नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (तस्वीर क्रेडिट@AIRNewsHindi)

दिल्ली में भारत-नीदरलैंड रिश्तों को नई गति देने पर जोर,जयशंकर और डेविड वैन वील के बीच अहम बातचीत

नई दिल्ली,20 दिसंबर (युआईटीवी)- नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील इन दिनों आधिकारिक यात्रा पर भारत आए हुए हैं और इस दौरे के दौरान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती देने पर खास जोर दिया जा रहा है। शुक्रवार को नई दिल्ली में उनकी मुलाकात भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से हुई,जिसमें व्यापार, रक्षा,तकनीक,जल प्रबंधन और वैश्विक मुद्दों समेत कई अहम विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। यह बैठक ऐसे समय में हुई है,जब भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत निर्णायक चरण में पहुँच रही है और नीदरलैंड को इसमें एक अहम भागीदार के रूप में देखा जा रहा है।

विदेश मंत्रालय की ओर से साझा जानकारी के अनुसार,बैठक की शुरुआत में एस जयशंकर ने डेविड वैन वील का स्वागत करते हुए कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्हें न सिर्फ उनके कुछ सहयोगियों से मिलने का अवसर मिला,बल्कि भारत के अलग-अलग हिस्सों और दोनों देशों के साझा हितों वाले क्षेत्रों को देखने का भी मौका मिला। जयशंकर ने इस संदर्भ में जोहान्सबर्ग में भारत और नीदरलैंड के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बैठक का उल्लेख किया और कहा कि उस बातचीत में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों को और आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी। उन्होंने कहा कि उसी भावना को आगे बढ़ाते हुए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है।

एस जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि भारत नीदरलैंड के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है,न सिर्फ द्विपक्षीय स्तर पर बल्कि यूरोपीय संघ में एक अहम और प्रभावशाली देश के रूप में भी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत और नीदरलैंड के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं,जिनसे सहयोग के नए रास्ते खुले हैं और आपसी विश्वास और मजबूत हुआ है। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत को यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत के इस अहम दौर में नीदरलैंड के समर्थन की उम्मीद है और उसे लेकर भारत आश्वस्त भी है।

बैठक के दौरान भारत-नीदरलैंड के बीच जल क्षेत्र में चल रही रणनीतिक साझेदारी का विशेष रूप से उल्लेख किया गया। जयशंकर ने कहा कि जल प्रबंधन के क्षेत्र में दोनों देशों के अनुभव और तकनीकी विशेषज्ञता एक-दूसरे के पूरक हैं। इसके अलावा कृषि,स्वास्थ्य,विज्ञान और तकनीक तथा शिपिंग जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों का सहयोग काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि अब जब सेमीकंडक्टर जैसे नए और उभरते क्षेत्र सहयोग के दायरे में आ रहे हैं,तो भारत-नीदरलैंड संबंधों की महत्वाकांक्षा को और आगे बढ़ाने की काफी संभावनाएँ हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर,डिजिटल टेक्नोलॉजी,साइबरस्पेस और जैव विज्ञान जैसे क्षेत्रों में भारत नीदरलैंड के साथ और करीबी साझेदारी चाहता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इन क्षेत्रों में सहयोग न सिर्फ आर्थिक दृष्टि से अहम है,बल्कि भविष्य की वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी बेहद जरूरी है। जयशंकर ने अपने डच समकक्ष से वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर नीदरलैंड का नजरिया जानने की इच्छा भी जताई और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर दोनों देशों के बीच समन्वय और संवाद लगातार बढ़ना चाहिए।

बैठक के बाद एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इस मुलाकात की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि नई दिल्ली में नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील से मिलकर उन्हें खुशी हुई। जयशंकर ने कहा कि इस बातचीत के दौरान व्यापार,रक्षा,शिपिंग,जल प्रबंधन,कृषि,स्वास्थ्य और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर सार्थक चर्चा हुई। इसके साथ ही सेमीकंडक्टर,टैलेंट मोबिलिटी और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर भी विचार किया गया।

उन्होंने यह भी लिखा कि दोनों पक्षों ने न सिर्फ द्विपक्षीय मुद्दों पर,बल्कि वैश्विक और क्षेत्रीय चुनौतियों पर भी अपने-अपने विचार साझा किए। जयशंकर ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच करीबी रिश्तों को आगे बढ़ाने और एफटीए को अंतिम रूप देने के लिए नीदरलैंड के समर्थन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले समय में भारत-नीदरलैंड संबंध और अधिक व्यापक और गहरे होंगे।

डेविड वैन वील की यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है,जब भारत यूरोप के साथ अपने आर्थिक और रणनीतिक रिश्तों को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है। नीदरलैंड,जो तकनीक,नवाचार,जल प्रबंधन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी माना जाता है,भारत के लिए एक अहम साझेदार है। वहीं,भारत भी अपने विशाल बाजार,तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और तकनीकी क्षमता के चलते नीदरलैंड के लिए आकर्षक भागीदार बनता जा रहा है।

जयशंकर और डेविड वैन वील की यह मुलाकात भारत-नीदरलैंड रिश्तों को नई दिशा देने वाली मानी जा रही है। दोनों देशों ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वे पारंपरिक सहयोग के साथ-साथ नए और उभरते क्षेत्रों में भी साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं। यह दौरा न सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देगा,बल्कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापक सहयोग को भी नई गति प्रदान कर सकता है।