जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में दर्दनाक हादसा (तस्वीर क्रेडिट@dks_230)

उधमपुर में दर्दनाक हादसा: खाई में गिरे सीआरपीएफ बंकर व्हीकल में दो जवानों की मौत,कई घायल

उधमपुर,7 अगस्त (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां गुरुवार सुबह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक बंकर व्हीकल खाई में गिर गया। इस हादसे में दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि वाहन में सवार अन्य कई जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हादसा उधमपुर जिले की बसंतगढ़ तहसील के लोधरा इलाके में हुआ,जो पहाड़ी और दुर्गम इलाका माना जाता है। घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सीआरपीएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और घायल जवानों को उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाया गया है।

सीआरपीएफ की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक यह दुर्घटना उस समय हुई जब 187वीं बटालियन का एक बंकर व्हीकल 18 जवानों को लेकर कदवा से बसंतगढ़ लौट रहा था। बताया जा रहा है कि जवान एक ऑपरेशन के बाद वापसी कर रहे थे। सुबह करीब 10:30 बजे वाहन लोधरा के पास अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरा। खाई की गहराई और इलाके की दुर्गमता के कारण वाहन को बाहर निकालने और घायल जवानों को रेस्क्यू करने में काफी कठिनाई आई।

स्थानीय लोगों ने भी तत्काल राहत कार्यों में हाथ बँटाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार,वाहन गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुँचे और घायलों को बाहर निकालने में मदद की। सीआरपीएफ की बचाव टीमों और जिला प्रशासन ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए सभी घायल जवानों को उधमपुर के अस्पताल में भर्ती कराया। इनमें से दो जवानों की हालत बेहद गंभीर थी,जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। अन्य घायल जवानों का इलाज जारी है,जिनमें कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।

दुर्घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शोक व्यक्त किया और तत्काल स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि “कंडवा-बसंतगढ़ क्षेत्र में सीआरपीएफ के एक वाहन के साथ हुई सड़क दुर्घटना की खबर सुनकर व्यथित हूँ। वाहन में सीआरपीएफ के कई बहादुर जवान सवार थे। मैंने डीसी उधमपुर सलोनी राय से बात की है,जो व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं। बचाव कार्य तेजी से जारी है और स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं। हर संभव सहायता सुनिश्चित की जा रही है।”

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, “उधमपुर के निकट एक दुर्घटना में सीआरपीएफ कर्मियों की मृत्यु से अत्यंत दुखी हूँ। हम राष्ट्र के प्रति उनकी अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। मेरी गहरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि घायल जवानों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा और सहायता दी जाए।”

इस घटना ने एक बार फिर उन खतरों की ओर ध्यान खींचा है,जिनका सामना सुरक्षाबल के जवान दिन-रात करते हैं। चाहे ऑपरेशन हो,गश्त हो या फिर साजो-सामान की आवाजाही,जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील और पहाड़ी क्षेत्रों में जवानों की ड्यूटी हमेशा जोखिमों से घिरी रहती है। मौसम,भौगोलिक स्थिति और सुरक्षा चुनौती तीनों ही कारकों का संतुलन बनाए रखना इन जवानों के लिए एक अत्यंत कठिन जिम्मेदारी होती है।

हादसे के बाद सीआरपीएफ ने आंतरिक जाँच के आदेश दे दिए हैं,ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके। प्रथम दृष्टया वाहन के अनियंत्रित होने की वजह सड़क की संकरी और ढलानदार स्थिति बताई जा रही है,लेकिन तकनीकी खराबी या मानवीय भूल की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

इस दर्दनाक हादसे ने न केवल दो जवानों की जान ले ली,बल्कि अन्य कई परिवारों को असहनीय पीड़ा दी है। देश एक बार फिर अपने सच्चे नायकों को श्रद्धांजलि दे रहा है,जिन्होंने राष्ट्र सेवा के पथ पर चलते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनके बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा।

जैसे-जैसे हालात सामान्य हो रहे हैं,राहत एवं बचाव कार्य भी धीरे-धीरे समापन की ओर है। प्रशासन की प्राथमिकता इस समय घायल जवानों को बेहतर इलाज मुहैया कराना है और शहीदों के परिवारों को हरसंभव मदद पहुँचाना है। पूरा देश इन बहादुर सपूतों को सलाम करता है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता है।