हैदराबाद,11 अगस्त (युआईटीवी)- तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता राणा दग्गुबाती सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष गैरकानूनी बेटिंग ऐप्स प्रमोशन मामले में पेश हुए। यह मामला पिछले कुछ समय से दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री और मनोरंजन जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। ईडी इस बात की जाँच कर रही है कि क्या कुछ प्रमुख फिल्म सितारों ने अवैध ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स के प्रचार में हिस्सा लिया और इसके बदले आर्थिक लाभ प्राप्त किया।
राणा दग्गुबाती को इस मामले में 23 जुलाई को पेश होने का नोटिस दिया गया था,लेकिन उस समय वह एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे और निर्धारित तिथि पर उपस्थित नहीं हो सके। इसके बाद उन्होंने एजेंसी से नई तारीख की माँग की,जिसे स्वीकार कर लिया गया। सोमवार सुबह लगभग 10:30 बजे अभिनेता हैदराबाद के बशीराबाग स्थित ईडी कार्यालय पहुँचे,जहाँ उनसे पूछताछ शुरू हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,ईडी अधिकारियों ने उनसे विस्तृत सवाल किए,जिनमें मुख्य रूप से यह शामिल था कि क्या उन्होंने इन बेटिंग ऐप्स का प्रचार किया था,क्या इसके बदले उन्हें कोई भुगतान किया गया,यदि हाँ,तो यह धन कहाँ से आया और इसे किस तरह खर्च किया गया।
राणा दग्गुबाती इस मामले में ईडी के सामने पेश होने वाले तीसरे अभिनेता हैं। उनसे पहले प्रसिद्ध अभिनेता विजय देवरकोंडा और वरिष्ठ कलाकार प्रकाश राज से भी पूछताछ की जा चुकी है। प्रकाश राज ने 30 जुलाई को ईडी को दिए अपने बयान में स्पष्ट किया था कि उन्होंने किसी भी अवैध बेटिंग ऐप का प्रचार करने के बदले कोई भुगतान नहीं लिया। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2016 में उन्होंने एक ऐप का विज्ञापन किया था,लेकिन उन्होंने अपनी नैतिक जिम्मेदारी के तहत इसके लिए कोई आर्थिक लाभ स्वीकार नहीं किया। हालाँकि,उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें उस ऐप का प्रचार नहीं करना चाहिए था और इसे एक गलती मानते हैं।
दूसरी ओर,विजय देवरकोंडा ने 6 अगस्त को ईडी के समक्ष दिए गए बयान में कहा कि उन्होंने केवल कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त और लाइसेंस प्राप्त स्किल-बेस्ड गेमिंग ऐप्स का ही प्रचार किया है। उन्होंने ईडी को संबंधित ऐप्स से जुड़ी कंपनियों के नाम,बैंक खाते और वित्तीय लेन-देन से जुड़ी विस्तृत जानकारी भी सौंपी।
इस पूरे मामले में ईडी ने कुल 29 सेलिब्रिटीज के खिलाफ जाँच शुरू की है। इनमें टीवी कलाकार,टीवी होस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स शामिल हैं। सूची में श्रीमुखी,श्यामला,वर्षिनी सुंदरराजन,वसंती कृष्णन,शोभा शेट्टी,अमृता चौधरी,नयनी पावनी,पद्मावती,हर्ष साई समेत कई जाने-माने नाम शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने कथित तौर पर अवैध बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के प्रमोशन में हिस्सा लिया और बदले में पारिश्रमिक प्राप्त किया।
गौरतलब है कि भारत में ऑनलाइन बेटिंग और जुआ कानूनन प्रतिबंधित है,हालाँकि,स्किल-बेस्ड गेमिंग को कुछ शर्तों के तहत मान्यता प्राप्त है,लेकिन कई कंपनियाँ इस कानूनी खामी का फायदा उठाकर अपने अवैध बेटिंग प्लेटफॉर्म्स को स्किल-बेस्ड गेमिंग के रूप में पेश करती हैं और इन्हें बढ़ावा देने के लिए मशहूर हस्तियों का सहारा लेती हैं। ईडी का मानना है कि इस तरह के प्रचार से बड़ी संख्या में लोग इन प्लेटफॉर्म्स से जुड़ते हैं,जिसके परिणामस्वरूप वित्तीय हानि के साथ-साथ सामाजिक समस्याएँ भी उत्पन्न होती हैं।
ईडी इस मामले में न केवल आर्थिक लेन-देन की पड़ताल कर रही है,बल्कि यह भी जाँच कर रही है कि इन ऐप्स से जुड़ा धन देश से बाहर भेजा गया या नहीं। मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी इस प्रकरण को देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार,कुछ ऐप्स के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है,जिसे विभिन्न माध्यमों से सफेद धन में बदलने की कोशिश की गई।
राणा दग्गुबाती,जिन्होंने ‘बाहुबली’ और कई अन्य सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है,इस मामले में अपनी भूमिका को लेकर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। माना जा रहा है कि वह ईडी के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और अपने वित्तीय रिकॉर्ड और कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े दस्तावेज एजेंसी को उपलब्ध करा रहे हैं।
मनोरंजन उद्योग में इस मामले को लेकर खासी हलचल है। कई कलाकारों और प्रोडक्शन हाउस ने अब अपने ब्रांड एंडोर्समेंट्स की शर्तों की समीक्षा शुरू कर दी है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि मशहूर हस्तियों को किसी भी उत्पाद या सेवा का प्रचार करने से पहले उसकी वैधता और नैतिक पहलुओं की जाँच अवश्य करनी चाहिए,क्योंकि उनकी छवि का प्रभाव आम जनता पर सीधा पड़ता है।
ईडी की जाँच फिलहाल जारी है और आने वाले दिनों में और भी कलाकारों को समन जारी किए जाने की संभावना है। एजेंसी इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी। राणा दग्गुबाती की पेशी ने इस पूरे प्रकरण को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है और अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में इस केस में क्या नया मोड़ आता है।