गुवाहाटी,30 अक्टूबर (युआईटीवी)- गुवाहाटी के बारसापरा क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार को खेले गए महिला वनडे विश्व कप 2025 के पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को 125 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। यह मुकाबला न केवल साउथ अफ्रीका के शानदार प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा,बल्कि तेज गेंदबाज मारिजैन कप्प के ऐतिहासिक रिकॉर्ड के लिए भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बस गया। कप्प ने इस मैच में घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके और महिला वनडे विश्व कप इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बन गईं।
मारिजैन कप्प ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने सात ओवरों के स्पेल में मात्र 20 रन देकर 5 विकेट हासिल किए। इस प्रदर्शन के साथ ही उन्होंने वनडे विश्व कप में कुल 44 विकेट पूरे कर लिए,जो अब तक किसी भी महिला गेंदबाज द्वारा हासिल किया गया सर्वोच्च आँकड़ा है। उन्होंने भारत की महान तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को पीछे छोड़ दिया,जिनके नाम विश्व कप में 43 विकेट दर्ज थे। झूलन ने 2005 से 2022 के बीच 34 मुकाबलों में यह उपलब्धि हासिल की थी,जबकि कप्प ने 2009 से अब तक केवल 30 मैचों में 20.81 की शानदार औसत से 44 विकेट लिए हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया की लिनेट एन फुलर्टन और मेगन शट्ट 39-39 विकेट के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं।
मैच की बात करें तो साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने अपनी कप्तानी पारी से टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका की टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 319 रन बनाए। लौरा ने 143 गेंदों में 4 छक्कों और 20 चौकों की मदद से शानदार 169 रनों की शतकीय पारी खेली। उनकी इस धमाकेदार पारी ने इंग्लिश गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया और टीम के लिए एक विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।
लौरा के अलावा ताजमिन ब्रित्स ने 45 रन और ऑलराउंडर मारिजैन कप्प ने 42 रन का योगदान दिया। इन दोनों खिलाड़ियों ने कप्तान के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई,जिसकी वजह से साउथ अफ्रीका का स्कोर 300 के पार पहुँचा। इंग्लैंड की तरफ से सोफी एक्लेस्टोन सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने 10 ओवरों में 44 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए,जबकि लॉरेन बेल को 2 विकेट मिले।
319 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम शुरुआत से ही दबाव में दिखी। टीम की सलामी बल्लेबाज जल्दी आउट हो गईं और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी आक्रामक थी और मारिजैन कप्प ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप को बिखेर दिया। उन्होंने अपने हर ओवर में इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान किया और सटीक लाइन और लेंथ के दम पर मैच को पूरी तरह साउथ अफ्रीका की झोली में डाल दिया।
इंग्लैंड की ओर से कप्तान नेट साइवर-ब्रंट ने सर्वाधिक 64 रन बनाए। उन्होंने थोड़ी देर तक संघर्ष किया और पारी को संभालने की कोशिश की,लेकिन दूसरे छोर से कोई खास सहयोग नहीं मिल पाया। एलिस कैप्सी ने भी 50 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली,लेकिन उनका योगदान टीम को जीत की ओर नहीं ले जा सका। बाकी बल्लेबाज साउथ अफ्रीका की सटीक गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाए। पूरी टीम 42.3 ओवरों में महज 194 रन पर ढेर हो गई।
साउथ अफ्रीका की ओर से मारिजैन कप्प के अलावा नादिन डी क्लार्क ने भी शानदार गेंदबाजी की और 2 विकेट झटके। वहीं,टीम की फील्डिंग भी शानदार रही,जिसने इंग्लैंड को कोई बड़ा साझेदारी करने का मौका नहीं दिया। इस तरह साउथ अफ्रीका ने यह मुकाबला 125 रनों के विशाल अंतर से जीतकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
मारिजैन कप्प का यह प्रदर्शन क्रिकेट इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है। उन्होंने न केवल इंग्लैंड को सेमीफाइनल में ध्वस्त किया,बल्कि अपने करियर का एक और मील का पत्थर हासिल किया। उनकी गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने मैच के बाद कहा, “कप्प ने आज जिस तरह की गेंदबाजी की,वह अविश्वसनीय थी। वह हमारी टीम की रीढ़ हैं और हर मुश्किल परिस्थिति में टीम को जीत की दिशा देती हैं। उनकी इस उपलब्धि पर हमें गर्व है।”
साउथ अफ्रीका की इस जीत के साथ इंग्लैंड का खिताबी सफर समाप्त हो गया। पिछली बार की उपविजेता रही इंग्लैंड की टीम सेमीफाइनल में अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी। वहीं,साउथ अफ्रीका ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह आज की तारीख में दुनिया की सबसे संतुलित टीमों में से एक है,जहाँ बल्लेबाजी,गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों ही विभागों में मजबूत प्रदर्शन देखने को मिलता है।
अब महिला वनडे विश्व कप 2025 का फाइनल मुकाबला 2 नवंबर को नवी मुंबई में खेला जाएगा,जिसमें साउथ अफ्रीका का सामना भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब इस बड़े मुकाबले पर टिक गई हैं,जहाँ यह देखने की उत्सुकता रहेगी कि क्या साउथ अफ्रीका अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए पहली बार विश्व कप खिताब अपने नाम कर पाएगा या फिर भारत और ऑस्ट्रेलिया में से कोई एक टीम इतिहास दोहराएगी।
गुवाहाटी में खेले गए इस मुकाबले ने यह साफ कर दिया है कि साउथ अफ्रीका की महिला टीम अब किसी भी बड़ी टीम को टक्कर देने में सक्षम है। लौरा वोल्वार्ड्ट की कप्तानी,कप्प की घातक गेंदबाजी और टीम के सामूहिक प्रदर्शन ने इस जीत को ऐतिहासिक बना दिया है। अब पूरी दुनिया की नजरें उस फाइनल पर होंगी,जहाँ साउथ अफ्रीका अपनी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करने के इरादे से मैदान पर उतरेगा।

