एलिसा हिली और फोएबे लिचफिल्ड (तस्वीर क्रेडिट@AIRNewsHindi)

महिला विश्व कप 2025 :ऑस्ट्रेलिया की तूफानी जीत,हिली और लिचफिल्ड की विस्फोटक बल्लेबाज़ी से बांग्लादेश ध्वस्त,टीम ने सेमीफाइनल में बनाई जगह

विशाखापत्तनम,17 अक्टूबर (युआईटीवी)- एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए महिला विश्व कप 2025 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया। यह मुकाबला पूरी तरह से ऑस्ट्रेलियाई टीम के दबदबे का गवाह बना,जहाँ कप्तान एलिसा हिली और युवा बल्लेबाज़ फोएबे लिचफिल्ड ने अपनी शानदार पारियों से खेल को एकतरफा बना दिया। बांग्लादेश द्वारा दिए गए 199 रनों के लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 24.5 ओवर में बिना कोई विकेट गंवाए हासिल कर लिया।

बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और उनके बल्लेबाज़ों ने शुरूआत में कुछ हद तक संघर्ष करते हुए विकेट बचाने पर ध्यान दिया। टीम के लिए सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज साबित हुईं सोभना मोस्टारी,जिन्होंने शानदार जुझारूपन दिखाया और 80 गेंदों पर 9 चौकों की मदद से नाबाद 66 रन बनाए। मोस्टारी ने पूरी पारी में संयम बनाए रखा और एक एंकर की भूमिका निभाते हुए यह सुनिश्चित किया कि टीम निर्धारित 50 ओवरों तक टिके। उनके साथ सलामी बल्लेबाज रूबीया हैदर ने भी शानदार सहयोग दिया। हैदर ने 59 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 44 रन की उपयोगी पारी खेली और पहले विकेट के लिए टीम को ठोस शुरुआत दी। हालाँकि,बाकी बल्लेबाज उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।

कप्तान निगार सुल्ताना मात्र 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं,जबकि अनुभवी खिलाड़ी शर्मिन अख्तर 19 रन ही जोड़ सकीं। निचले क्रम की बल्लेबाज़ी पूरी तरह से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने बेबस नज़र आई। अंत में मोस्टारी ने कुछ उपयोगी रन जोड़ते हुए टीम को 50 ओवर में 9 विकेट पर 198 रन तक पहुँचाया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से गेंदबाजी में सामूहिक प्रदर्शन देखने को मिला। एश्ले गार्डनर,एनाबेल सदरलैंड,अलाना किंग और जॉर्जिया वॉरहम ने दो-दो विकेट झटके,जबकि मेगन स्कट ने एक विकेट हासिल किया। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अनुशासित लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश के बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।

199 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए छोटा लग रहा था,लेकिन जिस तरीके से एलिसा हिली और फोएबे लिचफिल्ड ने बल्लेबाजी की,उसने इसे और भी आसान बना दिया। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और बांग्लादेश के गेंदबाजों को पूरी तरह दबाव में ला दिया। हिली ने अपनी पारी की हर गेंद को आत्मविश्वास से खेलते हुए चौकों की बरसात कर दी। उन्होंने केवल 77 गेंदों पर 20 चौकों की मदद से नाबाद 113 रन बनाए। उनकी बल्लेबाज़ी में आक्रामकता और नियंत्रण का शानदार संतुलन दिखाई दिया।

उनके साथ फोएबे लिचफिल्ड ने भी शानदार तालमेल बिठाते हुए नाबाद 84 रन की बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने 72 गेंदों पर 1 छक्का और 12 चौके लगाए। दोनों बल्लेबाजों के बीच बनी 202 रनों की अटूट साझेदारी ने इस मैच को पूरी तरह एकतरफा बना दिया। बांग्लादेश की ओर से कोई भी गेंदबाज ऐसा नहीं था,जो इस जोड़ी को रोक सके। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने हर ओवर में रन की बरसात की और लगभग 25वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है। टीम ने अब तक खेले गए पाँच मैचों में चार जीत हासिल की हैं,जबकि एक मैच बारिश के कारण रद्द हुआ था। कुल 9 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया अंकतालिका में शीर्ष पर पहुँच गई है। दूसरी ओर,बांग्लादेश के लिए यह हार करारी साबित हुई है। पाँच मैचों में टीम को चार हार का सामना करना पड़ा है,जिससे उनके सेमीफाइनल में पहुँचने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई हैं।

ऑस्ट्रेलिया की इस जीत ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्यों उसे महिला क्रिकेट में सबसे मजबूत टीम माना जाता है। एलिसा हिली की कप्तानी में टीम का आत्मविश्वास चरम पर है। उनकी बल्लेबाजी न केवल टीम को मज़बूती देती है,बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। वहीं,फोएबे लिचफिल्ड जैसी युवा बल्लेबाजों का प्रदर्शन यह साबित करता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का भविष्य भी उतना ही उज्जवल है जितना उसका वर्तमान।

बांग्लादेश की टीम के लिए यह हार भले ही निराशाजनक रही हो,लेकिन सोभना मोस्टारी की पारी ने उम्मीद की किरण जगाई है। उनका बल्लेबाजी प्रदर्शन टीम के लिए आने वाले मैचों में एक सकारात्मक संकेत है। अगर बांग्लादेश अपनी गेंदबाजी में सुधार करता है और बल्लेबाज बीच के ओवरों में रन गति बनाए रखने में सफल होते हैं,तो भविष्य में बेहतर नतीजे देखने को मिल सकते हैं।

विशाखापट्टनम के इस मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने हर विभाग में बांग्लादेश को मात दी। गेंदबाजी में अनुशासन,बल्लेबाजी में आक्रामकता और फील्डिंग में सटीकता—इन सभी ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया को एक शानदार जीत दिलाई। हिली और लिचफिल्ड की यह साझेदारी न केवल मैच की,बल्कि पूरे टूर्नामेंट की सबसे यादगार साझेदारियों में से एक बन गई है। सेमीफाइनल में पहुँचने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया की नज़र खिताब जीतने पर टिकी है,जबकि बांग्लादेश को अपने अगले मुकाबले में आत्म-सम्मान की लड़ाई लड़नी होगी।