नई दिल्ली,5 अगस्त (युआईटीवी)- नई दिल्ली स्थित संसद भवन परिसर में मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की बैठक का आयोजन हुआ, जो मॉनसून सत्र के दौरान अब तक की सबसे अहम बैठक मानी जा रही है। बैठक की शुरुआत ही एक उत्साहपूर्ण और भावनात्मक माहौल में हुई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया। “हर हर महादेव” के गगनभेदी नारों और तालियों की गूँज के बीच प्रधानमंत्री मोदी का माला पहनाकर अभिनंदन किया गया। यह स्वागत हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा सफलतापूर्वक अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ की सफलता के प्रतीक के रूप में किया गया।
एनडीए की इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा उसके सभी सहयोगी दलों के सांसद उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य न केवल सरकार की हालिया सैन्य एवं राजनीतिक उपलब्धियों को रेखांकित करना था,बल्कि आने वाले दिनों की रणनीति और उपराष्ट्रपति चुनाव जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करना भी रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक को संबोधित किया और देश की सुरक्षा और संप्रभुता के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
बैठक की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में राज्यसभा के लिए मनोनीत सदस्यों का परिचय कराया। इनमें जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े सी. सदानंदन मास्टर और पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला शामिल हैं। रिजिजू ने इन नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इनकी विशेषज्ञता और अनुभव एनडीए को और सशक्त बनाएँगे।
बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को विशेष रूप से सराहना मिली,जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों ने सीमापार स्थित आतंकी ठिकानों को लक्ष्य बनाते हुए बिना किसी आम नागरिक को क्षति पहुँचाए,बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया। किरेन रिजिजू ने बताया कि यह ऑपरेशन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान के अंदर ही अंजाम दिया गया,जिससे यह स्पष्ट संकेत जाता है कि भारत अब पहले की तरह केवल सहनशील नहीं रहेगा,बल्कि आतंक के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अप्रैल में ही बिहार के मधुबनी से देश को यह भरोसा दिलाया था कि हर आतंकी को कड़ी सजा मिलेगी और आज देश ने इसे सच होते देखा।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि 2014 से पहले भारत के अनेक शहरों में बम धमाके आम बात थे,लेकिन मोदी सरकार के नेतृत्व में हालात बदल गए हैं। अब यदि भारत पर कोई आतंकी हमला होता है,तो उसे मुँहतोड़ जवाब दिया जाता है। उन्होंने दो टूक कहा कि भारत अब किसी भी परमाणु शक्ति वाले देश से डरने वाला नहीं है और न ही किसी प्रकार के ब्लैकमेल को स्वीकार करेगा। यह बयान स्पष्ट रूप से पाकिस्तान और चीन की ओर इशारा करता है।
एनडीए संसदीय दल की बैठक ऐसे समय पर हो रही है,जब देश की राजनीति में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गतिविधियाँ तेज हो रही हैं। आगामी 7 अगस्त से उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चूँकि,एनडीए के पास संसद में स्पष्ट बहुमत है,इसलिए माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति पद का चयन एक औपचारिकता मात्र होगा। हालाँकि,गठबंधन की ओर से यह तय किया गया है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त से पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में सभी सांसदों को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया और कहा कि एनडीए की यह ताकत है कि इसमें विविध विचारधाराओं के बावजूद राष्ट्रीय हित सर्वोपरि रहता है। उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा,समृद्धि और सामाजिक एकता ही इस गठबंधन की प्राथमिकता है।
एनडीए संसदीय दल की यह बैठक जहाँ एक ओर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘महादेव’ जैसे सफल अभियानों के लिए गर्व का विषय बनी,वहीं दूसरी ओर इसमें आने वाले राजनीतिक एवं विधायी एजेंडे पर भी गंभीर विमर्श किया गया। गठबंधन ने यह संकेत भी दे दिया कि चाहे आंतरिक सुरक्षा हो या अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की भूमिका,एनडीए सरकार पूरी मजबूती और स्पष्ट नीति के साथ आगे बढ़ रही है।
