नई दिल्ली,14 जून (युआईटीवी)- भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर को इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले केंट में प्रशिक्षण सत्र के दौरान युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के साथ जीवंत और केंद्रित चर्चा करते हुए देखा गया। भारत ए मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जहाँ जायसवाल ने 24, 64, 17 और 5 रन बनाए,तो गंभीर ने सटीक सलाह दी। एचटी स्पोर्ट्स डेस्क और रेवस्पोर्ट्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार,दोनों ने एक नहीं,बल्कि दो लंबी बातचीत की,जिसमें बल्लेबाजी तकनीक और मानसिक दृष्टिकोण पर चर्चा की गई।
गंभीर के हस्तक्षेप का असर तुरंत ही देखने को मिला। बातचीत के बाद,जायसवाल बेहतर संयम के साथ नेट्स पर लौटे। उन्होंने अपने पहले के आक्रामक रवैये के बजाय एक स्थिर,अधिक नियंत्रित दृष्टिकोण अपनाया। अपनी तकनीक पर फिर से ध्यान केंद्रित करके,उन्होंने आवेगपूर्ण शॉट से परहेज किया और क्रीज पर बेहतर संतुलन बनाए रखा।
यह आदान-प्रदान एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हुआ है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के बिना,स्पॉटलाइट पूरी तरह से अगली पीढ़ी पर है। गंभीर ने खिलाड़ियों को अपने आराम क्षेत्र से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया है,खासकर इस दौरे के दौरान और केंट में निर्धारित बंद दरवाजे के भीतर इंट्रा-स्क्वाड गेम उस रणनीति को दर्शाता है।
गंभीर-जायसवाल की बातचीत कोच के व्यावहारिक,स्पष्ट दृष्टिकोण को रेखांकित करती है। इंग्लैंड दौरे के मँडराते समय और युवा कंधों पर अपेक्षाओं के भार के साथ, यह एक स्पष्ट संकेत है। मन को शांत रखें,अपने खेल को तेज करें। यह संतुलन आगे आने वाले चुनौतीपूर्ण टेस्ट मैचों में भारत की सफलता को परिभाषित कर सकता है।
