राँची,1 दिसंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम ने राँची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 17 रन से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की मजबूत बढ़त बना ली। यह मुकाबला शुरुआत से अंत तक रोमांच से भरा रहा,जिसमें भारतीय बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन और गेंदबाजों की उपयोगी गेंदबाजी ने टीम को जीत दिलाई। दूसरी ओर,दक्षिण अफ्रीका ने खराब शुरुआत के बाद शानदार वापसी की कोशिश की,लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने निर्णायक मौकों पर विकेट लेकर मैच का रुख अपने पक्ष में कर लिया।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 349 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। टीम की ओर से सबसे आकर्षक प्रदर्शन रहा विराट कोहली का,जिन्होंने वनडे करियर का 52वां शतक लगाते हुए 135 रन की यादगार पारी खेली। उनकी इस शानदार पारी में पूरी बल्लेबाजी चमक उठी,जिसने इंडिया को मजबूत नींव दी। कोहली ने धैर्य और आक्रामकता के शानदार मिश्रण से मैदान में क्लासिक बल्लेबाजी पेश की और दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
भारतीय कप्तान केएल राहुल ने भी जिम्मेदार पारी खेलते हुए 60 रन बनाए। उनके साथ रोहित शर्मा ने 57 रन का योगदान दिया। दोनों बल्लेबाजों ने पारी को स्थिरता और मजबूती दी,जिसकी वजह से भारतीय टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ती रही। रवींद्र जडेजा ने भी अंतिम ओवरों में तेजी से 32 रन जोड़कर टीम को 350 के करीब पहुँचाया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मार्को जानसेन,नांद्रे बर्गर,कॉर्बिन बोश और बार्टमैन ने 2-2 विकेट लिए। बावजूद इसके,भारतीय बल्लेबाजों ने उन्हें कोई राहत नहीं दी और लगातार रन बनाते हुए दबाव बनाए रखा।
350 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने मात्र 11 रन पर अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों में शानदार लाइन और लेंथ के साथ विपक्षी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया,जिसका फायदा टीम इंडिया को मिला,लेकिन इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने धैर्य नहीं खोया और छोटी-छोटी साझेदारियाँ करते हुए धीरे-धीरे मैच को फिर से संतुलन में ले आए।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से मैथ्यू ब्रिट्ज्के ने 80 गेंदों पर 8 चौकों और 1 छक्के की मदद से 72 रन की संयमित पारी खेली। उनके साथ मार्को जानसेन ने भी 39 गेंद में आक्रामक अंदाज में 70 रन बनाए, जिसमें 3 छक्के और 8 चौके शामिल थे। जानसेन की पारी ने भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाया और मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुँचा दिया। कॉर्बिन बोश ने भी 67 रन की शानदार पारी खेलकर मैच में जान डाल दी। बोश ने 4 छक्के और 5 चौकों की मदद से अपनी टीम को लक्ष्य के करीब पहुँचाने की भरपूर कोशिश की।
पी सुब्रायन और नांद्रे बर्गर ने भी 17-17 रन बनाए और निचले क्रम में अहम योगदान दिया। दक्षिण अफ्रीका के आखिरी दो विकेटों ने 62 रन की साझेदारी करते हुए भारतीय खेमे में चिंता पैदा कर दी थी। ऐसा लग रहा था कि मैच किसी भी दिशा में जा सकता है,लेकिन निर्णायक घड़ी में भारतीय गेंदबाजों ने संयम बनाए रखा और दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम को 49.2 ओवर में 332 रन पर समेट दिया। नतीजा यह रहा कि भारत ने यह मुकाबला 17 रन से अपने नाम कर लिया।
भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो कुलदीप यादव सबसे सफल साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 68 रन देकर 4 विकेट चटकाए और विपक्षी टीम की मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी। हर्षित राणा ने 10 ओवर में 65 रन देकर 3 विकेट लिए,जबकि अर्शदीप सिंह ने भी 10 ओवर में 64 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। ये सभी प्रदर्शन भारत की जीत में निर्णायक रहे।
भारत की इस जीत के साथ टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। दूसरा वनडे 3 दिसंबर को रायपुर में खेला जाएगा,जहाँ भारतीय टीम इस बढ़त को बढ़ाने और सीरीज पर कब्जा जमाने के इरादे से उतरेगी। वहीं दक्षिण अफ्रीका की टीम वापसी कर सीरीज बराबर करने के लिए मैदान में उतरने की कोशिश करेगी। राँची के इस मुकाबले ने क्रिकेट प्रशंसकों को भरपूर रोमांच दिया और एक बार फिर साबित किया कि भारत-साउथ अफ्रीका मुकाबले हमेशा उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धा और उत्साह लेकर आते हैं।

