मैनचेस्टर,26 जुलाई (युआईटीवी)- इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्होंने टेस्ट इतिहास में सर गारफील्ड सोबर्स और जैक्स कैलिस के बाद करियर में 7,000 रन और 200 विकेट लेने का कीर्तिमान अपने नाम किया है। इस तरह वह ऐसा करने वाले दुनिया के तीसरे ऑलराउंडर बन गए हैं। स्टोक्स ने यह उपलब्धि अपने ही खास अंदाज में हासिल की,जिससे एक बार फिर उन्होंने साबित किया कि वह आधुनिक क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक हैं।
बेन स्टोक्स ने चौथे दिन अपनी पारी की शुरुआत में ही एक गगनचुंबी छक्का जड़ा और इंग्लैंड के स्कोर को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। उन्होंने 141 रनों की शानदार पारी खेली,जो उनके टेस्ट करियर में शतक लगाने के दो साल के लंबे इंतजार का अंत था। इससे पहले उनका आखिरी शतक जुलाई 2023 में एशेज सीरीज के दौरान आया था।
तीसरे दिन मांसपेशियों की ऐंठन से परेशान होकर 34 वर्षीय स्टोक्स कुछ देर के लिए मैदान से बाहर चले गए थे,लेकिन जब जेमी स्मिथ का विकेट गिरा,तो वह एक बार फिर क्रीज पर लौटे और आक्रामक अंदाज में खेलना शुरू किया। स्टोक्स ने मात्र 34 गेंदों पर तीन शानदार छक्के जड़े और अपने अंतिम 41 रन बनाए। जैसे ही वह अपनी पारी खत्म कर मैदान से बाहर गए,दर्शकों ने खड़े होकर तालियों के साथ उनका अभिवादन किया।
इंग्लैंड के लिए यह पारी बेहद खास रही। बेन स्टोक्स के अलावा जो रूट ने भी शानदार 150 रनों की पारी खेली,जिसने इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुँचाने में अहम योगदान दिया। सलामी बल्लेबाज बेन डकेट और जैक क्रॉली ने भी शानदार अर्धशतक लगाए और इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। इन सभी प्रदर्शनों की बदौलत इंग्लैंड ने 669 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड का यह पाँचवां सबसे बड़ा स्कोर है और बर्मिंघम में साल 2011 में भारत के खिलाफ बनाए गए 710/7 के स्कोर के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड ने नया इतिहास रचते हुए 669 रन बनाए,जिसने 1934 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए गए 9/627 के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया और घरेलू मैदान पर नया उच्चतम स्कोर दर्ज किया। इंग्लैंड की यह पारी 157 ओवरों तक चली,जिससे भारतीय गेंदबाजों के पसीने छूट गए।
भारतीय गेंदबाजों में रवींद्र जडेजा सबसे सफल रहे। उन्होंने 143 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह ने 33 ओवर डाले,जो उनके करियर में एक पारी में फेंके गए दूसरे सबसे ज्यादा ओवर हैं। मोहम्मद सिराज ने भी अच्छी गेंदबाजी की और 47 रन पर ब्रायडन कार्से का महत्वपूर्ण कैच लपका। हालाँकि, इंग्लैंड के बल्लेबाजों की आक्रामक और संतुलित रणनीति के सामने भारतीय गेंदबाज संघर्ष करते नजर आए।
इस टेस्ट मैच का तीसरा दिन इंग्लैंड के लिए कई अन्य ऐतिहासिक उपलब्धियाँ भी लेकर आया। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज जो रूट ने अपने करियर में एक और शानदार मील का पत्थर हासिल किया। जो रूट ने सर्वकालिक टेस्ट रन बनाने वालों की सूची में भारत के महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (13,288 रन), दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस (13,289 रन) और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (13,378 रन) को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया। रूट अब 13,409 रनों के साथ इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उनसे आगे केवल भारत के सचिन तेंदुलकर हैं,जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन दर्ज हैं।
बेन स्टोक्स की इस शानदार पारी और ऑलराउंड प्रदर्शन ने इंग्लैंड के आत्मविश्वास को और मजबूत कर दिया है। उनकी पारी ने यह साबित कर दिया कि वह मुश्किल परिस्थितियों में टीम को सहारा देने और मैच को पलटने की क्षमता रखते हैं। स्टोक्स की यह उपलब्धि न केवल उनके करियर के लिए एक ऐतिहासिक पल है,बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट के लिए भी गर्व का विषय है।
इंग्लैंड की टीम का यह प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए एक कड़ा संदेश है। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने जिस तरह से संयम और आक्रामकता के साथ खेला,उससे भारतीय गेंदबाजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम इस चुनौती का कैसे सामना करती है और इंग्लैंड की मजबूत पकड़ को तोड़ने के लिए कैसी रणनीति अपनाती है।
ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में स्टोक्स की यह पारी क्रिकेट इतिहास के उन सुनहरे पलों में दर्ज हो गई है,जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। उनका नाम अब सर गारफील्ड सोबर्स और जैक्स कैलिस जैसे महान ऑलराउंडरों की सूची में शामिल हो गया है,जो खुद में एक बड़ी उपलब्धि है।