आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (तस्वीर क्रेडिट@ncbn)

अमरावती में सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू और गौतम अदाणी की अहम मुलाकात: आंध्र प्रदेश में निवेश और अवसंरचना विस्तार पर गहन चर्चा

नई दिल्ली,4 दिसंबर (युआईटीवी)- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) के प्रबंध निदेशक करण अदाणी के साथ मुलाकात की। अमरावती में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक ने राज्य की भावी औद्योगिक योजनाओं और अवसंरचना विकास को नई दिशा देने की संभावनाओं को और मजबूत कर दिया है। सरकार और उद्योग जगत के शीर्ष नेतृत्व के बीच यह संवाद ऐसे समय में हुआ है जब राज्य तेजी से विकास के नए मॉडल की ओर बढ़ रहा है ।

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए बताया कि अदाणी समूह के शीर्ष नेतृत्व से मिलकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हुई। उन्होंने लिखा कि बैठक के दौरान राज्य में चल रही प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं के साथ-साथ भविष्य के निवेश अवसरों पर विस्तृत चर्चा हुई। नायडू के अनुसार,आंध्र प्रदेश आगामी वर्षों में कई रणनीतिक परियोजनाओं के ज़रिए अपने आर्थिक ढाँचे को सुदृढ़ बनाने की दिशा में काम कर रहा है। ऐसे में अदाणी समूह जैसी प्रमुख कंपनियों की भागीदारी राज्य के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

गौरतलब है कि अदाणी समूह पहले से ही आंध्र प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर रहा है। विशेष रूप से बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में समूह की उपस्थिति उल्लेखनीय है, जहाँ एपीएसईजेड देशभर के प्रमुख पोर्ट्स और माल ढुलाई संरचनाओं का संचालन करता है। अमरावती में हुई यह मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है,क्योंकि राज्य सरकार बंदरगाह आधुनिकीकरण,तटीय औद्योगिक कॉरिडोर,शहरी विकास,ऊर्जा उत्पादन और रणनीतिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने की योजना पर काम कर रही है।

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने राज्य की प्राथमिकताओं और संभावित परियोजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसमें नए बंदरगाहों के विकास,मौजूदा पोर्ट्स के विस्तार,औद्योगिक पार्कों की स्थापना,कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सड़क और रेल नेटवर्क निर्माण तथा नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई होगी। चूँकि,अदाणी समूह ऊर्जा क्षेत्र—विशेषकर सौर और पवन ऊर्जा में बड़े प्लान रखता है,इसलिए आंध्र प्रदेश की भूगोल और संसाधनों को देखते हुए यह साझेदारी दोनों के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकती है।

आंध्र प्रदेश सरकार का फोकस इस समय रोजगार सृजन,औद्योगिक निवेश और राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को नई ऊँचाइयों पर ले जाने पर है। चंद्रबाबू नायडू की दूसरी पारी की सरकार विशेष रूप से आर्थिक सुधारों,निवेश-अनुकूल नीतियों और पारदर्शी शासन मॉडल पर जोर दे रही है। ऐसे में अदाणी समूह के साथ संभावित सहयोग न केवल बड़े निवेश लेकर आएगा,बल्कि प्रदेश में हजारों नए रोजगार अवसरों का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।

इस मुलाकात को राज्य की नई विकास यात्रा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। कई विश्लेषकों का मानना है कि यदि इस चर्चा के आधार पर ठोस परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया जाता है,तो आंध्र प्रदेश बुनियादी ढाँचे,औद्योगिक उत्पादन और बंदरगाह विकास के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है। अमरावती को एक आधुनिक राजधानी के रूप में विकसित करने के नायडू सरकार के सपने को साकार करने में भी ऐसे निवेशकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

अदाणी समूह ने भी बीते वर्षों में दक्षिण भारत,विशेषकर तटीय राज्यों में विस्तार की गति तेज की है। समूह की दक्षता और संसाधनों को देखते हुए आंध्र प्रदेश के औद्योगिक कॉरिडोर,पोर्ट-केंद्रित विकास मॉडल और निर्यात-उन्मुख उद्योगों को मजबूत करना काफी हद तक संभव हो सकता है। इस बैठक के बाद उद्योग जगत में यह उम्मीद बढ़ गई है कि जल्द ही राज्य में नई परियोजनाओं और निवेश घोषणाओं का सिलसिला शुरू होगा।

इस मुलाकात का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि इसमें केवल मौजूदा परियोजनाओं की समीक्षा ही नहीं,बल्कि आने वाले वर्षों की रणनीतिक योजना पर भी बात हुई। स्थानीय उद्योगों,कृषि-आधारित प्रोसेसिंग,उच्च-तकनीकी विनिर्माण,नवीकरणीय ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स में गहराई से सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई।

आंध्र प्रदेश के लोग इस मुलाकात को नई उम्मीदों के रूप में देख रहे हैं,क्योंकि राज्य पिछले वर्षों में आर्थिक चुनौतियों का सामना कर चुका है। अब,जब सरकार बड़े निवेशकों को जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है,ऐसे सहयोग राज्य के भविष्य को बदलने की क्षमता रखते हैं।

अमरावती में मुख्यमंत्री नायडू और अदाणी समूह के शीर्ष नेतृत्व के बीच हुई यह मुलाकात विकास की दिशा में एक बड़ा संकेत मानी जा रही है। इसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आने की पूरी उम्मीद है,जो आंध्र प्रदेश को औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं।