इंग्लैंड की धरती पर साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

इंग्लैंड की धरती पर साउथ अफ्रीका ने 27 साल बाद ऐतिहासिक वनडे सीरीज जीत रचा इतिहास

नई दिल्ली,5 सितंबर (युआईटीवी)- लंदन में गुरुवार देर रात खेले गए दूसरे वनडे मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को रोमांचक अंदाज में 5 रनों से पराजित कर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने 1998 के बाद पहली बार इंग्लैंड की सरजमीं पर वनडे सीरीज अपने नाम की है। यह उपलब्धि साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के लिए बेहद खास मानी जा रही है,क्योंकि इंग्लैंड की घरेलू धरती पर किसी भी टीम के लिए सीरीज जीतना आसान नहीं होता।

इंग्लैंड ने आखिरी बार मई 1998 में साउथ अफ्रीका को अपने घर में हराकर सीरीज जीती थी। उस सीरीज में साउथ अफ्रीका ने शुरुआती दो मुकाबले जीतकर बढ़त बनाई थी,लेकिन अंतिम मैच में इंग्लैंड ने वापसी कर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली थी। हालाँकि,इस बार इतिहास ने करवट बदली और मेहमान टीम ने इंग्लैंड को उसी के घर में धूल चटा दी। अब इंग्लैंड के पास केवल एक मौका बचा है कि वह तीसरे और अंतिम मुकाबले में जीत दर्ज कर सीरीज का अंतर 2-1 तक सीमित कर सके। सात सितंबर को साउथैम्पटन में खेले जाने वाले मुकाबले में इंग्लैंड लाज बचाने उतरेगा।

अगर दूसरे वनडे के खेल की बात करें तो टॉस जीतकर इंग्लैंड ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम ने शुरुआत से ही आक्रामक तेवर दिखाए। सलामी बल्लेबाज एडन मार्करम और रयान रिकेल्टन ने पहले विकेट के लिए शानदार साझेदारी की और टीम को मजबूत नींव दी। दोनों के बीच 13.1 ओवरों में 73 रनों की जोड़ी बनी। हालाँकि,रिकेल्टन 35 रन बनाकर पवेलियन लौट गए और कप्तान टेंबा बावुमा भी मात्र चार रन बनाकर आउट हो गए। इस समय इंग्लैंड के गेंदबाजों ने मैच में वापसी करने की कोशिश की।

दूसरे छोर से एडन मार्करम ने जिम्मेदाराना बल्लेबाजी करते हुए 64 गेंदों में एक छक्का और छह चौकों की मदद से 49 रन बनाए,लेकिन वह अर्धशतक पूरा करने से पहले ही आउट हो गए। इसके बाद साउथ अफ्रीका की टीम 19 ओवरों तक तीन विकेट खोकर केवल 93 रन ही बना सकी थी। यहाँ,से ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड का पलड़ा भारी पड़ जाएगा,लेकिन बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीत्जके ने क्रीज पर कदम रखकर ट्रिस्टन स्टब्स के साथ मिलकर मैच का पूरा रुख बदल दिया।

ब्रीत्जके और स्टब्स ने चौथे विकेट के लिए 147 रनों की लाजवाब साझेदारी की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को बुरी तरह दबाव में ला दिया। ब्रीत्जके ने 77 गेंदों पर 85 रन की धमाकेदार पारी खेली,जिसमें सात चौके और तीन शानदार छक्के शामिल थे। स्टब्स ने भी 58 रनों का योगदान दिया और टीम को 300 से अधिक के स्कोर तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके अलावा डेवाल्ड ब्रेविस ने 42 रन की तेजतर्रार पारी खेलकर स्कोरबोर्ड को और मजबूत किया।

इंग्लैंड के गेंदबाजों की ओर से जोफ्रा आर्चर ने अपनी धारदार गेंदबाजी से चार विकेट झटके और कंगारू पिच पर भी अपनी काबिलियत साबित की। आर्चर की गेंदबाजी ने इंग्लैंड को मैच में बनाए रखा। इसके अलावा आदिल राशिद को दो विकेट मिले जबकि जैकब बेथेल ने एक विकेट हासिल किया। इन सबके बावजूद साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने निर्धारित 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 330 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। शुरुआती विकेट जल्दी-जल्दी गिरने से टीम दबाव में आ गई। हालाँकि,इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने बीच के ओवरों में शानदार साझेदारी कर टीम को पटरी पर लाने की कोशिश की। दोनों बल्लेबाजों ने धैर्य और संयम के साथ खेलते हुए 61-61 रनों की पारी खेली। उनके अलावा युवा बल्लेबाज जैकब बेथेल ने भी 58 रन बनाए और मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुँचा दिया।

आखिरी ओवरों में इंग्लैंड की टीम को जीत के लिए तेज रन बनाने की जरूरत थी,लेकिन साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा और इंग्लैंड को लक्ष्य तक पहुँचने से रोक दिया। निर्धारित 50 ओवरों में इंग्लैंड की टीम 9 विकेट खोकर केवल 325 रन ही बना सकी और 5 रन से हार गई।

साउथ अफ्रीका की ओर से गेंदबाज नांद्रे बर्गर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन विकेट हासिल किए। उनके अलावा अनुभवी स्पिनर केशव महाराज ने भी अपनी फिरकी से दो महत्वपूर्ण सफलताएँ दिलाईं और इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

यह जीत साउथ अफ्रीकी टीम के लिए न केवल सीरीज में अजेय बढ़त बनाने का मौका बनी बल्कि लंबे समय से इंग्लैंड की सरजमीं पर चले आ रहे सूखे को भी समाप्त कर गई। यह परिणाम साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा। दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम,जो अपने घरेलू मैदान पर बेहद मजबूत मानी जाती है,लगातार दूसरी हार के बाद आलोचनाओं के घेरे में आ गई है।

अब देखना होगा कि सीरीज के अंतिम मुकाबले में इंग्लैंड वापसी कर पाता है या नहीं,लेकिन इतना तय है कि साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड में इतिहास रचते हुए यह साबित कर दिया है कि वह मौजूदा दौर में वनडे क्रिकेट की सबसे खतरनाक टीमों में से एक है।