दुबई एयर शो 2025 (तस्वीर क्रेडिट@SethSanjayMP)

दुबई एयर शो 2025 में भारत-यूएई रक्षा सहयोग को नई गति,रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने की महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक

नई दिल्ली,18 नवंबर (युआईटीवी)- दुबई एयर शो 2025 भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच रक्षा सहयोग को नई मजबूती देने का प्रमुख मंच बन गया है। सोमवार को रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने दुबई में अपने यूएई समकक्ष मोहम्मद मुबारक अल मजरुई के साथ द्विपक्षीय बैठक कर रक्षा साझेदारी को और गहरा करने पर विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने संस्थागत तंत्र को सुदृढ़ करने,रक्षा प्रदर्शनी और अभ्यासों को बढ़ावा देने,प्रशिक्षण सहयोग को गति देने तथा संयुक्त अनुसंधान,सह-विकास और सह-उत्पादन के नए अवसरों पर जोर दिया। भारत और यूएई पहले से ही रणनीतिक साझेदार हैं और इस मुलाकात ने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता जोड़ दी है।

दुबई एयर शो 2025 में संजय सेठ ने इंडिया पवेलियन का उद्घाटन भी किया,जो इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन का केंद्रबिंदु बन गया है। उद्घाटन के समय यूएई में भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल,रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित सतीजा,भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल नरमदेश्वर तिवारी और भारतीय नौसेना के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल समीर सक्सेना सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। यह उपस्थिति न केवल भारत की उच्चस्तरीय भागीदारी को दर्शाती है,बल्कि दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक रिश्तों की निरंतरता को भी रेखांकित करती है।

इंडिया पवेलियन में भारत की रक्षा तकनीक और एयरोस्पेस क्षेत्र में हो रहे नवाचारों का विस्तृत प्रदर्शन किया गया है। यहाँ स्वदेशी लड़ाकू विमानों की उन्नत तकनीक,नई पीढ़ी के रक्षा स्टार्टअप्स के नवाचार,अत्याधुनिक एयरोस्पेस समाधान और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विकसित हो रही तकनीकी शक्ति को प्रस्तुत किया गया है। इंडिया पवेलियन इस बात का प्रतीक है कि भारत केवल रक्षा उपकरणों का उपभोक्ता नहीं रहा,बल्कि अब अत्याधुनिक रक्षा तकनीक का निर्माता और वैश्विक आपूर्तिकर्ता भी बनकर उभर रहा है।

दुबई एयर शो में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने ब्रह्मोस मिसाइल स्टॉल का भी उद्घाटन किया। ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है और इसकी तैनाती क्षमता इसे किसी भी आधुनिक युद्ध प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाती है। यह मिसाइल जहाजों,मोबाइल लॉन्चरों,पनडुब्बियों और लड़ाकू विमानों पर तैनात की जा सकती है। इसकी खासियत यह है कि यह भूमि और समुद्री दोनों लक्ष्यों को सटीकता के साथ निशाना बनाने में सक्षम है। इस बार ब्रह्मोस की उपस्थिति दुबई एयर शो में केंद्र आकर्षण में बनी हुई है और यह भारत की रक्षा शक्ति का वैश्विक प्रदर्शन भी करती है।

इसके अलावा,संजय सेठ ने विस्टा स्टार्टअप जोन का भी दौरा किया,जहाँ भविष्यवादी रक्षा और एयरोस्पेस तकनीक प्रदर्शित की गई है। उन्होंने 15 भारतीय विजेता स्टार्टअप्स से मुलाकात की,जो भारत की तकनीकी क्षमता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इन स्टार्टअप्स के उत्पाद और शोध न केवल रक्षा क्षेत्र में नई संभावनाओं को खोल रहे हैं,बल्कि यह भी प्रमाणित कर रहे हैं कि भारत का निजी स्टार्टअप इकोसिस्टम अब वैश्विक रक्षा उद्योग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है।

दुबई एयर शो 2025 में भारत की उपस्थिति इस बात का भी संकेत है कि देश अब रक्षा निर्यात में तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने हथियार प्रणालियों,मिसाइल तकनीक,ड्रोन, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और रक्षा प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की है। एयर शो में भारतीय वायुसेना भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी,जहाँ लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा। दुबई में यह प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम 17 और 18 नवंबर को आयोजित किया जा रहा है,जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के नेतृत्व वाला उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल कर रहा है।

इस प्रतिनिधिमंडल में रक्षा विभाग,रक्षा उद्योग उत्पादन विभाग,विदेश मंत्रालय और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। भारतीय प्रतिनिधिमंडल की भूमिका केवल प्रदर्शन तक सीमित नहीं है,बल्कि वे दुबई एयर शो के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकों,उद्योग सहयोग वार्ताओं और रणनीतिक चर्चाओं में भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इन वार्ताओं का उद्देश्य भारत की रक्षा उद्योग को वैश्विक बाजार में मजबूत उपस्थिति दिलाना और ऐसे साझेदार ढूँढ़ना है,जिनके साथ सह-विकास और सह-उत्पादन के अवसरों का विस्तार किया जा सके।

भारत-यूएई के बीच हाल के वर्षों में रक्षा संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों देश समुद्री सुरक्षा,आतंकवाद-रोधी अभियान,हवाई क्षेत्र में सहयोग और रक्षा विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में एक-दूसरे के प्रमुख साझेदार बनकर उभरे हैं। यह द्विपक्षीय बैठक इन सहयोगों को और आगे बढ़ाने का अवसर लेकर आई है। विशेष रूप से संयुक्त अनुसंधान और सह-विकास पर जोर देने से यह संकेत मिलता है कि आने वाले समय में भारत और यूएई संयुक्त रूप से नए रक्षा प्लेटफॉर्म और तकनीक विकसित कर सकते हैं।

दुबई एयर शो 2025 भारत के लिए न केवल एक प्रदर्शन मंच है,बल्कि यह वैश्विक रणनीतिक मंच भी है,जहाँ भारत अपनी रक्षा क्षमताओं,तकनीकी श्रेष्ठता और उद्योग शक्ति का परिचय विश्व को दे रहा है। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की सक्रिय भागीदारी और द्विपक्षीय बैठकें भारत की बढ़ती रक्षा कूटनीति की दिशा को दर्शाती हैं। यह कार्यक्रम भारत-यूएई संबंधों को नई दिशा देने के साथ-साथ भारत की रक्षा उद्योग के लिए नए अवसर खोल रहा है और यह संदेश दे रहा है कि भारत अब वैश्विक रक्षा क्षेत्र में एक अहम शक्ति बनकर उभर रहा है।