तमिल अभिनेता रोबो शंकर

तमिल अभिनेता रोबो शंकर की 46 वर्ष की आयु में मृत्यु का कारण क्या है?

नई दिल्ली,20 सितंबर (युआईटीवी)- लोकप्रिय तमिल अभिनेता और हास्य अभिनेता रोबो शंकर का 18 सितंबर, 2025 को 46 वर्ष की आयु में निधन हो गया,जिससे दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग और उनके प्रशंसक सदमे में हैं। अपनी जीवंत स्क्रीन उपस्थिति और बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग के लिए जाने जाने वाले इस अभिनेता का निधन पीलिया और लीवर फेलियर की जटिलताओं के कारण बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण हुआ।

रिपोर्टों के अनुसार,रोबो शंकर कुछ समय से पीलिया से जूझ रहे थे,जिसके कारण उनका वज़न काफ़ी कम हो गया था और उनके समग्र स्वास्थ्य पर असर पड़ा था। इस हफ़्ते की शुरुआत में उनकी हालत और बिगड़ गई और उन्हें चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहाँ उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया था। चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद,उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया,जिसे डॉक्टरों ने उनकी मृत्यु का तत्काल कारण बताया।

मदुरै में जन्मे रोबो शंकर तमिल फिल्म उद्योग में अपनी पहचान बनाने से पहले एक मिमिक्री कलाकार के रूप में प्रसिद्ध हुए। उनके अनोखे हास्य और दर्शकों से जुड़ने की उनकी स्वाभाविक क्षमता ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई। उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया,जिनमें इधारकुथाने आसाईपट्टई बालाकुमारा,मारी और विश्वसम शामिल हैं,साथ ही कॉमेडी और टॉक शो में अपनी उपस्थिति के माध्यम से टेलीविजन पर भी एक जाना-पहचाना चेहरा बन गए।

उनके असामयिक निधन की खबर से प्रशंसकों,सहकर्मियों और राजनीतिक नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। कई अभिनेताओं और फिल्म निर्माताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें एक बहुमुखी कलाकार के रूप में याद किया,जिन्होंने अनगिनत घरों में खुशियाँ लाईं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और अन्य राजनीतिक हस्तियों ने भी तमिल सिनेमा में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

रोबो शंकर के परिवार में उनकी पत्नी प्रियंका और बेटी इंद्रजा शंकर हैं,जिन्होंने भी फिल्मों में अभिनय किया है। उनके अंतिम संस्कार की तैयारियाँ चेन्नई में की जा रही हैं,जहाँ परिवार,दोस्त और प्रशंसक उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित होंगे।

उनके निधन से तमिल फिल्म उद्योग ने एक जीवंत मनोरंजनकर्ता खो दिया है,जिनकी विरासत उनके द्वारा स्क्रीन पर बनाई गई हँसी और यादों के माध्यम से जीवित रहेगी।