गोली मारकर की हत्या

अमेरिका के पिट्सबर्ग में भारतीय मूल के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या,मोटेल विवाद में मचा कोहराम

पिट्सबर्ग (अमेरिका),6 अक्टूबर (युआईटीवी)- अमेरिका में एक बार फिर भारतीय मूल के व्यक्ति की हत्या की खबर ने समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। पिट्सबर्ग शहर के रॉबिन्सन टाउनशिप में भारतीय मूल के 51 वर्षीय राकेश एहागाबन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना शुक्रवार दोपहर की है,जब राकेश अपने मोटेल के बाहर मौजूद थे। बताया जा रहा है कि आरोपी स्टेनली यूजीन (37) का एक महिला के साथ मोटेल की पार्किंग को लेकर झगड़ा चल रहा था। उसी दौरान राकेश वहाँ पहुँचे और दोनों के बीच विवाद को शांत कराने की कोशिश की,लेकिन उन्हें इसका खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।

अमेरिकी पुलिस के अनुसार,घटना के समय स्टेनली और महिला के बीच झगड़ा बढ़ गया था। जब राकेश बाहर आए तो उन्होंने शांतिपूर्वक पूछा, “क्या तुम ठीक हो,दोस्त?” इसी प्रश्न से बौखलाए स्टेनली ने अचानक अपनी पिस्तौल निकाली और राकेश के सिर पर नजदीक से गोली दाग दी। गोली लगते ही राकेश मौके पर ही गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पूरी घटना मोटेल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है।

पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची और इलाके को घेर लिया। बताया गया कि जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर भी गोली चला दी,जिससे एक अधिकारी घायल हो गया। हालाँकि,पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए स्टेनली को दबोच लिया और गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार,राकेश को गोली मारने से पहले आरोपी ने अपनी महिला साथी पर भी हमला किया था। महिला काले रंग की सेडान कार में एक बच्चे के साथ बैठी थी,तभी स्टेनली ने उसकी गर्दन में गोली मार दी। गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल महिला किसी तरह अपनी कार लेकर पास के “डिक कर्निक टायर एंड ऑटो सर्विस सेंटर” तक पहुँची। वहाँ के कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और महिला को अस्पताल पहुँचाया गया। उसकी हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है।

रॉबिन्सन टाउनशिप पुलिस के मुताबिक,स्टेनली यूजीन बीते दो हफ्तों से उसी मोटेल में अपनी महिला साथी और बच्चे के साथ रह रहा था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,आरोपी का व्यवहार पिछले कुछ दिनों से असामान्य था और वह कई बार मोटेल स्टाफ से झगड़ चुका था। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जाँच में यह व्यक्तिगत विवाद का मामला प्रतीत होता है,हालाँकि नस्लीय कोण को भी पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है।

राकेश एहागाबन भारतीय मूल के व्यवसायी थे और पिछले कई वर्षों से पिट्सबर्ग में रह रहे थे। उन्होंने अपनी मेहनत से मोटेल व्यवसाय में नाम कमाया था और स्थानीय भारतीय समुदाय में उनका अच्छा सम्मान था। उनकी हत्या की खबर फैलते ही भारतीय मूल के नागरिकों में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय भारतीय संघटनाओं ने इसे “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाली घटना” बताया है और अमेरिका में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है।

इस घटना ने हाल के महीनों में अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाओं को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है। इससे पहले 4 अक्टूबर को टेक्सास में हैदराबाद के छात्र चंद्रशेखर पोल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह एक गैस स्टेशन पर पार्ट-टाइम काम कर रहे थे और डेंटल सर्जरी में मास्टर्स कर रहे थे। उस मामले में भी पुलिस ने एक स्थानीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया था,लेकिन हत्या के कारणों पर अभी तक स्पष्टता नहीं आई है।

इसके अलावा सितंबर में टेक्सास में ही भारतीय मूल के मोटेल मैनेजर चंद्र मौली बॉब की निर्मम हत्या ने भी सबको झकझोर दिया था। आरोपी ने वॉशिंग मशीन को लेकर हुए विवाद के बाद चंद्र मौली का सिर धड़ से अलग कर दिया था। इन लगातार हो रही घटनाओं ने अमेरिकी समाज में बढ़ती हिंसक प्रवृत्तियों और भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पिट्सबर्ग पुलिस विभाग ने राकेश की हत्या के मामले की जाँच शुरू कर दी है। आरोपी स्टेनली यूजीन पर हत्या,हत्या की कोशिश,पुलिस पर हमला और गैरकानूनी हथियार रखने के आरोप लगाए गए हैं। उसे अदालत में पेश किया गया,जहाँ से उसे बिना जमानत के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जाँच अधिकारी अब आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य और उसके पिछले अपराध रिकॉर्ड की भी जाँच कर रहे हैं।

भारतीय दूतावास ने भी इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “हम पिट्सबर्ग में भारतीय मूल के व्यवसायी राकेश एहागाबन की हत्या की खबर से अत्यंत दुखी हैं। हम स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता मिले।”

राकेश के परिवार के सदस्य इस समय सदमे में हैं। सूत्रों के अनुसार,उनके परिजन भारत में रहते हैं और दूतावास उनके शव को भारत लाने की प्रक्रिया में मदद कर रहा है। स्थानीय समुदाय ने राकेश की स्मृति में एक कैंडल मार्च आयोजित करने की घोषणा की है।

अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रवासी समुदाय के बीच चिंता बढ़ती जा रही है। लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने सवाल खड़ा किया है कि क्या अमेरिकी समाज में भारतीयों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं। पिट्सबर्ग में राकेश एहागाबन की हत्या ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया,बल्कि यह भी दिखाया कि किस तरह छोटी-सी बहस या विवाद अमेरिका में भारतीय समुदाय के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।

इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर याद दिलाया है कि विदेशों में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा केवल एक व्यक्तिगत चिंता नहीं,बल्कि एक कूटनीतिक और सामाजिक चुनौती भी बनती जा रही है,जिसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।