‘120 बहादुर’ (तस्वीर क्रेडिट@FarOutAkhtar)

‘120 बहादुर’ भारत-चीन युद्ध की वीर गाथा को पर्दे पर लाएगी,फरहान अख्तर मेजर शैतान सिंह के रूप में दमदार अवतार में,फिल्म का टीजर आउट

मुंबई,6 अगस्त (युआईटीवी)- भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत फिल्म ‘120 बहादुर’ का बहुप्रतीक्षित टीजर हाल ही में जारी कर दिया गया है। फिल्म में राष्ट्रीय वीरता के प्रतीक,परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह भाटी के जीवन और बलिदान को दिखाया गया है। फरहान अख्तर इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं और उनके अभिनय का दम इस टीजर में पूरी तरह महसूस किया जा सकता है। दमदार संवादों,युद्ध के तीव्र दृश्यों और देशभक्ति से भरे भावों से परिपूर्ण यह टीजर दर्शकों में गहरी उत्सुकता जगा रहा है।

टीजर की शुरुआत एक सवाल से होती है – “18 नवंबर को रेजांग ला में क्या हुआ था?” यह सवाल सीधे उस ऐतिहासिक दिन की ओर इशारा करता है,जब 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान लद्दाख की बर्फीली वादियों में 120 भारतीय सैनिकों ने अद्भुत वीरता का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। रेजांग ला की इस लड़ाई में कुमाऊं रेजिमेंट की चार्ली कंपनी ने माइनस 24 डिग्री तापमान में,सीमित संसाधनों के साथ चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया। इस ऐतिहासिक युद्ध की गाथा को पर्दे पर जीवंत करना आसान कार्य नहीं था,लेकिन टीजर देखने के बाद यह स्पष्ट है कि निर्माताओं ने इस चुनौती को पूरी ईमानदारी से निभाया है।

टीजर में फरहान अख्तर द्वारा बोले गए संवाद “मेरे पिताजी कहते थे कि ये वर्दी सिर्फ हिम्मत नहीं,बलिदान भी माँगती है। मुझे आखिरी दम तक लड़ना मंजूर है,मगर पीछे हटना नहीं,” न केवल उनकी भूमिका की गहराई को दर्शाते हैं,बल्कि यह संवाद भारतीय सैनिकों के त्याग और समर्पण की भावना को भी प्रभावशाली ढंग से सामने लाता है। 2 मिनट 8 सेकंड के इस टीजर में युद्ध के दृश्य,सैनिकों की रणनीति,संघर्ष और देशभक्ति के भाव बखूबी दर्शाए गए हैं। हर फ्रेम से युद्ध की विभीषिका,सैनिकों का आत्मबल और उनके अदम्य साहस की झलक मिलती है।

फिल्म का निर्देशन रजनीश ‘राजी’ घई ने किया है और इसे एक्सेल एंटरटेनमेंट तथा ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज ने मिलकर निर्मित किया है। निर्माताओं में फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के साथ अमित चंद्रा का नाम भी शामिल है। यह फिल्म 21 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी, जो देशभक्ति की भावना से भरे दर्शकों के लिए एक विशेष सिनेमाई अनुभव लेकर आएगी।


‘120 बहादुर’ सिर्फ एक युद्ध फिल्म नहीं है,बल्कि यह 120 ऐसे सच्चे वीरों को श्रद्धांजलि है,जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। फिल्म की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है,इसलिए इसमें भावनाओं की प्रामाणिकता और ऐतिहासिक सटीकता पर विशेष ध्यान दिया गया है। बताया गया है कि फिल्म की शूटिंग 14,000 फीट की ऊँचाई पर माइनस 5 से 10 डिग्री तापमान में की गई,ताकि दृश्य यथासंभव वास्तविक लगें। फरहान अख्तर ने इस कठिन परिस्थितियों में शूटिंग के लिए न केवल शारीरिक रूप से स्वयं को तैयार किया,बल्कि मानसिक रूप से भी पूरी तरह से इस भूमिका में खुद को ढाल दिया।

फिल्म के निर्माण के दौरान बर्फीली पहाड़ियों,सीमित ऑक्सीजन और प्रतिकूल मौसम जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद पूरी टीम ने जिस तरह समर्पण और मेहनत से कार्य किया,वह सराहनीय है। यह केवल एक फिल्म नहीं,बल्कि भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास का सिनेमाई दस्तावेज है,जो आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदान की गाथा सुनाएगा।

रेजांग ला की लड़ाई आज भी भारतीय सैन्य इतिहास में वीरता की मिसाल के रूप में जानी जाती है। उस लड़ाई में मेजर शैतान सिंह ने अंतिम सांस तक नेतृत्व करते हुए अपने साथियों को प्रेरित किया और वीरगति को प्राप्त हुए। उनके अदम्य साहस के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी इसी गाथा को फरहान अख्तर अब बड़े पर्दे पर जीवंत करने जा रहे हैं। दर्शक उन्हें इस भूमिका में देखना निश्चित ही गर्व और सम्मान का अनुभव करेंगे।

‘120 बहादुर’ न केवल युद्ध की गाथा है,बल्कि यह एक सजीव स्मरण है उस त्याग और बलिदान का,जो भारतीय सैनिक हर दिन देश की सीमाओं की रक्षा के लिए करते हैं। फिल्म का टीजर देखकर साफ है कि यह सिर्फ एक मनोरंजन की प्रस्तुति नहीं,बल्कि राष्ट्र के सच्चे नायकों को दी गई एक श्रद्धांजलि है,जिसे हर भारतीय को देखना चाहिए और गर्व करना चाहिए।