सलमान खान (तस्वीर क्रेडिट@Motivational__G)

सलमान खान ने पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया,सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को तीन दिन में कार्रवाई का निर्देश

नई दिल्ली,12 दिसंबर (युआईटीवी)- बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने अपने नाम,तस्वीरों,आवाज और व्यक्तित्व से जुड़े किसी भी प्रकार के कंटेंट के अनधिकृत उपयोग पर रोक लगाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। बीते कुछ समय से सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर उनके नाम और व्यक्तित्व का इस्तेमाल कर बनाए गए कई फर्जी विज्ञापन,फोटो एडिट्स,वीडियो और प्रमोशन तेजी से वायरल हो रहे थे। इन्हीं गतिविधियों पर रोक लगाने और अपने पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सलमान खान ने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया।

मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा ने सोशल मीडिया इंटरमीडियरीज़ को सख्त निर्देश जारी किए। अदालत ने उन्हें सलमान खान की शिकायत को सूचना और प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरीज़ गाइडलाइंस और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम, 2021 के तहत एक औपचारिक शिकायत के रूप में लेने और तीन दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सलमान खान द्वारा साझा किए गए किसी लिंक या कंटेंट पर आपत्ति या तकनीकी समस्या दिखाई देती है,तो उन्हें इसकी जानकारी अभिनेता को देना होगा। अदालत ने यह संकेत भी दिया कि वह इस मामले में शामिल अन्य संस्थाओं पर विस्तृत अंतरिम रोक आदेश भी जारी कर सकती है।

सलमान खान ने अपनी याचिका में कहा कि कुछ संस्थाएँ और कई अनाम व्यक्ति बिना अनुमति उनके फोटो,वीडियो,आवाज और व्यक्तित्व से जुड़े अन्य डिजिटल कंटेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका दावा है कि ऐसा कंटेंट उनकी छवि को नुकसान पहुँचा सकता है,दर्शकों को गुमराह कर सकता है और गलत तरीकों से उनके नाम का आर्थिक लाभ लेने का प्रयास करता है। याचिका में यह भी बताया गया कि गलत जानकारी और फर्जी प्रमोशन में उनका नाम जोड़कर अनेक ऑनलाइन स्कैम और भ्रमक विज्ञापन फैलाए जा रहे हैं,जिन्हें रोकना बेहद आवश्यक है।

यह मुद्दा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही के महीनों में कई बड़ी हस्तियाँ इसी तरह की शिकायतें लेकर अदालत पहुँच चुकी हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन,उनके पति अभिषेक बच्चन और सास जया बच्चन,अभिनेता ऋतिक रोशन,अजय देवगन,फिल्म निर्माता करण जौहर,गायक कुमार सानू,तेलुगु सुपरस्टार अक्किनेनी नागार्जुन,आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर,पत्रकार सुधीर चौधरी और चर्चित पॉडकास्टर राज शामानी ने भी अपने पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए अदालत का सहारा लिया था। इन सभी को दिल्ली हाई कोर्ट ने अंतरिम राहत प्रदान की थी,जिसके बाद कई प्लेटफॉर्म्स को संबंधित सेलिब्रिटीज़ के नाम से जुड़े अनधिकृत पोस्ट और विज्ञापन हटाने पड़े थे।

इसी क्रम में तेलुगु अभिनेता एनटीआर राव जूनियर ने भी अपने पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए हाई कोर्ट का रुख किया है,हालाँकि उनकी याचिका पर कोर्ट का आदेश अभी लंबित है। यह प्रवृत्ति इस ओर संकेत करती है कि डिजिटल युग में सेलिब्रिटीज़ की पहचान,छवि और उनके सार्वजनिक व्यक्तित्व के अधिकारों को लेकर कानूनी जागरूकता तेजी से बढ़ रही है।

भारत में पर्सनैलिटी राइट्स अभी भी एक विकसित होता कानूनी क्षेत्र है,लेकिन विश्वभर में इसे व्यक्तिगत पहचान और पेशेवर सम्मान की सुरक्षा के महत्वपूर्ण अधिकार के रूप में देखा जाता है। सोशल मीडिया और डिजिटल मार्केटिंग के विस्तार ने सेलिब्रिटीज़ की पहचान को एक मूल्यवान ‘डिजिटल एसेट’ बना दिया है,जिसका गलत उपयोग न केवल आर्थिक नुकसान पहुँचाता है,बल्कि उनकी प्रतिष्ठा को भी क्षति पहुँचा सकता है। इसी कारण अब अधिक से अधिक कलाकार अपने पब्लिसिटी और पर्सनैलिटी राइट्स की कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अदालतों का रुख कर रहे हैं।

सलमान खान के मामले में,अदालत का यह निर्देश कि शिकायत पर तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की जाए,इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाता है। इससे सोशल मीडिया इंटरमीडियरीज़ के लिए यह संकेत भी गया है कि उन्हें इस तरह के मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया देनी होगी और किसी भी प्रकार के अनधिकृत या भ्रामक कंटेंट को रोकने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी होगी।

सलमान खान के प्रशंसकों के लिए यह खबर महत्वपूर्ण है क्योंकि बीते महीनों में कई फर्जी विज्ञापनों में उनका नाम इस्तेमाल हुआ,जिनमें निवेश योजनाएँ,स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद,ऑनलाइन गेमिंग और ई-कॉमर्स प्रमोशन शामिल थे। इनमें से कुछ विज्ञापनों में सलमान खान की आवाज़ तक की नकल की गई,जिससे लोगों को यह लगने लगा कि अभिनेता इन उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं।

अदालत में दायर याचिका में सलमान खान ने कहा कि बिना अनुमति कंटेंट का उपयोग पूरी तरह अवैध है और यह उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। उन्होंने अदालत से अनुरोध किया कि ऐसे सभी अनधिकृत पोस्ट,वीडियो और वेबसाइटों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएँ और उन्हें तुरंत हटाया जाए।

अब जब अदालत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को तीन दिनों की समयसीमा दे चुकी है,आने वाले दिनों में कई फर्जी और अनधिकृत कंटेंट हटाए जाने की संभावना है। यह कदम न केवल सलमान खान की छवि की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा,बल्कि यह अन्य सेलिब्रिटीज़ और डिजिटल मीडिया के लिए भी एक मिसाल स्थापित करेगा। इस आदेश के बाद डिजिटल स्पेस में सेलिब्रिटी पहचान और व्यक्तित्व के दुरुपयोग को लेकर अधिक सख्ती देखने की उम्मीद है।