तमिलनाडु की राजनीति और सिनेमा जगत से जुड़े चर्चित नेता एवं अभिनेता विजय (तस्वीर क्रेडिट@Yadavshiva_171)

टीवीके प्रमुख विजय के घर बम की धमकी से मचा हड़कंप,जाँच में कॉल फर्जी निकली,पुलिस ने कोने-कोने की तलाशी ली

चेन्नई,9 अक्टूबर (युआईटीवी)- तमिलनाडु की राजनीति और सिनेमा जगत से जुड़े चर्चित नेता एवं अभिनेता विजय एक बार फिर सुरक्षा कारणों से चर्चा में आ गए हैं। गुरुवार सुबह चेन्नई के नीलंकरई स्थित उनके आवास पर बम की धमकी भरा कॉल आने से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। अज्ञात व्यक्ति द्वारा दी गई इस धमकी ने कुछ समय के लिए पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। हालाँकि,पुलिस की त्वरित कार्रवाई और बम निरोधक दस्ते की सघन तलाशी के बाद यह कॉल फर्जी साबित हुआ।

सूत्रों के अनुसार,सुबह करीब साढ़े नौ बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को मोबाइल फोन से संपर्क किया और दावा किया कि विजय के नीलंकरई स्थित आवास में बम लगाया गया है। कॉल करने वाले ने अपनी पहचान छिपाते हुए कुछ सेकंड तक बात की और फिर फोन काट दिया। इसके तुरंत बाद पुलिस नियंत्रण कक्ष में हड़कंप मच गया। मामला गंभीर होने के कारण उच्चाधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया और बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ डॉग स्क्वॉड और स्थानीय थाने की टीम को मौके पर रवाना कर दिया गया।

पुलिस टीम ने कुछ ही मिनटों में विजय के आवास को घेर लिया और इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी। आसपास के क्षेत्रों में यातायात को कुछ समय के लिए रोक दिया गया ताकि जाँच बिना किसी बाधा के पूरी की जा सके। बम निरोधक दस्ते ने घर के हर हिस्से — मुख्य भवन,गार्ड रूम,पार्किंग एरिया और बगीचे की बारीकी से तलाशी ली। इस दौरान स्निफर डॉग्स की भी मदद ली गई। कई घंटों तक चली इस तलाशी के बाद किसी भी प्रकार की विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। अधिकारियों ने पुष्टि की कि कॉल पूरी तरह से झूठा था और किसी तरह का बम नहीं मिला।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जाँच में यह कॉल एक शरारती तत्व द्वारा किया गया प्रतीत होता है। कॉल की उत्पत्ति और कॉलर की पहचान के लिए साइबर क्राइम सेल को जाँच सौंपी गई है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कॉल किस स्थान से किया गया था और उसका उद्देश्य क्या था। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की फर्जी धमकियों को गंभीरता से लिया जाता है,क्योंकि यह न केवल भय और अफरातफरी फैलाने का प्रयास होता है बल्कि सुरक्षा तंत्र को भी गुमराह करने का तरीका है।

यह पहली बार नहीं है,जब विजय को धमकी मिली हो। इससे पहले भी 28 सितंबर को उन्हें धमकी भरा ईमेल भेजा गया था,जिसमें उनके घर पर हमले की बात कही गई थी। उस समय भी पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत कार्रवाई की थी। ईमेल की सूचना मिलते ही विजय के घर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और बम स्क्वॉड को जाँच के लिए बुलाया गया था। उस दौरान भी स्निफर डॉग्स की मदद से पूरे परिसर की तलाशी ली गई थी। कई घंटे चली इस कार्रवाई में किसी भी प्रकार का विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी। बाद में पुलिस ने स्पष्ट किया था कि ईमेल एक धोखा था,जिसे केवल डर फैलाने के लिए भेजा गया था।

उस घटना के बाद से ही विजय की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी,लेकिन अब फिर से धमकी भरा कॉल आने से पुलिस की सतर्कता एक बार फिर परखी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दो हफ्तों में यह दूसरी घटना है,जो इस बात का संकेत है कि किसी समूह या व्यक्ति द्वारा जानबूझकर विजय को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। साइबर सेल ने दोनों घटनाओं के बीच संभावित संबंधों की जाँच शुरू कर दी है।

विजय,जो तमिल सिनेमा के सुपरस्टार होने के साथ-साथ तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) पार्टी के प्रमुख भी हैं,इस समय राज्य की राजनीति में तेजी से उभरते चेहरे के रूप में देखे जा रहे हैं। उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक सक्रियता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही उन्हें “संवेदनशील व्यक्ति” की श्रेणी में रख चुकी हैं। ऐसे में उनके खिलाफ किसी भी तरह की धमकी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि कॉल फर्जी साबित होने के बावजूद जाँच जारी है और दोषी को जल्द पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की हरकतें सख्त कार्रवाई के दायरे में आती हैं और झूठी सूचना देने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 182 और 505 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है, जिसमें जेल की सजा का भी प्रावधान है।

नीलंकरई थाना पुलिस ने बताया कि कॉल की लोकेशन ट्रेस करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और मोबाइल नेटवर्क डेटा के आधार पर आरोपी की पहचान जल्द कर ली जाएगी। साथ ही यह भी जाँच की जा रही है कि धमकी भरा कॉल किसी बड़े समूह या संगठित गिरोह से तो जुड़ा नहीं है।

इस बीच विजय के समर्थकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से उनकी सुरक्षा और बढ़ाने की माँग की है। समर्थकों का कहना है कि यह लगातार होने वाली धमकियाँ राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकती हैं,जिसका उद्देश्य विजय को डराना है।

हालाँकि,पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और विजय की सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा चुके हैं। चेन्नई पुलिस कमिश्नर ने स्वयं इस मामले की निगरानी शुरू कर दी है और उन्होंने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

नीलंकरई में विजय के आवास पर मिली यह फर्जी धमकी एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि सार्वजनिक हस्तियों को निशाना बनाने वाली ऐसी घटनाएँ न केवल सुरक्षा के लिए चुनौती हैं,बल्कि समाज में अस्थिरता फैलाने का एक प्रयास भी हैं। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया और यह साबित हुआ कि तमिलनाडु पुलिस ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।