एशिया कप 2025 में अफगानिस्तान ने हांगकांग को 94 रनों से हराया (तस्वीर क्रेडिट@sulemankhans609)

एशिया कप 2025 की धमाकेदार शुरुआत: अफगानिस्तान ने हांगकांग को 94 रनों से हराया

अबू धाबी,10 सितंबर (युआईटीवी)- एशिया कप 2025 की शुरुआत अफगानिस्तान की जोरदार जीत के साथ हुई,जब टीम ने शेख जायद स्टेडियम,अबू धाबी में खेले गए पहले मुकाबले में हांगकांग को 94 रनों से हराकर टूर्नामेंट में अपना परचम लहराया। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 188 रन बनाए और जवाब में हांगकांग की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 94 रन ही बना सकी। इस शानदार जीत ने अफगानिस्तान को टूर्नामेंट की सबसे खतरनाक टीमों में शुमार कर दिया है।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। टीम ने 26 रन के स्कोर तक पहुँचते-पहुँचते अपने दोनों ओपनर,रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान,को गंवा दिया। दोनों ही बल्लेबाज बड़े शॉट्स खेलने की कोशिश में सस्ते में पवेलियन लौट गए,लेकिन शुरुआती झटकों के बाद अफगानिस्तान की पारी को संजीवनी दी सेदिकुल्लाह अटल और मोहम्मद नबी की साझेदारी ने। अटल ने पारी को सँभालते हुए एक छोर थामे रखा और शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 73 रन बनाए। उन्होंने अपनी 52 गेंदों की पारी में 6 चौके और 3 छक्के लगाए और टीम के स्कोर को मजबूती देने का काम किया।

दूसरी ओर,मोहम्मद नबी ने 26 गेंदों में 33 रन की तेज पारी खेली और बीच के ओवरों में रन गति को बनाए रखा,लेकिन असली आतिशबाजी अजमतुल्लाह उमरजई के बल्ले से देखने को मिली। उमरजई ने आते ही ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए केवल 21 गेंदों पर 53 रन ठोक दिए। उनकी इस विस्फोटक पारी में 5 छक्के और 2 चौके शामिल थे। अटल और उमरजई के बीच सिर्फ 35 गेंदों पर 82 रनों की साझेदारी हुई,जिसने हांगकांग के गेंदबाजों की कमर तोड़ दी। खास बात यह रही कि उमरजई ने महज 20 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया,जो अफगानिस्तान के टी20 अंतर्राष्ट्रीय इतिहास में सबसे तेज अर्धशतक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मोहम्मद नबी और गुलाबदीन नायब के नाम था,जिन्होंने 21 गेंदों में फिफ्टी लगाई थी।

अंत में गुलाबदीन नायब ने भी कुछ तेज शॉट खेलकर पारी को और मजबूत किया और अफगानिस्तान ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 188 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। हांगकांग की ओर से आयुष शुक्ला और किंचित शाह ने 2-2 विकेट लिए,जबकि अतीक इकबाल और एहसान खान को एक-एक सफलता मिली। हालांकि गेंदबाजी में शुरुआती सफलता मिलने के बावजूद हांगकांग के गेंदबाज अफगानिस्तान की आक्रामक बल्लेबाजी के सामने टिक नहीं पाए।

189 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हांगकांग की शुरुआत बेहद खराब रही। अफगानिस्तान के तेज गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव बनाया और मात्र 22 रन तक पहुँचते-पहुँचते हांगकांग ने अपने चार विकेट गंवा दिए। यह शुरुआती झटके इतने भारी साबित हुए कि टीम कभी मैच में वापसी ही नहीं कर सकी। बल्लेबाज क्रीज पर टिके जरूर रहे,लेकिन रन बनाने का आत्मविश्वास नहीं दिखा सके।

हांगकांग के लिए बाबर हयात ही अकेले ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने कुछ हद तक अफगान गेंदबाजों का सामना किया। उन्होंने 43 गेंदों पर 3 छक्कों की मदद से 39 रन बनाए। उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आँकड़ा पार करने में सफल नहीं रहा। बल्लेबाजों का यह लचर प्रदर्शन हांगकांग की हार का सबसे बड़ा कारण बना।

अफगानिस्तान की ओर से गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। गुलाबदीन नायब ने 3 ओवर में सिर्फ 8 रन देकर 2 विकेट चटकाए और हांगकांग के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। फजलहक फारूखी ने 2 विकेट लिए,जबकि अजमतुल्लाह उमरजई, राशिद खान और नूर अहमद ने 1-1 विकेट झटके। इसके अलावा दो बल्लेबाज रन आउट होकर पवेलियन लौटे। अफगान गेंदबाजों ने अनुशासित लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी की और विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।

इस तरह पूरी हांगकांग की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर सिर्फ 94 रन ही बना सकी और अफगानिस्तान ने मुकाबला 94 रनों के विशाल अंतर से जीत लिया। यह जीत अफगानिस्तान के आत्मविश्वास को नई ऊँचाई देने वाली है और टूर्नामेंट के बाकी मुकाबलों में उनके प्रदर्शन को और खतरनाक बना सकती है।

एशिया कप के इस पहले मुकाबले से ही साफ हो गया है कि अफगानिस्तान की टीम न केवल अपनी गेंदबाजी बल्कि बल्लेबाजी में भी अब परिपक्व हो चुकी है। टी20 क्रिकेट में उनकी आक्रामक रणनीति और अनुशासित गेंदबाजी उन्हें किसी भी टीम के लिए बड़ा खतरा बना सकती है। दूसरी ओर हांगकांग के लिए यह हार चेतावनी है कि अगर उन्हें टूर्नामेंट में बने रहना है तो अपने बल्लेबाजी क्रम में मजबूती लानी होगी।

इस धमाकेदार जीत के साथ अफगानिस्तान ने टूर्नामेंट में अपनी दावेदारी मजबूती से पेश कर दी है और अपने प्रशंसकों को उम्मीद है कि टीम आगे भी इस जोश और लय को बरकरार रखेगी।