नई दिल्ली,4 दिसंबर (युआईटीवी)- देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो इन दिनों गंभीर परिचालन संकट से जूझ रही है। गुरुवार को देश के आठ प्रमुख एयरपोर्ट्स पर तकनीकी दिक्कतों और क्रू मेंबर्स की कमी के कारण इंडिगो की सौ से अधिक उड़ानें या तो रद्द हो गईं या कई घंटों की देरी से चलीं। इस वजह से हजारों यात्री प्रभावित हुए,जिनमें से कई ने हैदराबाद और दिल्ली जैसे बड़े एयरपोर्ट्स पर एयरलाइन कर्मचारियों से नाराजगी जताई और तीखी बहस भी हुई। हैदराबाद एयरपोर्ट पर स्थिति सबसे अधिक तनावपूर्ण दिखाई दी,जहाँ यात्रियों ने गेट पर घंटों बैठकर इंतजार किया और जानकारी न मिलने की शिकायतें उठाईं।
सूत्रों के अनुसार,इंडिगो की समस्याएँ पिछले दो दिनों से लगातार बढ़ रही हैं। केवल गुरुवार को ही बेंगलुरु से 42 उड़ानें,मुंबई से 33,दिल्ली से 38,अहमदाबाद से 25,इंदौर से 11,हैदराबाद से 19,सूरत से 8 और कोलकाता से 10 उड़ानें रद्द या प्रभावित हुईं। दो दिनों में कुल मिलाकर कंपनी की 200 से अधिक उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं,जबकि बड़ी संख्या में उड़ानें घंटों की देरी से चल रही हैं। इससे यात्रियों को न केवल समय की हानि हो रही है,बल्कि उन्हें अपने आगे के कार्यक्रमों में भी बदलाव करना पड़ रहा है।
इस संकट के बीच इंडिगो एयरलाइन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि खराब मौसम,तकनीकी खामियों और स्टाफ से जुड़े नए नियमों के चलते उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा है। एयरलाइन ने कहा कि वह असुविधा के लिए क्षमा चाहती है और दावा किया कि अगले 48 घंटों के भीतर स्थिति को पूरी तरह सामान्य कर लिया जाएगा। हालाँकि,यात्रियों का कहना है कि उन्हें एयरलाइन की तरफ से समय पर जानकारी नहीं दी जा रही,जिससे भ्रम और तनाव बढ़ रहा है।
उधर,यात्रियों की बढ़ती परेशानी और फ्लाइट ऑपरेशन्स में भारी अव्यवस्था को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है। डीजीसीए ने एयरलाइन से यह स्पष्ट करने को कहा है कि उड़ानों में रुकावट कम करने के लिए वह क्या-क्या कदम उठा रही है और यह समस्या इतनी बड़ी संख्या में उड़ानों को क्यों प्रभावित कर रही है। अधिकारियों के बीच गुरुवार को बैठक होनी है,जिसमें एयरलाइन से विस्तृत रिपोर्ट माँगी जाएगी,ताकि स्थिति को जल्द सामान्य किया जा सके।
इस बीच,हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आरजीआईए) ने भी यात्रियों को जानकारी देने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। एयरपोर्ट ने कहा कि कुछ उड़ानों में ऑपरेशनल कारणों से देरी और शेड्यूल में बदलाव हो रहे हैं,लेकिन एयरपोर्ट का संचालन सामान्य बना हुआ है। आरजीआईए ने यात्रियों से अपील की कि वे एयरपोर्ट आने से पहले अपनी-अपनी एयरलाइन से उड़ानों की ताजा स्थिति अवश्य जाँच लें। एयरपोर्ट प्रबंधन ने यह भी बताया कि उसकी टीमें एयरलाइनों के साथ मिलकर यात्रियों को जानकारी देने और व्यवस्था संभालने में लगी हुई हैं।
इंडिगो की फ्लाइट डिसरप्शन का असर न केवल गुरुवार को दिखाई दिया,बल्कि पिछले दो दिनों से लगातार उड़ानों के रद्द होने और देरी का सिलसिला जारी है। बुधवार को विशाखापत्तनम,गोवा,अहमदाबाद,दिल्ली,बेंगलुरु,चेन्नई,मदुरै,हुबली, भोपाल और भुवनेश्वर से आने वाली कई ट्रेनें और फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं। वहीं, दिल्ली,बेंगलुरु,भोपाल और भुवनेश्वर से जाने वाली उड़ानों पर भी असर पड़ा। यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें अचानक फ्लाइट रद्द होने की सूचना मिली,जिससे वे एयरपोर्ट पर फँस गए और कई को वैकल्पिक उड़ानों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
मंगलवार को भी रायपुर,उदयपुर,अहमदाबाद,गोवा और कोयंबटूर से उड़ानें अचानक रद्द कर दी गईं। वहीं,कोलकाता,रायपुर,उदयपुर और विशाखापत्तनम के लिए जाने वाली उड़ानों को भी कैंसिल कर दिया गया। कई उड़ानें तीन से चार घंटे तक देरी से चलीं,जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन के खिलाफ नाराज़गी जताते हुए कहा कि इंडिगो जैसी बड़ी कंपनी से ऐसी अव्यवस्था की उम्मीद नहीं थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की बड़ी संख्या में उड़ानों के एक साथ प्रभावित होने का मतलब है कि एयरलाइन के संचालन सिस्टम में किसी गंभीर गड़बड़ी या कुप्रबंधन की संभावना है। इसके अलावा,नए स्टाफ नियमों को लागू करने की प्रक्रिया भी काफी तनावपूर्ण बताई जा रही है,जो क्रू उपलब्धता को प्रभावित कर रही है। हालाँकि,इंडिगो ने इन मुद्दों पर आधिकारिक तौर पर विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है।
डीजीसीए की कार्रवाई के बाद उम्मीद की जा रही है कि एयरलाइन पर दबाव बढ़ेगा और वह उड़ानों को सामान्य करने के लिए तेजी से कदम उठाएगी,लेकिन तब तक यात्रियों के लिए सलाह यही है कि वे एयरपोर्ट रवाना होने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस अवश्य जाँचें और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक यात्रा विकल्पों पर विचार करें।
देश के सबसे भरोसेमंद एयरलाइन ब्रांड्स में से एक के लिए यह संकट उसकी साख पर असर डाल सकता है,इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि इंडिगो इस समस्या से कितनी जल्दी और कितनी प्रभावी तरीके से बाहर निकल पाती है।

