नई दिल्ली,25 अक्टूबर (युआईटीवी)- टीम इंडिया ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। इस जीत में कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी ने अहम भूमिका निभाई। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर ऐसी साझेदारी की,जिसने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की सारी रणनीति ध्वस्त कर दी। इस मुकाबले ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को पुराने दिनों की याद दिला दी,जब रोहित और कोहली की जोड़ी मैच जिताने की गारंटी हुआ करती थी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शुरुआत तो अच्छी की,लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाई। पूरी टीम 46.4 ओवरों में महज 236 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान मिचेल मार्श और ट्रेविस हेड ने पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े। मार्श ने 41 रन की पारी खेली,जबकि हेड ने 29 रन का योगदान दिया। दोनों के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लड़खड़ा गई।
मध्यक्रम में मैथ्यू शॉर्ट ने 30 रन बनाए,जबकि मैट रेनेशॉ और एलेक्स कैरी ने चौथे विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी कर पारी को संभालने की कोशिश की। रेनेशॉ ने 58 गेंदों में 56 रन की लाजवाब पारी खेली,जिसमें उन्होंने 2 चौके लगाए। वहीं,कैरी 24 रन बनाकर आउट हुए। अंत में कूपर कोनोली ने 23 रन का योगदान देकर स्कोर को 236 तक पहुँचाया,लेकिन कोई भी बल्लेबाज टीम को सम्मानजनक स्कोर तक नहीं ले जा सका।
भारतीय गेंदबाजों ने एकजुट होकर शानदार प्रदर्शन किया। युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने अपने करियर की अब तक की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 39 रन देकर 4 विकेट झटके। उन्होंने अपनी धारदार लाइन और लेंथ से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया। वहीं,वाशिंगटन सुंदर ने अपने स्पिन से विपक्षी बल्लेबाजों को जकड़ते हुए 2 विकेट लिए। उनके अलावा जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ने भी एक-एक सफलता हासिल की।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। शुभमन गिल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने तेज़ी से रन बनाए और पहले विकेट के लिए 10.2 ओवरों में 69 रन की साझेदारी की। शुभमन गिल 24 रन बनाकर आउट हुए,उन्होंने अपनी 26 गेंदों की पारी में एक छक्का और दो चौके जड़े। हालाँकि,उनके आउट होने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और शानदार बल्लेबाजी करते हुए मैच को एकतरफा बना दिया।
रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में अपने पुराने अंदाज में खेलते हुए शानदार नाबाद 121 रन बनाए। उन्होंने 125 गेंदों का सामना करते हुए 13 चौके और 3 छक्के लगाए। उनकी पारी में धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। दूसरी ओर,विराट कोहली ने भी बेहतरीन वापसी की और नाबाद 74 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी 81 गेंदों की पारी में 7 चौके लगाए। दोनों के बीच 169 गेंदों में 168 रन की अटूट साझेदारी हुई,जिसने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह मैच से बाहर कर दिया।
भारत ने 38.3 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया और सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब उसके शीर्ष बल्लेबाज फॉर्म में हों,तो कोई भी टीम उसके सामने टिक नहीं सकती।
गौरतलब है कि इस सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ में खेला गया था,जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे में भारत ने रोमांचक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट से हराकर सीरीज में बराबरी की थी। वहीं,सिडनी में तीसरा वनडे निर्णायक साबित हुआ,जिसमें भारत ने अपने पुराने अंदाज में विपक्षी टीम को पूरी तरह परास्त कर दिया।
रोहित शर्मा के लिए यह जीत खास रही क्योंकि उन्होंने कप्तान के रूप में एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाया। एडिलेड में उन्होंने 73 रन की पारी खेलकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए थे,जबकि सिडनी में 121 रन की नाबाद पारी खेलकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह अब भी भारत के सबसे भरोसेमंद वनडे बल्लेबाजों में से एक हैं।
वहीं,विराट कोहली के लिए यह मैच मानसिक मजबूती की परीक्षा था। सीरीज के पहले दो मैचों में वह ‘डक’ पर आउट हुए थे,जिससे उनकी फॉर्म पर सवाल उठने लगे थे,लेकिन सिडनी के इस मुकाबले में उन्होंने धैर्य,तकनीक और आत्मविश्वास का शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “यह जीत टीम के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। गेंदबाजों ने शुरुआत में ही बढ़त दिलाई और बल्लेबाजों ने उस पर भरोसा कायम रखा। विराट के साथ बल्लेबाजी करना हमेशा खास होता है। हमने तय किया था कि अगर साझेदारी लंबी चली,तो मैच अपने आप हमारे पक्ष में आ जाएगा।”
वहीं,ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श ने हार स्वीकार करते हुए कहा, “हमने शुरुआती विकेट गंवाने के बाद अपनी पकड़ खो दी। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और उनकी बल्लेबाजी हमारी योजनाओं पर भारी पड़ी।”
इस जीत के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर सीरीज जीतकर आगामी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों से पहले अपने आत्मविश्वास को मजबूत किया है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की यह साझेदारी आने वाले महीनों में टीम इंडिया के लिए प्रेरणा बनेगी,क्योंकि इस मैच ने दिखा दिया कि अनुभव और क्लास का कोई विकल्प नहीं होता।

