प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@spsinghsainimb1)

जीएसटी सुधारों के बाद पीएम मोदी का बड़ा ऐलान: 2025 में होंगे ऐतिहासिक आर्थिक बदलाव,निवेशकों को भारत में अपार संभावनाओं का न्यौता

ग्रेटर नोएडा,25 सितंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो का उद्घाटन करते हुए देशवासियों को एक बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में हालिया बदलावों के बाद सरकार अब आर्थिक मोर्चे पर और बड़े सुधारों की तैयारी कर रही है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि 2025 में देश को ऐसे व्यापक आर्थिक सुधार देखने को मिलेंगे,जो न केवल कर प्रणाली को सरल और जनहितैषी बनाएँगे,बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने में सहायक होंगे।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद देश की कर व्यवस्था में पारदर्शिता आई और अर्थव्यवस्था की मजबूती के नए द्वार खुले। अब 2025 में होने वाले जीएसटी सुधारों के जरिए इस प्रक्रिया को और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था प्रगति करेगी,वैसे-वैसे आम नागरिकों पर कर का बोझ भी घटेगा और उनकी बचत में बढ़ोतरी होगी। प्रधानमंत्री ने इसे “जीएसटी बचत उत्सव” बताते हुए कहा कि इन सुधारों से इस साल ही देशवासियों के लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए बचेंगे,जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि यह सुधार सिर्फ एक नीति नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और जनता की समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूत बनाएँ। उन्होंने कहा कि भारत आज न केवल अपने लिए,बल्कि पूरी दुनिया के लिए अवसरों का देश बन चुका है। यहाँ की नीतियाँ पारदर्शी हैं,राजनीतिक और लोकतांत्रिक स्थिरता है और सबसे बड़ी बात यह है कि भारत के पास विशाल और युवा कार्यबल है,जो आने वाले समय में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को गति देगा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस और अन्य दलों पर आरोप लगाया कि वे देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले की कांग्रेस सरकार के दौरान टैक्स की लूट मची हुई थी। उस समय जनता की गाढ़ी कमाई पर कई प्रकार से बोझ डाला जाता था। उन्होंने कहा कि न केवल करों की दरें ऊँची थीं,बल्कि लूटे हुए धन में भी भ्रष्टाचार की एक और परत जुड़ जाती थी। मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार आने के बाद टैक्स का बोझ कम हुआ,महँगाई पर काबू पाया गया और आम नागरिकों की आय और बचत दोनों में वृद्धि हुई।

प्रधानमंत्री ने 2014 से पहले की कर व्यवस्था की तुलना वर्तमान से करते हुए कहा कि पहले केवल दो लाख रुपए तक की आय कर मुक्त थी,जबकि आज यह सीमा 12 लाख रुपए तक बढ़ा दी गई है। उन्होंने इसे जनकल्याण और सरकार की संवेदनशीलता का बड़ा उदाहरण बताया। मोदी ने कहा कि टैक्स सुधारों की यह यात्रा यहीं नहीं रुकेगी,बल्कि आने वाले वर्षों में और भी अधिक रियायतें दी जाएँगी,ताकि लोग समृद्ध हों और अर्थव्यवस्था तेजी से प्रगति करे।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने निवेशकों के लिए भी विशेष संदेश दिया। उन्होंने विदेशी कंपनियों को भारत,खासकर उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत आज निवेश की सबसे बड़ी और किफायती डील है। यहाँ का बाजार विशाल है,यहाँ के लोग कुशल और परिश्रमी हैं और यहाँ की नीतियाँ स्थिर एवं दूरदर्शी हैं। मोदी ने कहा कि भारत और उत्तर प्रदेश में निवेश करना सभी कंपनियों के लिए “विन-विन सिचुएशन” है। उन्होंने विश्वास जताया कि विदेशी निवेशक यहाँ आकर न केवल अपने कारोबार को नई ऊँचाई देंगे,बल्कि भारत के विकास के सहभागी भी बनेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि देशवासियों के आशीर्वाद से सुधारों का यह सिलसिला निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य सिर्फ आर्थिक मजबूती तक सीमित नहीं है,बल्कि एक विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश का निर्माण करना है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जब सरकार और जनता मिलकर आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करेंगे,तभी “विकसित भारत” का सपना साकार होगा।

प्रधानमंत्री का यह संबोधन सिर्फ एक कार्यक्रम तक सीमित नहीं रहा,बल्कि यह देश की आर्थिक दिशा को लेकर एक स्पष्ट रोडमैप भी प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह संदेश दिया कि आने वाले समय में सरकार कर प्रणाली को और अधिक सरल बनाएगी और करदाताओं पर से बोझ कम किया जाएगा। साथ ही,उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि सरकार हर उस कदम को उठाएगी,जिससे आम नागरिकों की आय बढ़े और उनकी जीवनशैली बेहतर हो।

कार्यक्रम में मौजूद हजारों उद्यमियों,निवेशकों और प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का स्वागत किया और उनके विजन पर भरोसा जताया। इंटरनेशनल ट्रेड शो के मंच से दिए गए इस संदेश ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब न केवल अपने लिए बल्कि दुनिया के लिए भी आर्थिक अवसरों का केंद्र बनने जा रहा है।

इस पूरे आयोजन ने यह भी दिखाया कि भारत अब विदेशी निवेशकों के लिए सबसे विश्वसनीय गंतव्य बन चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की मजबूती उसकी नीतियों,उसकी स्थिरता और उसकी युवा शक्ति में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी निवेशक अगर अपनी वृद्धि को पंख देना चाहता है,तो भारत से बेहतर कोई स्थान नहीं है।

निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण और उनका भविष्य के लिए विजन देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाला है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सुधारों की यात्रा रुकने वाली नहीं है,बल्कि यह आगे बढ़ती रहेगी। टैक्स सुधारों से लेकर निवेश के अवसरों तक,हर स्तर पर सरकार का उद्देश्य यही है कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाया जाए।

इस कार्यक्रम से निकलने वाला संदेश यही है कि भारत आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है। जीएसटी सुधारों और निवेश की संभावनाओं ने एक नई ऊर्जा पैदा की है। प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश न केवल देशवासियों के लिए आशा और विश्वास की किरण है,बल्कि दुनिया के निवेशकों के लिए भी एक बड़ा अवसर है। आने वाले समय में जब 2025 के सुधार लागू होंगे,तो यह निश्चित है कि भारत की अर्थव्यवस्था और अधिक सशक्त और समृद्ध होगी और “विकसित भारत” का सपना साकार होने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएँगे।