मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी (तस्वीर क्रेडिट@awesh29)

मुहर्रम पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अन्याय से लड़ने का किया आह्वान

नई दिल्ली,7 जुलाई (युआईटीवी)- राष्ट्र ने कर्बला की लड़ाई में किए गए बलिदानों के स्मरण और शोक के दिन मुहर्रम मनाया,इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अन्याय के खिलाफ खड़े होने और सत्य एवं बलिदान के मूल्यों को कायम रखने के महत्व को रेखांकित किया।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “मुहर्रम के इस पवित्र दिन पर, हम इमाम हुसैन और उनके साथियों के साहस और बलिदान को याद करते हैं। अत्याचार के खिलाफ़ उनका रुख़ अन्याय से लड़ने का एक शाश्वत सबक है। आइए हम सत्य,करुणा और एकता के मूल्यों को बनाए रखें।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए कहा, “मुहर्रम हमें उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई में किए गए अंतिम बलिदान की याद दिलाता है। आइए हम अपने समाज में न्याय,शांति और समानता की रक्षा करने का संकल्प लेकर कर्बला की भावना का सम्मान करें।”

इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम मुस्लिम समुदाय के लिए गहरा आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। 10वें दिन,जिसे आशूरा के नाम से जाना जाता है,वर्ष 680 ई. में पैगंबर मुहम्मद के पोते इमाम हुसैन और उनके अनुयायियों की शहादत का प्रतीक है।

विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुहर्रम के प्रति सम्मान व्यक्त किया तथा साहस,बलिदान और सामाजिक न्याय के मूल्यों पर चिंतन करने का आह्वान किया, जिसका प्रतीक मुहर्रम है।

कांग्रेस पार्टी का यह संदेश ऐसे समय में आया है,जब सामाजिक समानता और न्याय के इर्द-गिर्द राजनीतिक आख्यान राष्ट्रीय विमर्श को आकार दे रहे हैं। उनके बयानों को धर्मनिरपेक्षता और एकता के मूल्यों के साथ तालमेल बिठाने के प्रयासों के रूप में देखा जाता है,जो धार्मिक सीमाओं से परे ऐतिहासिक विरासतों से प्रेरणा लेते हैं।