अयोध्या,6 सितंबर (युआईटीवी)- अयोध्या एक बार फिर विश्वभर के दर्शकों का केंद्र बनने जा रहा है। यहाँ 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली भव्य रामलीला में इस बार कई बड़े नामी कलाकारों की मौजूदगी से आयोजन और भी खास होने वाला है। खास बात यह है कि हाल ही में मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 का ताज अपने नाम कर चुकी राजस्थान की बेटी मनिका विश्वकर्मा अब अयोध्या की इस रामलीला में माता सीता की पावन भूमिका निभाती नज़र आएँगी। यह अवसर उनके जीवन का एक यादगार अनुभव होगा,जिसे वह ईश्वर का आशीर्वाद मानती हैं।
राम कथा पार्क में आयोजित होने वाली इस रामलीला को दुनिया की सबसे बड़ी रामलीला माना जाता है। पिछले वर्ष इसे रिकॉर्ड तोड़ 45 करोड़ दर्शकों ने देखा था। इस वर्ष भी आयोजकों को उम्मीद है कि देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और दर्शक ऑनलाइन तथा प्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन के साक्षी बनेंगे। आयोजन के संस्थापक अध्यक्ष सुभाष मलिक (बॉबी) और संस्थापक महासचिव शुभम मलिक ने बताया कि इस बार की रामलीला कई मायनों में ऐतिहासिक होगी,क्योंकि इसमें भारत ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के दर्शकों को भी भारतीय संस्कृति और परंपरा का भव्य स्वरूप देखने को मिलेगा।
मनिका विश्वकर्मा का जीवन इस समय उपलब्धियों से भरा हुआ है। मिस यूनिवर्स इंडिया का खिताब जीतने के बाद वह अब भारत का प्रतिनिधित्व मिस यूनिवर्स 2025 प्रतियोगिता में करने जा रही हैं। इस बीच उन्हें रामलीला में सीता का किरदार निभाने का अवसर मिलना उनके लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है। मनिका ने अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा, “मैं लंबे समय से अयोध्या आने की सोच रही थी,लेकिन अवसर नहीं मिल पाया। अब भगवान श्रीराम की कृपा से मुझे माँ सीता का किरदार निभाने का अवसर मिल रहा है। यह मेरे जीवन का सबसे अनमोल अनुभव है। एक ही वर्ष में मिस यूनिवर्स इंडिया का ताज पाना और साथ ही अयोध्या की रामलीला में सीता की भूमिका निभाना मेरे लिए बेहद खास है।”
इस रामलीला की भव्यता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें देश के कई चर्चित और वरिष्ठ कलाकार विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नज़र आएँगे। पुनीत इस्सर परशुराम की भूमिका निभाएँगे,मनोज तिवारी बाली के रूप में दिखाई देंगे,जबकि रवि किशन केवट के किरदार में अपनी अदाकारी का जादू बिखेरेंगे। राजेश पुरी हनुमान जी के रूप में,मनीष शर्मा रावण के रूप में और रजा मुराद मेघनाद की भूमिका में दर्शकों को आकर्षित करेंगे। इसके साथ ही अवतार गिल राजा जनक,राकेश बेदी विभीषण और राजन मोदी भगवान लक्ष्मण की भूमिका निभाएँगे। वहीं भगवान राम का किरदार इस बार राहुल गुच्चर निभाने जा रहे हैं। इतने सारे चर्चित और प्रतिभाशाली कलाकारों का एक साथ मंच पर आना निश्चित रूप से दर्शकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव होगा।
रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन भर नहीं है,बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का भी प्रतीक है। अयोध्या की यह रामलीला इसलिए भी विशेष है,क्योंकि यह केवल संवाद और मंचन तक सीमित नहीं रहती,बल्कि इसमें तकनीक,संगीत,नृत्य और प्रकाश व्यवस्था का ऐसा संगम देखने को मिलता है,जो इसे आधुनिक और वैश्विक स्वरूप प्रदान करता है। यही कारण है कि इसे दुनिया भर से दर्शक देखने आते हैं और ऑनलाइन माध्यमों से जुड़ते हैं।
आयोजकों का कहना है कि इस वर्ष रामलीला को और भी भव्य और आकर्षक बनाने के लिए विशेष तैयारियाँ की गई हैं। मंच की सजावट से लेकर परिधान,ध्वनि और प्रकाश तक सब कुछ उच्च स्तर का होगा,ताकि दर्शकों को एक ऐसा अनुभव मिले जो उनकी स्मृतियों में हमेशा जीवित रहे।
मनिका विश्वकर्मा का सीता बनना इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता कही जा रही है। मिस यूनिवर्स इंडिया का ताज पहनने के बाद उनका सीता का किरदार निभाना दर्शकों के लिए भावनात्मक जुड़ाव का कारण बनेगा। यह केवल कला या अभिनय नहीं,बल्कि आस्था और श्रद्धा से जुड़ा हुआ प्रसंग है। उनके लिए भी यह केवल एक भूमिका नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है,जिसे वह अपने जीवन की सबसे बड़ी पूँजी मानती हैं।
अयोध्या की यह रामलीला न केवल धार्मिक महत्व रखती है,बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक पहचान और विश्वगौरव को भी दर्शाती है। इस आयोजन के माध्यम से भारतीय परंपरा,मर्यादा और मूल्यों का संदेश पूरे विश्व तक पहुँचता है। यही कारण है कि इसे विश्व की सबसे बड़ी रामलीला कहा जाता है।
निश्चित रूप से इस वर्ष की रामलीला दर्शकों के लिए एक अनोखा और भव्य अनुभव लेकर आएगी। मनिका विश्वकर्मा का सीता के रूप में मंच पर उतरना और इतने बड़े कलाकारों का संगम इस आयोजन को ऐतिहासिक बना देगा। आने वाले दिनों में अयोध्या एक बार फिर भक्ति,संस्कृति और कला के अद्वितीय संगम का साक्षी बनने जा रहा है।