मुंबई,15 सितंबर (युआईटीवी)- देश में तेजी से फैल रहे अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी कारोबार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपना शिकंजा और कस दिया है। मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी जैसे गंभीर आरोपों से जुड़े इस मामले की जाँच अब बॉलीवुड और राजनीति की हाई-प्रोफाइल हस्तियों तक पहुँच चुकी है। इसी कड़ी में ईडी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला और पूर्व तृणमूल कांग्रेस सांसद एवं अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को पूछताछ के लिए तलब किया है। मिमी चक्रवर्ती को 15 सितंबर और उर्वशी रौतेला को 16 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने का नोटिस भेजा गया है।
ईडी अधिकारियों ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि दोनों हस्तियों को अवैध सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन भेजा गया है। उनसे दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए जाएँगे। ईडी के मुताबिक,यह मामला उन अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स की व्यापक जाँच का हिस्सा है,जिनके प्रचार और प्रमोशन में कई नामचीन हस्तियों की भूमिका सामने आ रही है। अधिकारियों का मानना है कि इन प्लेटफॉर्म्स को वैध दिखाने और आम जनता तक पहुँचाने में सेलिब्रिटीज की मौजूदगी ने अहम भूमिका निभाई है। यही वजह है कि अब एजेंसी इन हस्तियों से पूछताछ कर उनके वित्तीय लेन-देन,भुगतान और अनुबंधों की पड़ताल कर रही है।
इस जाँच का दायरा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। हाल ही में इस केस में भारतीय क्रिकेट के दो बड़े नाम भी सामने आए। 4 सितंबर 2025 को पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन से ईडी ने करीब आठ घंटे तक पूछताछ की थी। इससे पहले अगस्त 2025 में पूर्व स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना को भी इसी मामले में तलब किया गया था। दोनों खिलाड़ियों पर आरोप है कि उन्होंने 1xBet जैसे अवैध सट्टेबाजी ऐप के विज्ञापन और प्रमोशन में हिस्सा लिया,जिससे यह प्लेटफॉर्म ज्यादा लोगों तक पहुँच सका। ईडी ने यह जानने की कोशिश की कि इन खिलाड़ियों को इस प्रचार के बदले कितनी राशि दी गई और क्या उन्हें पता था कि यह ऐप भारत में गैरकानूनी है।
सिर्फ क्रिकेटर ही नहीं,बल्कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े नाम भी इस जाँच के घेरे में आ चुके हैं। 11 अगस्त 2025 को साउथ के मशहूर अभिनेता राणा दग्गुबाती से हैदराबाद जोनल ऑफिस में पूछताछ की गई थी। सूत्रों के अनुसार,उन्होंने पहले समन मिलने के बाद समय की माँग की थी,लेकिन बाद में उन्हें दोबारा पेश होने के लिए कहा गया। राणा दग्गुबाती के अलावा ईडी की रडार पर कई और लोकप्रिय हस्तियाँ हैं,जिनमें प्रकाश राज,विजय देवरकोंडा,मांचू लक्ष्मी,प्रणीता,निधि अग्रवाल, सिरी हनुमंथु,श्रीमुखी,वर्षिनी सुंदरजन,शोबा शेट्टी,वसंती कृष्णन,नयनी पावनी,नेहा पठान और कई अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स शामिल हैं।
ईडी के सूत्रों के मुताबिक,अब तक करीब 25 मशहूर हस्तियाँ और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स इस मामले की जाँच में शामिल हो चुके हैं। एजेंसी का कहना है कि इन लोगों ने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने के बदले मोटी रकम ली थी और उस आय को सही ढंग से टैक्स में घोषित नहीं किया गया। जाँच में यह भी सामने आया है कि इन प्लेटफॉर्म्स से हुई आय को सफेद करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग की जटिल प्रक्रिया अपनाई गई।
1xBet जैसे अवैध ऐप भारत में तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। ये ऐप्स विदेशी सर्वरों पर आधारित होते हैं और भारत में इनके संचालन की कोई आधिकारिक अनुमति नहीं होती। बावजूद इसके,सोशल मीडिया और विज्ञापनों के जरिए इन्हें आक्रामक तरीके से प्रमोट किया गया,जिससे लाखों लोग इसमें जुड़ गए। ईडी की जाँच का फोकस यह पता लगाना है कि आखिर इन ऐप्स के जरिए कितने पैसों का लेन-देन हुआ और यह रकम किन चैनलों से होकर गुजरी। प्राथमिक जाँच में करोड़ों रुपये के लेन-देन का पता चला है,जो मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के दायरे में आता है।
ईडी का मानना है कि जब बड़ी हस्तियाँ इन ऐप्स का प्रचार करती हैं,तो आम लोग इन्हें वैध मान बैठते हैं और इसमें निवेश करने लगते हैं। यही वजह है कि सेलिब्रिटीज को इस जाँच में शामिल करना बेहद जरूरी है। अब उर्वशी रौतेला और मिमी चक्रवर्ती से पूछताछ कर एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि उन्होंने किस आधार पर इन ऐप्स का प्रमोशन किया और क्या उन्हें इनके अवैध होने की जानकारी थी।
राजनीतिक गलियारों में भी इस मामले को लेकर हलचल है। मिमी चक्रवर्ती,जो पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं,अब पूछताछ के दायरे में आ गई हैं। यह कदम विपक्षी दलों के लिए सवाल खड़े कर सकता है और तृणमूल कांग्रेस पर दबाव बढ़ा सकता है। वहीं,बॉलीवुड की उर्वशी रौतेला,जो कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियाँ बटोर चुकी हैं,उनके नाम जुड़ने से यह मामला और हाई-प्रोफाइल हो गया है।
ईडी की यह कार्रवाई एक बड़ा संदेश है कि अवैध सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में चाहे कितनी भी बड़ी हस्ती क्यों न हो,जाँच से बच पाना संभव नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस केस का दायरा और भी बढ़ सकता है और और भी नामचीन हस्तियों को ईडी के सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
इस पूरे घटनाक्रम ने देश में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी की बढ़ती समस्या को फिर से सामने ला दिया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया के इस दौर में जब ऐप्स का इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है,तब ऐसे अवैध प्लेटफॉर्म्स का विस्तार लोगों की आर्थिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था दोनों के लिए चुनौती बन गया है। ईडी की जाँच न केवल दोषियों को बेनकाब करेगी,बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि कानून से खिलवाड़ कर पैसा कमाने वाले कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों,उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा।
