मदीना के पास भीषण बस हादसा (तस्वीर क्रेडिट@ErAsadullah)

मदीना के पास भीषण बस हादसा: कई भारतीय उमराह यात्रियों की मौत,सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी

मदीना,17 नवंबर (युआईटीवी)- सऊदी अरब में सोमवार तड़के हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने भारत समेत दुनिया भर में शोक की लहर दौड़ा दी है। मक्का से मदीना जा रही उमराह यात्रियों से भरी एक बस मदीना के पास डीजल टैंकर से टकरा गई,जिसके बाद भीषण आग लग गई। इस हादसे में कई भारतीय यात्रियों के मारे जाने की आशंका है। हालाँकि,आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो यह संकेत दे रहे हैं कि मौतों का आँकड़ा 40 से भी अधिक हो सकता है। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बस आग की लपटों में घिर गई और काले धुएँ का एक बड़ा गुबार आसमान में उठता दिखाई दिया।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है,जिसमें दुर्घटना स्थल पर आग की तेज लपटें और बिखरे हुए वाहन के हिस्से साफ नजर आ रहे हैं। हादसा उस समय हुआ,जब बस मक्का से मदीना की ओर जा रही थी और उमराह करने वाले कई भारतीय यात्री उसमें सवार थे। टैंकर से टक्कर के बाद तुरंत आग लग गई,जिससे बचाव कार्य में भी भारी कठिनाइयाँ आईं। कई लोग बस के भीतर फँसे रह गए,जबकि आसपास मौजूद लोगों ने दमकल के पहुँचने से पहले राहत कार्य की कोशिश की,पर आग इतनी भयंकर थी कि बचाव में बेहद मुश्किलें आईं।

जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि एक 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है,जिससे प्रभावित भारतीय नागरिकों और उनके परिजनों को सहायता दी जा सके। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि मदद के लिए टोल फ्री नंबर 8002440003 जारी किया गया है,जहाँ कोई भी नागरिक संपर्क कर सकता है। इसके साथ ही दूतावास की टीम मौके पर हालात की जानकारी जुटाने और आवश्यक समर्थन देने में लगी हुई है।

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मदीना में भारतीय नागरिकों की मृत्यु की खबर से वे बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास और जेद्दा का वाणिज्य दूतावास दोनों इस दुर्घटना से प्रभावित भारतीयों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। जयशंकर ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

तेलंगाना के कई नागरिक भी इस बस में होने की आशंका जताई जा रही है,जिसके बाद तेलंगाना सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस दुर्घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को नई दिल्ली और सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से निरंतर संपर्क में रहने का निर्देश दिया। राज्य सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे दूतावास के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावित परिवारों की सहायता करें और मृतकों तथा घायलों की पहचान की प्रक्रिया में सहयोग दें।

सऊदी अरब में उमराह के लिए भारत से हर साल बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते हैं और ऐसे हादसों से दोनों देशों के बीच लगातार संवाद और बेहतर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया जाता है। मक्का और मदीना मार्ग पर यह पहला बड़ा हादसा नहीं है,लेकिन इस बार मौतों और नुकसान की गंभीरता ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। हादसे के बाद सऊदी राहत एजेंसियों ने घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया,जहाँ कई की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

स्थानीय प्रशासन ने बस और टैंकर के टकराने के कारणों की जाँच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार और अचानक ब्रेक लगाने से यह हादसा हुआ,लेकिन अधिकारी अभी स्पष्ट बयान जारी करने से बच रहे हैं। बस और टैंकर दोनों पूरी तरह जलकर खाक हो गए,जिससे पहचान की प्रक्रिया भी जटिल हो गई है।

भारत में इस घटना की खबर आते ही कई राज्यों में चिंतित परिजन अपने रिश्तेदारों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। दूतावास द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर बड़ी संख्या में कॉल आ रहे हैं। भारतीय अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएँ नहीं और अपडेट के लिए आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।

यह हादसा न सिर्फ एक बस दुर्घटना है,बल्कि उन परिवारों के लिए एक अपूरणीय क्षति है,जिन्होंने अपने प्रियजनों को उमराह के लिए भेजा था। भारत और सऊदी अरब दोनों के अधिकारी मिलकर राहत और पुनर्वास कार्य को संभाल रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मृतकों और घायलों की आधिकारिक सूची जारी की जाएगी। इस बीच पूरे भारत में इस दुखद दुर्घटना को लेकर संवेदनाओं का माहौल है और देश के कई नेता व सामाजिक संगठन पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।