रायपुर,4 दिसंबर (युआईटीवी)- भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ का दूसरा मुकाबला बुधवार को बेहद रोमांचक अंदाज़ में खेला गया,जिसमें मेहमान साउथ अफ्रीकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को 4 विकेट से मात दी। इस जीत के साथ अफ्रीका ने सीरीज़ को 1-1 से बराबर कर दिया है। टेस्ट सीरीज़ 0-2 से गंवाने के बाद भारतीय टीम ने राँची में पहला वनडे जीतकर शानदार वापसी की थी,लेकिन रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए दूसरे मुकाबले में अफ्रीकी बल्लेबाजों ने दबदबा दिखाते हुए विशाल लक्ष्य को भी हासिल कर लिया। अब सीरीज़ का तीसरा और निर्णायक मुकाबला 6 दिसंबर को विशाखापत्तनम में खेला जाएगा।
बुधवार को टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल जल्द ही पवेलियन लौट गए। रोहित 14 रन बनाकर और जायसवाल 22 रन के निजी स्कोर पर आउट हुए। 62 के कुल स्कोर तक भारत अपने दोनों ओपनर खो चुका था और टीम दबाव में दिखाई दे रही थी,लेकिन इसके बाद मैदान पर आए विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ ने खेल की दिशा को बदलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 156 गेंदों में 195 रनों की शानदार साझेदारी की। यह साझेदारी न केवल भारत को संकट से बाहर लेकर आई,बल्कि टीम को 300 से भी अधिक के विशाल स्कोर की ओर बढ़ाने में मददगार साबित हुई। ऋतुराज गायकवाड़ ने बेहतरीन समय-निर्धारण और क्लीन हिटिंग का प्रदर्शन करते हुए 83 गेंदों में 12 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 105 रन की शतकीय पारी खेली। वहीं,विराट कोहली ने अपने क्लासिक अंदाज़ में 93 गेंदों में 102 रन बनाते हुए अपनी फॉर्म को एक बार फिर साबित किया। कोहली की पारी में 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे। दोनों बल्लेबाजों की शतकीय पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने मध्य ओवरों में बढ़त कायम रखी।
हालाँकि,मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए,लेकिन कप्तान केएल राहुल ने अंत में उपयोगी अर्धशतक लगाते हुए स्कोर को आगे बढ़ाया। राहुल ने तेज़ी से रन बनाते हुए 66 रन की नाबाद पारी खेली। उनके साथ रवींद्र जडेजा ने भी 24 रन बनाकर टीम को 358 के विशाल स्कोर तक पहुँचाने में मदद की। दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 69 रनों की अटूट साझेदारी हुई जिसने भारत के स्कोर को निर्णायक रूप से आगे धकेला।
साउथ अफ्रीका की ओर से गेंदबाजी में मार्को जानसेन सबसे सफल गेंदबाज रहे,जिन्होंने 2 विकेट हासिल किए। लुंगी नगिडी और नंद्रे बर्गर को 1-1 सफलता मिली। हालाँकि,भारतीय बल्लेबाजों ने अफ्रीकी गेंदबाजी पर लगातार दबाव बनाए रखा और 350 से अधिक का लक्ष्य खड़ा कर दिया,जो किसी भी टीम के लिए मुश्किल माना जाता है।
358 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम को शुरुआत में झटका लगा,जब क्विंटन डी कॉक मात्र 8 रन बनाकर आउट हो गए। 26 के कुल स्कोर पर पहला विकेट गिरने के बाद भारतीय गेंदबाजों के पास बढ़त हासिल करने का मौका था,लेकिन कप्तान टेंबा बावुमा और एडेन मार्करम ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी की और भारतीय गेंदबाजी पर दबदबा कायम किया। बावुमा ने 48 गेंदों में 46 रन बनाए और टीम को मजबूती प्रदान की।
इसके बाद मार्करम ने मैथ्यू ब्रीत्जके के साथ तीसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े। मार्करम की पारी लाजवाब रही और उन्होंने 98 गेंदों में 110 रन बनाए,जिसमें 10 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उन्होंने टीम को बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ाया और बल्लेबाजी को स्थिर रखा। मार्करम के आउट होने के बाद ब्रीत्जके ने देवाल्ड ब्रेविस के साथ चौथे विकेट के लिए 92 रनों की महत्त्वपूर्ण साझेदारी की। ब्रेविस ने आक्रामक अंदाज़ दिखाते हुए 34 गेंदों में 54 रन बनाए,जिसमें 6 शानदार चौके शामिल थे।
49वें ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 27 रनों की आवश्यकता थी। इस बीच टोनी टी जोरजी हैमस्ट्रिंग चोट की वजह से रिटायर्ड हर्ट होकर लौट गए। उनकी जगह बल्लेबाजी करने आए केशव महाराज ने कॉर्बिन बॉश के साथ मिलकर मोर्चा सँभाला। दोनों बल्लेबाजों ने बिना किसी घबराहट के लक्ष्य का पीछा जारी रखा और सूझबूझ से रन बटोरते रहे। बॉश ने 26 रन की नाबाद पारी खेली,जबकि महाराज ने 10 रन बनाकर टीम को 49.2 ओवर में लक्ष्य तक पहुँचा दिया।
भारत की ओर से गेंदबाजी में अर्शदीप सिंह और प्रसिद्ध कृष्णा ने 2-2 विकेट चटकाए,जबकि हर्षित राणा और कुलदीप यादव को 1-1 सफलता मिली। हालाँकि,भारतीय गेंदबाजों ने बीच-बीच में विकेट जरूर लिए,लेकिन अफ्रीकी बल्लेबाज लगातार साझेदारी बनाते रहे,जो मैच का निर्णायक कारण साबित हुआ।
इस जीत के साथ सीरीज़ अब 1-1 की बराबरी पर है। तीन वनडे मैचों की सीरीज़ का अंतिम और निर्णायक मुकाबला 6 दिसंबर को विशाखापत्तनम में खेला जाएगा,जहाँ दोनों टीमें सीरीज़ पर कब्जा जमाने के लिए मैदान में उतरेंगी। इसके बाद दोनों देशों के बीच पाँच टी20 मैचों की रोमांचक सीरीज़ की शुरुआत होगी,जिसका इंतज़ार क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से कर रहे हैं।

