भारतीय महिला क्रिकेट टीम (तस्वीर क्रेडिट@ShahnawazBJP)

महिला वनडे विश्व कप 2025: भारत ने पाकिस्तान को 88 रनों से हराकर टॉप पर की अपनी जगह कायम

कोलंबो ,6 अक्टूबर (युआईटीवी)- भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को महिला वनडे विश्व कप 2025 में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 88 रनों से हराकर दमदार जीत दर्ज की। यह मुकाबला कोलंबो के आर प्रेमदासा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया,जहाँ भारतीय टीम ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया। इस जीत के साथ भारत ने टूर्नामेंट में दो मैचों में चार अंकों के साथ तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया,जबकि पाकिस्तान अपने प्रदर्शन में पिछड़ गई।

मैच की शुरुआत पाकिस्तान के कप्तान द्वारा टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लेने से हुई। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने सभी बल्लेबाजों के संतुलित प्रदर्शन की मदद से 247/10 का मजबूत स्कोर बनाया। भारतीय बल्लेबाजों ने रन बनाने के साथ-साथ संयमित खेल दिखाते हुए पाकिस्तान के गेंदबाजों को अपनी गति से चुनौती दी।

भारत ने अपने सलामी बल्लेबाजों प्रतिका रावल और विश्व नंबर-1 बल्लेबाज स्मृति मंधाना की मदद से मैच में अच्छी शुरुआत की। पहले विकेट के लिए स्मृति और प्रतिका ने 48 रनों की साझेदारी की। मंधाना ने 32 गेंदों में चार चौकों की मदद से 23 रन बनाए,हालाँकि वह जल्दी आउट हो गईं। उनके आउट होने के बाद प्रतिका रावल को हरलीन देओल ने समर्थन दिया और दोनों ने मिलकर टीम के लिए महत्वपूर्ण रन जोड़े। प्रतिका ने पाँच चौकों की मदद से 31 रन बनाए,लेकिन 15वें ओवर में उनका विकेट गिर गया।

कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 19 रन का योगदान दिया,जबकि हरलीन देओल अपने अर्धशतक से चूक गईं। हरलीन ने 65 गेंदों में 46 रन बनाए,जिसमें उन्होंने चार चौके और एक छक्का जड़ा। इसके बाद जेमिमा रॉड्रिग्स और दीप्ति शर्मा ने टीम के मोर्चे को सँभाला। जेमिमा ने पाँच चौकों की मदद से 32 रन बनाए,लेकिन उनका विकेट भी गिर गया। 35वें ओवर तक भारतीय टीम की आधी पारी समाप्त हो चुकी थी।

पारी के अंतिम हिस्से में दीप्ति शर्मा (25) और स्नेहा राणा (20) ने पारी को आगे बढ़ाया। ऋचा घोष ने 20 गेंदों में 35 रन की नाबाद पारी खेली,जिसमें उन्होंने तीन चौके और दो छक्के लगाए। अंततः भारत ने निर्धारित 50 ओवर में 10 विकेट खोकर पाकिस्तान के लिए 248 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तय किया।

पाकिस्तान की ओर से डायना बेग ने चार विकेट लेकर सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन किया। हालाँकि,उनकी कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइनअप इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को पूरा नहीं कर सकी। पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही,जहाँ सलामी बल्लेबाज मुनीबा अली और सदफ शमस रन बनाने में नाकाम रहीं।

भारतीय गेंदबाजों ने अपनी भूमिका को बखूबी निभाया। क्रांति गौड़ ने तीन विकेट चटकाए। उन्होंने सबसे पहले सदफ शमस को आउट किया और उसके बाद आलिया रियाज (2) को भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया। 28वें ओवर में उन्होंने नतालिया परवेज को अपना शिकार बनाया। नतालिया ने सिदरा अमीन के साथ चौथे विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी की,जिसमें उन्होंने 33 रन बनाए।

पाकिस्तान की पारी में सिदरा अमीन ने शानदार अर्धशतक लगाया। उन्होंने 106 गेंदों में 81 रन बनाए,जिसमें नौ चौके और एक छक्का शामिल था। उनका यह प्रदर्शन पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण था,लेकिन टीम के बाकी खिलाड़ियों का कमजोर प्रदर्शन इसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तक पहुँचने से रोक गया। स्नेह राणा ने सिदरा नवाज और सिदरा अमीन को पवेलियन भेजकर भारतीय टीम के प्रदर्शन को और मजबूत किया।

भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान की टीम को 43 ओवर में ऑलआउट कर दिया। इस जीत में दीप्ति शर्मा और क्रांति गौड़ ने तीन-तीन विकेट हासिल किए,जबकि स्नेह राणा ने दो विकेट अपने नाम किए। इस शानदार प्रदर्शन के साथ भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैचों में अपनी 12वीं जीत हासिल की।

भारतीय टीम के लिए यह जीत न केवल अंक तालिका में शीर्ष पर बने रहने का अवसर प्रदान करती है,बल्कि टीम की मनोवैज्ञानिक मजबूती को भी बढ़ाती है। पाकिस्तान जैसी चिर-प्रतिद्वंदी टीम को 88 रनों से हराना भारतीय टीम की सामूहिक ताकत और रणनीतिक कौशल को दर्शाता है। यह जीत टीम के आत्मविश्वास को और बढ़ाने के साथ-साथ आगामी मुकाबलों के लिए सकारात्मक संकेत भी देती है।

विशेष रूप से,भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाइनअप का संतुलन और गेंदबाजों का कड़ा प्रदर्शन टीम की मजबूती को साबित करता है। स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने टीम को अच्छी शुरुआत दी,जबकि हरलीन देओल और ऋचा घोष ने मध्य क्रम में पारी को सँभाला। दीप्ति शर्मा और स्नेहा राणा ने अपने निपुण गेंदबाजी प्रदर्शन से पाकिस्तान की कमर तोड़ दी। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी टीम को सही दिशा में नेतृत्व किया।

इस जीत के साथ भारत का अगला मुकाबला गुरुवार को विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका से होगा। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा,क्योंकि दक्षिण अफ्रीका की टीम भी टूर्नामेंट में मजबूत प्रदर्शन कर रही है। भारतीय टीम की यह जीत न केवल मानसिक रूप से उन्हें मजबूत बनाएगी,बल्कि उनके प्रदर्शन की निरंतरता को भी दर्शाएगी।

विश्व कप में इस जीत के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने यह साबित कर दिया है कि उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग मजबूत हैं। उनके संतुलित प्रदर्शन ने न केवल टीम को अंक तालिका में शीर्ष पर पहुँचाया है,बल्कि प्रतियोगिता में उनके आत्मविश्वास और जीत की संभावना को भी बढ़ाया है। यह जीत दर्शकों और क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी उत्साहजनक है,जो टीम की शानदार रणनीति और प्रदर्शन की सराहना कर रहे हैं।

सारांश के रूप में कहा जा सकता है कि भारत की महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में न केवल शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया,बल्कि गेंदबाजी में भी विपक्षी टीम को पूरी तरह नियंत्रित किया। मैच की रणनीति,खिलाड़ियों की व्यक्तिगत प्रतिभा और टीम की सामूहिक मेहनत ने 88 रनों से जीत सुनिश्चित की। यह जीत भारतीय टीम की टूर्नामेंट में मजबूती को दर्शाती है और आगामी मुकाबलों में उनकी संभावनाओं को और मजबूत करती है।