड़ाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह प्रस्ताव भी इसी दिशा में एक प्रयास है।
इस पूरे घटनाक्रम में अमेरिका की भूमिका बेहद अहम रही है। राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने लगातार इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थता की है।व्हाइट हाउस के अनुसार,यह समझौता “स्थायी शांति और मानवीय राहत” की ओर पहला ठोस कदम हो सकता है। अमेरिका की तरफ से यह स्पष्ट संकेत है कि वह गाजा में लंबे समय तक चलने वाले युद्ध को समाप्त करना चाहता है।
गाजा संघर्ष एक ऐसे क्रांतिकारी मोड़ पर खड़ा है, जहाँ एक तरफ इजरायल युद्धविराम के लिए तैयार दिख रहा है,वहीं दूसरी ओर हमास पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इजरायल के रक्षा मंत्री की सीधी चेतावनी इस बात का संकेत है कि यदि यह समझौता नहीं होता,तो गाजा में सैन्य कार्रवाई और भी भीषण रूप ले सकती है।
अब देखना यह है कि हमास इस प्रस्ताव को स्वीकार करता है या नहीं, क्योंकि यह फैसला न केवल बंधकों की जिंदगी से जुड़ा है,बल्कि यह पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के भविष्य को भी तय करेगा।
