पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती,हालत स्थिर बताई गई

चंडीगढ़,6 सितंबर (युआईटीवी)- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को शुक्रवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उन्हें थकान और हृदय गति कम होने की शिकायत थी। अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री मान की हालत अब स्थिर है और डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रख रही है।

फोर्टिस अस्पताल की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक,51 वर्षीय मुख्यमंत्री भगवंत मान को थकान और दिल की धड़कन धीमी होने की समस्या के चलते लाया गया था। अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों ने उनके महत्वपूर्ण अंगों और शरीर के संकेतकों की जाँच की। शुरुआती जाँच के बाद पाया गया कि उनकी नाड़ी की गति में सुधार हो रहा है और फिलहाल वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। अस्पताल प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सेहत चिंता का विषय नहीं है और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय देखभाल दी जा रही है।

मुख्यमंत्री की तबीयत खराब होने की खबर सामने आते ही राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि मान को दो दिनों से वायरल बुखार की शिकायत थी। शुरुआत में डॉक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी थी,लेकिन शुक्रवार तक जब उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ,तब उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सूत्रों ने यह भी बताया कि उनकी स्थिति पर नजर रखने के लिए डॉक्टरों की एक विशेष टीम बनाई गई है।

मान की खराब सेहत के चलते शुक्रवार शाम चार बजे निर्धारित पंजाब कैबिनेट की बैठक को अचानक रद्द करना पड़ा। यह बैठक कई अहम फैसलों के लिए बुलाई गई थी,लेकिन मुख्यमंत्री की तबीयत खराब होने के कारण इसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया। सरकार ने इस बारे में आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की तबीयत का ख्याल रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चिंता जताई। पार्टी सूत्रों के अनुसार,केजरीवाल बृहस्पतिवार को ही मोहाली स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुँचे थे और उन्होंने भगवंत मान के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। केजरीवाल का शुक्रवार को मान के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने का कार्यक्रम भी तय था,लेकिन मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उन्होंने अकेले ही कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस मामले पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि पंजाब के मुख्यमंत्री की तबीयत पिछले दो दिनों से बिगड़ी हुई थी। डॉक्टरों ने शुरुआत में उन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी थी,लेकिन जब स्थिति में सुधार के संकेत नहीं मिले तो उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया। एजेंसी एएनआई ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को बीमारी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भगवंत मान पंजाब के सबसे चर्चित नेताओं में से एक हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा बेहद खास रही है। कॉमेडी की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले मान ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी और प्रदेश की सत्ता संभाली थी। मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने पंजाब में स्वास्थ्य,शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर कई बड़े फैसले लिए हैं। ऐसे में उनकी सेहत को लेकर अचानक आई खबर ने उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को चिंतित कर दिया है।

अस्पताल सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री मान को पूरी तरह स्वस्थ होने में कुछ दिन लग सकते हैं। डॉक्टरों ने उन्हें फिलहाल आराम करने की सलाह दी है और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहने की हिदायत दी गई है। हालाँकि,अस्पताल की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि मान की स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।

राजनीतिक हलकों में इस खबर के बाद चर्चाएँ तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों ने भी मुख्यमंत्री के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। शिअद,कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हुए संदेश साझा किए। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बावजूद,सभी दलों ने मुख्यमंत्री की जल्द-से-जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद जताई है।

फिलहाल,भगवंत मान अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में हैं और उनकी स्थिति स्थिर है। पंजाब सरकार के सूत्रों का कहना है कि जैसे ही डॉक्टर उन्हें पूरी तरह फिट घोषित करेंगे,वह अपने सरकारी दायित्वों को संभालने लगेंगे,लेकिन तब तक कैबिनेट की बैठकें और अन्य कार्यक्रम स्थगित रहेंगे। मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर पूरे राज्य की नजर टिकी हुई है और सभी की दुआएँ उनके जल्द ठीक होने के लिए जारी हैं।

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि स्वास्थ्य नेताओं के लिए कितना अहम है,क्योंकि उनका कार्यभार और जिम्मेदारियाँ अत्यधिक होती हैं। मुख्यमंत्री मान के स्वस्थ होने के बाद उम्मीद है कि वे न केवल सरकार के कामकाज को नई ऊर्जा देंगे,बल्कि प्रदेश में चल रहे विकास कार्यों को भी गति प्रदान करेंगे। फिलहाल पंजाब और देश भर में उनके समर्थक उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।