नई दिल्ली/माले,26 जुलाई (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे पर शुक्रवार को मालदीव की राजधानी माले पहुँचे,जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। माले के वेलाना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने खुद अपनी पूरी कैबिनेट के साथ प्रधानमंत्री मोदी का शानदार अंदाज में स्वागत किया। इस अवसर पर वहाँ मौजूद लोगों ने गर्मजोशी से ‘मोदी, मोदी’ और ‘नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाए,जिससे पूरा माहौल भारत-मालदीव मैत्री के उत्साह से भर गया।
दौरे के पहले ही दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव की प्रसिद्ध पर्यावरणीय पहल ‘एक पेड़ माँ के नाम’ के तहत पौधारोपण किया। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ मौजूद थे। इस पहल का उद्देश्य मालदीव में हरित आवरण को बढ़ाना और पर्यावरणीय संरक्षण को प्रोत्साहित करना है। मालदीव सरकार का लक्ष्य इस पहल के तहत 50 लाख पेड़ लगाने का है और पीएम मोदी के इस पौधारोपण ने इस संकल्प को एक नई ऊर्जा दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने इस अनुभव को साझा करते हुए कहा, “भारत और मालदीव जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण की चुनौतियों को पूरी तरह समझते हैं। हम सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। माले में राष्ट्रपति मुइज्जू और मैंने पौधे लगाए,जिससे मालदीव सरकार की ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल और 50 लाख वृक्षारोपण के संकल्प को बल मिला।”
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी इस अवसर पर भारत के पर्यावरणीय नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि मालदीव, सीओपी33 के मेजबान के रूप में भारत का पूर्ण समर्थन करेगा। मुइज्जू ने कहा, “हम सफल और प्रभावशाली परिणामों की दिशा में वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व करने की भारत की क्षमता को पूरे विश्वास के साथ स्वीकार करते हैं। हमारे लोगों के बीच आपसी संबंध लंबे समय से मालदीव और भारत के बीच संबंधों की नींव रहे हैं।” राष्ट्रपति मुइज्जू की यह टिप्पणी इस बात का प्रमाण है कि भारत और मालदीव के बीच संबंध केवल कूटनीतिक या आर्थिक नहीं,बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय आधार पर भी गहरे हैं।
މޫސުމަށް އަންނަ ބަދަލުތަކާއި ތިމާވެއްޓަށް ލިބޭ ގެއްލުމުގެ ގޮންޖެހުންތައް އިންޑިއާ އާއި ދިވެހިރާއްޖެ ފުރިހަމައަށް ޤަބޫލުކުރޭ. އަދި، ދެމެހެއްޓެނިވި ގޮތެއްގައި އެޅޭނެ ފިޔަވަޅުތައް ކުރިއެރުވުމަށް ކުރެވެންހުރި އެންމެހާ މަސައްކަތްކުރުމަށް އަޅުގަނޑުމެންވަނީ އެއްބަސްވެފައި.
ރައީސް… pic.twitter.com/7BkqxttGMP
— Narendra Modi (@narendramodi) July 25, 2025
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने इसके बाद माले में नवनिर्मित रक्षा मंत्रालय भवन,धोशिमेना भवन का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। यह भवन भारत और मालदीव के मजबूत रक्षा और रणनीतिक सहयोग का प्रतीक है। उद्घाटन के दौरान मौजूद भीड़ ने प्रधानमंत्री मोदी का जबरदस्त स्वागत किया। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी अपनी गाड़ी से बाहर आए,वहाँ मौजूद लोगों ने उत्साहपूर्वक उनका अभिनंदन किया और ‘मोदी, मोदी’ के नारों से माहौल गूँज उठा। पीएम मोदी ने भी मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर जनता के अभिवादन का जवाब दिया। इस दौरान सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया।
मालदीव के रक्षा मंत्रालय भवन पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर भी लगाई गई थी, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की गईं। इसे भारत और मालदीव के बीच मजबूत होते रिश्तों का प्रतीक माना जा रहा है। उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच आपसी गर्मजोशी और सहयोग का भाव स्पष्ट रूप से देखने को मिला।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने इससे पहले एक संयुक्त प्रेस वार्ता को भी संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है। मालदीव भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और महासागर विजन दोनों में एक अहम स्थान रखता है। भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है। आपदा हो या महामारी,भारत हमेशा फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर साथ खड़ा रहा है। एसेंशियल कमोडिटी उपलब्ध कराने की बात हो या कोविड के बाद अर्थव्यवस्था को संभालना,भारत ने हमेशा साथ मिलकर काम किया है। हमारे लिए दोस्ती हमेशा पहले स्थान पर है।” प्रधानमंत्री मोदी के इन शब्दों ने भारत और मालदीव के बीच विश्वास और सहयोग की गहराई को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल कूटनीतिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है,बल्कि इससे दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग को भी नई दिशा मिलने की उम्मीद है। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए एक रणनीतिक दृष्टि से अहम देश है। चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करना चाहता है और यह दौरा उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा इस बात का भी प्रतीक है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। पर्यावरण,रक्षा,व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते संबंध दोनों देशों के लिए लाभदायक साबित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारत अपने मित्र देशों के साथ सहयोग को मजबूत करने और वैश्विक चुनौतियों का मिलकर सामना करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
पीएम मोदी का मालदीव दौरा भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) विजन की दिशा में एक और मील का पत्थर है। इससे न केवल भारत-मालदीव संबंधों में और मजबूती आएगी,बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति,स्थिरता और विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे ने एक बार फिर भारत की कूटनीतिक सक्रियता और पड़ोसी देशों के साथ उसके मजबूत संबंधों को वैश्विक मंच पर रेखांकित किया है।
