न्यू चंडीगढ़,12 दिसंबर (युआईटीवी)- मुल्लांपुर के महाराज यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 51 रन से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ मेहमान टीम ने पाँच मैचों की टी20 सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। पहले मुकाबले में भारत ने शानदार जीत दर्ज की थी,लेकिन दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने एकतरफा खेल दिखाते हुए भारत को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। मैच में मेहमान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया,जिसके जवाब में भारतीय टीम 162 रन पर ऑल आउट हो गई।
टॉस जीतकर भारतीय कप्तान ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया,लेकिन यह निर्णय दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के सामने फीका पड़ गया। क्विंटन डी कॉक और रीजा हेंड्रिक्स ने आक्रामक शुरुआत की और शुरुआती ओवरों से ही भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। हालाँकि,हेंड्रिक्स केवल 8 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए,मगर डी कॉक ने कप्तान एडेन मार्करम के साथ मिलकर पारी को मजबूती दी। दोनों ने 47 गेंदों में 83 रन की साझेदारी कर टीम को 100 के पार पहुँचा दिया। एडेन मार्करम 29 रन बनाकर आउट हुए,लेकिन तब तक दक्षिण अफ्रीका मजबूत स्थिति में पहुँचा चुका था।
क्विंटन डी कॉक की बल्लेबाजी मैच का सबसे बड़ा आकर्षण रही। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को शुरू से अंत तक परेशान किया और 46 गेंदों में 90 रन की शानदार पारी खेली। उनकी पारी में 7 गगनचुंबी छक्के और 5 चौके शामिल थे। उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट बिखेरे और भारतीय गेंदबाजों को कहीं भी सेट होने का मौका नहीं दिया। जब वे आउट हुए,तब दक्षिण अफ्रीका 16 ओवरों के भीतर 160 रन तक पहुँच चुका था।
अंतिम ओवरों में डोनोवन फेरीरा और डेविड मिलर ने दक्षिण अफ्रीका की पारी को नई ऊँचाई दी। दोनों ने सिर्फ 23 गेंदों में 53 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी कर टीम का स्कोर 213 के पार पहुँचाया। फेरीरा 30 रन बनाकर नाबाद रहे और मिलर ने 20 रन की तेजतर्रार पारी खेली। भारतीय गेंदबाजों में वरुण चक्रवर्ती ने 2 विकेट लिए, अक्षर पटेल ने 1 विकेट चटकाया,जबकि अर्शदीप सिंह का दिन बेहद खराब रहा। उन्होंने एक ओवर में 13 गेंदें फेंककर अनचाहा रिकॉर्ड कायम किया। इस मामले में वे अफगानिस्तान के नवीन-उल-हक के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुँच गए हैं।
214 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम शुरुआत से ही लड़खड़ा गई। कप्तान और ओपनर्स जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए,जिससे टीम पर दबाव बढ़ गया। भारत ने 67 रन तक अपने चार विकेट खो दिए थे और पावरप्ले के बाद टीम का स्कोर बेहद निराशाजनक स्थिति में पहुँच चुका था। ऐसी हालत में तिलक वर्मा ने भारतीय पारी को सँभालने की कोशिश की। उन्होंने हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर पारी को सँभाला और दोनों ने पाँचवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। हार्दिक ने 20 रन बनाए और टीम को थोड़ा थामने का प्रयास किया,लेकिन उनका विकेट गिरते ही भारत की उम्मीदों को एक और झटका लगा।
इसके बाद तिलक वर्मा ने जितेश शर्मा के साथ साझेदारी की और भारत को मुकाबले में बनाए रखने की कोशिश की। दोनों ने मिलकर 39 रन जोड़े। तिलक ने अपनी पारी में उम्दा शॉट्स लगाए और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने 34 गेंदों में 62 रन बनाए,जिसमें 5 शानदार छक्के और 2 चौके शामिल थे। वह एक छोर से संघर्ष करते रहे,लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे,जिसके चलते भारत निर्णायक साझेदारी नहीं बना सका।
जितेश शर्मा ने भी 27 रन की तेज पारी खेली,लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट गिरने से भारतीय टीम मैच की दौड़ से बाहर होती चली गई। 19वें ओवर में तिलक के आउट होते ही भारतीय टीम का संघर्ष भी समाप्त हो गया और 19.1 ओवर में 162 रन पर पूरी टीम सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन करते हुए भारतीय बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा। उनकी गेंदबाजी तेज,सटीक और भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण थी। परिणामस्वरूप भारत लक्ष्य से 51 रन पीछे रह गया।
सीरीज का यह दूसरा मुकाबला न केवल दक्षिण अफ्रीका के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा,बल्कि भारत के लिए कई चिंताओं को भी उजागर कर गया। गेंदबाजी में निरंतरता की कमी,फील्डिंग में कुछ चूकें और बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम का ढह जाना भारतीय टीम के हार के प्रमुख कारण बने। हालाँकि,तिलक वर्मा की पारी ने टीम को राहत जरूर दी,लेकिन अन्य बल्लेबाजों का योगदान न मिल पाना भारत के लिए भारी पड़ा।
पहले वनडे में भारत ने कटक में दक्षिण अफ्रीका को 101 रन से हराया था,लेकिन टी20 सीरीज में मुकाबला बेहद कड़ा है। अब दोनों टीमें 14 दिसंबर को धर्मशाला में सीरीज का तीसरा मैच खेलेंगी,जो निर्णायक साबित हो सकता है। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण होगा,क्योंकि जीत हासिल करने वाली टीम सीरीज में बढ़त बना लेगी। भारतीय टीम अपने शीर्ष क्रम के प्रदर्शन में सुधार के साथ उतरेगी,जबकि दक्षिण अफ्रीका इस जीत से मिले आत्मविश्वास को बनाए रखना चाहेगी।

