नई दिल्ली,6 अगस्त (युआईटीवी)- इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने भारत के प्रदर्शन की सराहना की है और इसे अब तक की अपनी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट सीरीज़ में से एक बताया है। इंग्लैंड के हालिया भारत दौरे पर विचार करते हुए,मैकुलम ने उस नाटकीय अंत के बारे में खुलकर बात की,जहाँ मोहम्मद सिराज ने अंतिम विकेट लेकर सीरीज़ भारत के नाम कर दी। हालाँकि,परिणाम से निराश मैकुलम पूरी सीरीज़ में देखी गई तीव्रता,प्रतिस्पर्धा और क्रिकेट की गुणवत्ता की सराहना करने से नहीं चूके।
मैकुलम ने कहा, “जब सिराज ने आखिरी विकेट लिया,तो मुझे जितनी निराशा हुई,उतनी ही संतुष्टि भी हुई,इतने कौशल,जुनून और चरित्र के साथ खेली गई श्रृंखला का हिस्सा होने के नाते।” न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान ने टेस्ट क्रिकेट की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए दोनों टीमों की प्रशंसा की और भारत की घरेलू धरती पर अनुकूलनशीलता और पूर्ण प्रभुत्व का श्रेय दिया। उन्होंने इंग्लैंड की टीम,खासकर युवा खिलाड़ियों द्वारा दिखाए गए लचीलेपन पर भी प्रकाश डाला,जिन्हें उपमहाद्वीपीय परिस्थितियों के साथ जल्दी से तालमेल बिठाना पड़ा।
घरेलू मैदान पर अपने शानदार रिकॉर्ड के लिए मशहूर भारत ने पूरी सीरीज़ में अहम मौकों पर इंग्लैंड को मात दी। शानदार बल्लेबाज़ी से लेकर लगातार तेज़ और स्पिन आक्रमण तक,भारतीय टीम ने गहराई और संतुलन का परिचय दिया,जिससे इंग्लैंड के लिए अपनी आक्रामक ‘बाज़बॉल’ रणनीति के बावजूद लय बनाए रखना मुश्किल हो गया।
मैकुलम की टिप्पणी शीर्ष क्रिकेट देशों के बीच बढ़ते सम्मान को दर्शाती है,जहाँ प्रतिस्पर्धा की भावना आपसी प्रशंसा के साथ संतुलित होती है। उन्होंने इंग्लैंड के प्रयास पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि इस तरह की कड़ी श्रृंखलाएँ टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं,जिससे यह प्रारूप जीवित रहेगा और प्रशंसकों के लिए दिलचस्प बना रहेगा।
जैसे-जैसे श्रृंखला पर धूल जम रही है,मैकुलम की टिप्पणियाँ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के भावनात्मक उतार-चढ़ाव की याद दिलाती हैं और यह भी बताती हैं कि कैसे हार में भी खेल की सुंदरता और विरोधी टीम की प्रतिभा की सराहना करने की गुंजाइश होती है।