रजनीकांत

कुली इवेंट में रजनीकांत ने लोकेश कनगराज की तुलना एसएस राजामौली से की

मुंबई,6 अगस्त (युआईटीवी)- अपनी आगामी फिल्म कुली के बहुप्रतीक्षित लॉन्च इवेंट में,सुपरस्टार रजनीकांत ने न केवल अपनी उपस्थिति से,बल्कि अपने प्रभावशाली शब्दों से भी सुर्खियाँ बटोरीं। एक ऐसे पल में जिसने सबका ध्यान खींचा,रजनीकांत ने निर्देशक लोकेश कनगराज और अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्मों बाहुबली और आरआरआर के लिए दुनिया भर में मशहूर फिल्म निर्माता एसएस राजामौली के बीच एक ज़बरदस्त तुलना की। यह टिप्पणी तब से वायरल हो रही है और कुली को लेकर उत्साह और बढ़ गया है।

रजनीकांत ने लोकेश कनगराज की रचनात्मकता,दूरदर्शिता और भावनात्मक रूप से प्रभावशाली कहानी और मनोरंजक दृश्यों के माध्यम से व्यापक दर्शकों से जुड़ने की उनकी क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि लोकेश का अपने काम के प्रति समर्पण और भव्य सिनेमाई अनुभव गढ़ने की उनकी क्षमता उन्हें एसएस राजामौली के काम की याद दिलाती है,जिन्होंने भारतीय सिनेमा में नए मानक स्थापित किए हैं। रजनीकांत जैसे कद के व्यक्ति द्वारा की गई यह तुलना न केवल प्रशंसात्मक है,बल्कि इस युवा फिल्म निर्माता के लिए एक बड़ा समर्थन भी है।

कैथी,मास्टर और विक्रम जैसी सफल फिल्मों से अपनी पहचान बनाने वाले लोकेश कनगराज को इस पीढ़ी के सबसे होनहार निर्देशकों में से एक माना जाता है। कुली के साथ,वह पहली बार रजनीकांत के साथ काम कर रहे हैं,जिससे यह तमिल सिनेमा में सबसे प्रतीक्षित सहयोगों में से एक बन गया है। इस परियोजना ने पहले ही काफी चर्चा बटोर ली है और रजनीकांत की टिप्पणियों ने फिल्म को लेकर उम्मीदों को और बढ़ा दिया है।

लोकेश की तुलना एसएस राजामौली से करके,रजनीकांत ने भारतीय सिनेमा में मशाल के हस्तांतरण का संकेत दिया है,जिससे एक नए दौर के फिल्म निर्माता का उदय उजागर होता है,जो विभिन्न भाषाओं और क्षेत्रों के दर्शकों को प्रभावित करने वाली महाकाव्य ब्लॉकबस्टर फ़िल्में देने में सक्षम है। रजनीकांत और लोकेश कनगराज,दोनों के प्रशंसक अब बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं कि कुली बड़े पर्दे पर कैसी दिखती है और एक ऐसी फिल्म की उम्मीद कर रहे हैं,जो राजामौली के पैमाने और लोकेश की शैली का मिश्रण हो।

जैसे-जैसे कार्यक्रम समाप्त हुआ,कुली को लेकर चर्चा ज़ोरों पर हो गई और रजनीकांत के शब्द फिल्म प्रेमियों और उद्योग जगत के अंदरूनी लोगों के मन में गूँजते रहे। एक बात तो तय है कि कुली अब सिर्फ़ एक फिल्म नहीं रही,बल्कि यह एक सिनेमाई कार्यक्रम बनने की ओर अग्रसर है।