नई दिल्ली,10 नवंबर (युआईटीवी)- कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार रात एक बड़ा हादसा टल गया। मुंबई से कोलकाता जा रहे स्पाइसजेट के विमान एसजी 670 को इंजन में तकनीकी खराबी के कारण आपात लैंडिंग करनी पड़ी। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि विमान सुरक्षित रूप से रनवे पर उतारा गया और सभी यात्री व चालक दल के सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं। एयरलाइन ने सोमवार को अपने आधिकारिक बयान में इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि विमान के इंजन में आई अचानक तकनीकी समस्या के बाद पायलट ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से तुरंत इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति माँगी,जिसके बाद विमान को सुरक्षित उतार लिया गया।
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि 9 नवंबर को देर रात मुंबई से कोलकाता जा रही फ्लाइट एसजी 670 ने लैंडिंग से कुछ समय पहले तकनीकी गड़बड़ी की सूचना दी। विमान में कुल 176 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। प्रवक्ता के अनुसार,“रात 11:38 बजे पूरी तरह से आपात स्थिति हटा ली गई और विमान को सुरक्षित घोषित कर दिया गया। सभी यात्री सामान्य रूप से विमान से उतर गए और किसी को कोई चोट नहीं आई।” एयरलाइन ने बताया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत इंजीनियरिंग टीम ने विमान की जाँच की और प्रारंभिक रिपोर्ट में इंजन में अस्थायी तकनीकी समस्या की पुष्टि हुई।
यह पहली बार नहीं है,जब स्पाइसजेट के किसी विमान को तकनीकी खराबी के कारण आपात लैंडिंग करनी पड़ी हो। इससे पहले 12 सितंबर को गुजरात के कांडला एयरपोर्ट से मुंबई जा रहे स्पाइसजेट के क्यू400 विमान ने भी छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सीएसएमआईए) पर इसी तरह की स्थिति का सामना किया था। उस दौरान भी पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए आपात लैंडिंग की थी और विमान सुरक्षित उतारा गया था। उस घटना में भी सभी यात्री और चालक दल के सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे थे।
इन घटनाओं ने एक बार फिर भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। खासकर स्पाइसजेट के बेड़े में आने वाली बार-बार की तकनीकी खामियों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हालाँकि,एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हर उड़ान से पहले विमानों की तकनीकी जाँच की जाती है।
उधर,दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) सिस्टम में आई तकनीकी खराबी के कारण कई उड़ानों में देरी हुई। एयर इंडिया,इंडिगो और स्पाइसजेट सहित प्रमुख एयरलाइनों ने यात्रियों को उड़ान प्रस्थान से पहले अपनी फ्लाइट स्थिति जाँचने की सलाह दी है। एयरलाइनों ने यात्रियों को सूचित किया कि एटीसी सिस्टम में अस्थायी तकनीकी गड़बड़ी के चलते कुछ उड़ानों को रद्द या पुनर्निर्धारित किया गया है। एयरलाइन कंपनियों ने यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए एयरपोर्ट पर अपने ग्राउंड स्टाफ को तैनात किया है।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार,तकनीकी समस्या की पहचान कर ली गई है और कुछ घंटों की मशक्कत के बाद सिस्टम को सामान्य कर दिया गया। अब हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन सामान्य हो चुका है,लेकिन कई विमानों की देरी से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण सुबह से लेकर दोपहर तक उड़ान संचालन प्रभावित रहा,जिसके चलते आने-जाने वाली कई उड़ानों में औसतन 30 से 60 मिनट की देरी हुई।
इस बीच,स्पाइसजेट के सामने आर्थिक मोर्चे पर भी चुनौतियाँ बरकरार हैं। हाल ही में जारी वित्तीय नतीजों के अनुसार,अप्रैल-जून 2025 तिमाही में एयरलाइन को 234 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। यह पिछले साल की इसी तिमाही में दर्ज किए गए 158.18 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ के ठीक विपरीत है। कंपनी ने अपने परिचालन राजस्व में साल-दर-साल लगभग 36 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। एयरलाइन ने इसके पीछे भू-राजनीतिक तनाव और अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में लगे प्रतिबंधों को प्रमुख कारण बताया है,जिसने अंतर्राष्ट्रीय और अवकाश यात्राओं की माँग पर असर डाला है।
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार तकनीकी खामियों,बढ़ती परिचालन लागत और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में आई गिरावट के कारण स्पाइसजेट की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। इसके अलावा,इंडिगो और एयर इंडिया जैसी बड़ी एयरलाइनों के साथ प्रतिस्पर्धा ने भी स्पाइसजेट पर दबाव बढ़ाया है। हालाँकि,कंपनी का कहना है कि वह अपने परिचालन ढाँचे को पुनर्गठित कर रही है और आने वाले महीनों में नई उड़ानों और अंतर्राष्ट्रीय रूटों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
कोलकाता में हुई नवीनतम घटना के बाद विमानन नियामक डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने भी इस मामले में रिपोर्ट माँगी है। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्पाइसजेट को 48 घंटे के भीतर पूरी घटना की तकनीकी रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है। अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जाँच में विमान के इंजन नंबर-2 में तकनीकी खराबी की आशंका है,जिसके चलते पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग का निर्णय लिया।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा को लेकर सख्ती की माँग को तेज कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय एयरलाइनों को अपने बेड़े के रखरखाव,इंजीनियरिंग गुणवत्ता और तकनीकी निरीक्षण प्रक्रिया में और सुधार लाने की जरूरत है ताकि यात्रियों का विश्वास बहाल किया जा सके।
फिलहाल,राहत की बात यह है कि कोलकाता में स्पाइसजेट के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के बावजूद किसी भी यात्री को नुकसान नहीं हुआ। विमान को सुरक्षित उतारने के लिए पायलट की तत्परता और एयरपोर्ट अधिकारियों की कुशलता की सराहना की जा रही है। हालाँकि,यह घटना भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक और चेतावनी साबित हुई है कि सुरक्षा मानकों से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
