प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

ऑपरेशन सिंदूर पर बोले पीएम मोदी: पाकिस्तान को घुटनों पर लाने वाला प्रहार,भारत का जवाब अब पहले से कहीं अधिक तगड़ा

नई दिल्ली,30 जुलाई (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में चल रही चर्चा के दौरान “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर बड़ा बयान देते हुए पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी और बताया कि भारत ने किस तरह से निर्णायक कार्रवाई करते हुए पड़ोसी देश की सैन्य क्षमताओं को गंभीर क्षति पहुँचाई। उन्होंने इस सैन्य ऑपरेशन की पृष्ठभूमि और इसके पीछे की रणनीति का विस्तृत विवरण देते हुए विपक्ष पर भी हमला बोला और यह स्पष्ट किया कि भारत की रक्षा नीति अब जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई की दिशा में अग्रसर है।

पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के समय दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को इस सैन्य अभियान को रोकने के लिए नहीं कहा था। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से उन्हें फोन आया था और उस बातचीत में अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने आगाह किया था कि पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला करने की तैयारी में है। इस पर मोदी ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान का इरादा ऐसा है,तो उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से कहा था कि भारत गोली का जवाब गोले से देगा और यह 9 मई की बात है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के अनेक क्षेत्रों में सटीक प्रहार किए। उन्होंने बताया कि इस सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान की सैन्य ताकत को तहस-नहस कर दिया गया और उन्हें घुटनों पर आने को मजबूर होना पड़ा। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत की नीति स्पष्ट थी कि सीमापार आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने वाले आकाओं को खत्म करना ही उनका लक्ष्य था।

उन्होंने बताया कि जब भारतीय मिसाइलों का प्रभावी हमला पाकिस्तान की सैन्य संरचनाओं पर हुआ,तो पाकिस्तान की ओर से संपर्क कर युद्धविराम की गुहार लगाई गई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने भारत के डीजीएमओ को फोन करके यह आग्रह किया कि कृपया हमला बंद कर दें,अब वे और नुकसान नहीं झेल सकते। प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया था कि उसने अपना सैन्य लक्ष्य हासिल कर लिया है,लेकिन यदि पाकिस्तान कोई और कदम उठाता है तो उसे और महँगा पड़ेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष की आलोचना पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जब भारत ने 10 मई को अभियान को रोकने की घोषणा की तो विपक्ष की ओर से इस निर्णय पर सवाल उठाए गए। उन्होंने इसे सीमा पार से फैलाए गए प्रोपेगेंडा से प्रेरित बताया और कहा कि कुछ लोग भारत की सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की बजाय पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि भारत का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है और इस ऑपरेशन के पीछे सटीक रणनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा की भावना काम कर रही थी।

प्रधानमंत्री ने इस बहस के माध्यम से देश को एक स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि आज पाकिस्तान भली-भांति समझ चुका है कि भारत का हर जवाब पहले से कहीं अधिक कठोर और प्रभावशाली होता है। उन्होंने चेताया कि यदि भविष्य में भी पाकिस्तान किसी दुस्साहस की कोशिश करता है,तो उसे उससे भी बड़ा और विनाशकारी जवाब मिलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि आज का भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है और आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश तेज गति से विकास के रास्ते पर है और हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष,विशेषकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है,उस समय कांग्रेस जैसे दल मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर हो रहे हैं।

पीएम मोदी के इस संबोधन ने न केवल भारत की सैन्य नीति की झलक दी,बल्कि यह भी बताया कि कैसे भारत अब पारंपरिक कूटनीति से अलग हटकर निर्णायक कार्रवाई की नीति पर चल रहा है। संसद में उनके इस वक्तव्य के बाद पूरे सदन में उनकी रणनीति को लेकर चर्चा तेज हो गई और देशभर में इस ऑपरेशन को लेकर एक बार फिर से जनमानस में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर जागरूकता का भाव भी दिखाई दिया।

प्रधानमंत्री ने संसद से यह संदेश भी दिया कि भारत अब कोई भी हमला चुपचाप सहन करने वाला देश नहीं रहा,बल्कि भारत अब हमले की आशंका को पहले से भांपते हुए कार्यवाही करने वाला राष्ट्र बन चुका है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की इस बदली हुई नीति का जीवंत उदाहरण बन चुका है,जिसे प्रधानमंत्री ने संसद के पटल से पूरी दृढ़ता और आत्मविश्वास के साथ देश के सामने रखा।