नई दिल्ली,2 अगस्त (युआईटीवी)- भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक,71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023 का ऐलान हो गया है और इस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दो दिग्गज कलाकारों को साझा रूप से दिया गया है — शाहरुख खान को उनकी फिल्म ‘जवान’ के लिए और विक्रांत मैसी को ‘12वीं फेल’ के लिए।
इस सम्मान को लेकर फिल्म इंडस्ट्री में खुशी की लहर दौड़ गई है। खासतौर पर शाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए यह गर्व का क्षण है,क्योंकि यह पहला मौका है,जब उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है। शाहरुख ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा कर भारत सरकार,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और पुरस्कार समिति का धन्यवाद व्यक्त किया।
शाहरुख खान ने अपने वीडियो में कहा, “मुझे राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए भारत सरकार का और पूरी जूरी का आभार। ‘जवान’ के निर्देशक एटली और पूरी टीम को इस अवसर का हिस्सा बनाने के लिए धन्यवाद। यह पुरस्कार मेरे लिए सिर्फ एक सम्मान नहीं है,बल्कि एक जिम्मेदारी की याद दिलाने वाला रिमाइंडर भी है।” उन्होंने आगे कहा, “एक्टिंग केवल एक पेशा नहीं है,यह एक जिम्मेदारी है — स्क्रीन पर सच और भावनाओं को सजीव रूप से प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी। मैं अपने दर्शकों के प्यार के लिए बेहद आभारी हूँ।”
करीब 35 वर्षों से भारतीय सिनेमा पर राज कर रहे शाहरुख खान ने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की थी। उसके बाद उन्होंने टेलीविजन में कई उल्लेखनीय भूमिकाएँ निभाईं,जिनमें ‘फौजी’ और ‘सर्कस’ प्रमुख रहे,लेकिन उन्हें असली पहचान मिली 1992 में आई फिल्म ‘दीवाना’ से,जिसने उन्हें बड़े पर्दे पर एक उभरते सितारे के रूप में स्थापित किया।
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इसके बाद उन्होंने ‘बाज़ीगर’, ‘डर’ और ‘अंजाम’ जैसी फिल्मों में ग्रे और निगेटिव किरदारों को जीवंत कर अपनी अलग पहचान बनाई,लेकिन 1995 में आई ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे’ ने उन्हें ‘किंग ऑफ रोमांस’ बना दिया और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
हाल के वर्षों में शाहरुख खान ने अपने अभिनय में विविधता लाई है और एक्शन शैली में भी खुद को स्थापित किया है। ‘पठान’ और ‘जवान’ उनकी इसी नई छवि का हिस्सा हैं। खासतौर पर ‘जवान’ में उन्होंने एक जिम्मेदार,बहादुर और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले किरदार को निभाकर न सिर्फ जनता को प्रभावित किया,बल्कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी रिकॉर्ड तोड़ कमाई करने में सफल रही।
‘जवान’ शाहरुख खान की पहली पैन-इंडिया एक्शन फिल्म थी,जिसका निर्देशन दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक एटली ने किया था। यह फिल्म न सिर्फ हिंदी में,बल्कि तमिल और तेलुगु भाषाओं में भी रिलीज हुई और जबरदस्त व्यावसायिक सफलता हासिल की। फिल्म ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 1000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की,जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
इस फिल्म में शाहरुख खान का डबल रोल,दमदार डायलॉग्स,एक्शन सीन और सामाजिक संदेश ने दर्शकों को बांधे रखा। फिल्म में उन्होंने एक ऐसे आम आदमी की भूमिका निभाई जो सिस्टम की खामियों को उजागर करता है और समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की लड़ाई लड़ता है।
शाहरुख खान को अब तक फिल्मफेयर और अन्य व्यावसायिक पुरस्कारों से तो कई बार नवाजा गया है,लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जैसा सर्वोच्च सम्मान मिला है।
उनकी इस उपलब्धि को लेकर प्रशंसकों और फिल्म समीक्षकों ने सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की। बॉलीवुड के अन्य कलाकारों और फिल्मी हस्तियों ने भी उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। यह पुरस्कार उनके लंबे और समर्पित करियर का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।
हालाँकि,इस खुशखबरी के बीच एक चिंता की बात यह भी रही कि शाहरुख खान को उनकी आगामी फिल्म ‘किंग’ के सेट पर मांसपेशियों में चोट लग गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,उन्हें इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था और उन्होंने फिल्म की शूटिंग से फिलहाल एक महीने का ब्रेक लिया है। ‘किंग’ में शाहरुख अपने बेटे आर्यन खान के निर्देशन में काम कर रहे हैं और यह फिल्म भी बेहद बहुप्रतीक्षित मानी जा रही है।
शाहरुख खान का ‘जवान’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतना न सिर्फ उनके लिए,बल्कि उनके करोड़ों प्रशंसकों के लिए गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि यह साबित करती है कि मेहनत,समर्पण और जुनून से भरे कलाकार को अंततः वह सम्मान जरूर मिलता है,जिसका वह हकदार होता है। शाहरुख खान ने फिर से दिखा दिया कि वह सिर्फ एक स्टार नहीं,बल्कि एक कलाकार हैं,जो सिनेमा को सामाजिक बदलाव का माध्यम मानते हैं और हर भूमिका को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं।
