नई दिल्ली,22 दिसंबर (युआईटीवी)- महाराष्ट्र में नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों के नतीजों ने राज्य की राजनीति में सत्तारूढ़ महायुति को बड़ी मजबूती दी है। इन चुनावों में महायुति को मिले प्रचंड जनसमर्थन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुशी जताई है और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस,उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे,उपमुख्यमंत्री अजित पवार समेत एनडीए गठबंधन के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई व शुभकामनाएँ दी हैं। अमित शाह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकारों के विकास एवं जनकल्याण के विजन पर जनता के भरोसे और आशीर्वाद का प्रतीक बताया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए लिखा कि महाराष्ट्र नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में महायुति को प्रचंड समर्थन देने के लिए प्रदेश की जनता का आभार। उन्होंने कहा कि यह विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर जनता की मुहर है। अमित शाह ने इस जीत के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस,उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे,उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनडीए के सभी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएँ दीं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा को सबसे अधिक सीटें मिलने पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रविंद्र उर्फ रवि दादा चव्हाण और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से बधाई दी।
नगर निकाय चुनावों के नतीजों को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में उत्साह का माहौल है। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को दावा किया कि नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में अध्यक्ष पदों और अन्य महत्वपूर्ण पदों पर सबसे अधिक जीत हासिल कर उसने सभी राजनीतिक दलों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। भाजपा का कहना है कि मतदाताओं ने विकास के एजेंडे के पक्ष में मतदान करते हुए विपक्ष द्वारा फैलाए गए ‘झूठे नैरेटिव’ को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। पार्टी नेताओं का मानना है कि ये नतीजे जनता के बीच सरकार के कामकाज की स्वीकार्यता और भरोसे को दर्शाते हैं।
गौरतलब है कि राज्य की 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए मतदान दो चरणों में संपन्न हुआ था। पहला चरण 2 दिसंबर को और दूसरा चरण 20 दिसंबर को आयोजित किया गया था। इसके बाद रविवार को मतगणना हुई। दोपहर 1:44 बजे तक जारी आँकड़ों के मुताबिक,भाजपा ने दावा किया कि उसने अब तक 129 सीटों पर जीत हासिल कर ली है,जबकि कई स्थानों पर मतगणना अभी भी जारी थी। पार्टी का कहना है कि अंतिम परिणामों में यह आँकड़ा और बढ़ सकता है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने चुनावी नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनावों में निर्णायक जनादेश मिलने के बाद पार्टी का ध्यान अब मुंबई पर केंद्रित होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन नतीजों से यह संदेश गया है कि जनता विकास,स्थिरता और सुशासन के साथ खड़ी है। चव्हाण ने कहा कि मतदाताओं ने विपक्ष के झूठे नैरेटिव और निराधार आरोपों को नकार दिया है और सच्चाई को समझते हुए भाजपा और उसके सहयोगियों के पक्ष में मतदान किया है।
मुंबई स्थित भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रविंद्र चव्हाण ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार और गठबंधन के खिलाफ हर तरह के आरोप लगाए,लेकिन जनता ने उनकी बातों पर भरोसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि ये नतीजे इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि राज्य की जनता किस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। चव्हाण के मुताबिक,यह जनादेश प्रगति और विकास के लिए एक मजबूत समर्थन है और भाजपा तथा उसके सहयोगी दल जनता की उच्च अपेक्षाओं पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
रविंद्र चव्हाण ने दावा किया कि महायुति ने कुल 288 में से 250 से अधिक नगर परिषदों,नगर पंचायतों और अन्य स्थानीय निकायों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा,भाजपा के उम्मीदवारों ने 236 परिषद प्रमुख पदों में से 134 पर कब्जा जमाया है और 3,000 से अधिक पार्षद सीटों पर भी पार्टी ने जीत दर्ज की है। पार्टी का कहना है कि ये आँकड़ें यह दिखाते हैं कि शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी भाजपा और महायुति की पकड़ लगातार मजबूत हो रही है।
इन नतीजों को आने वाले राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है। स्थानीय निकाय चुनावों में मिली सफलता को भाजपा और महायुति भविष्य की चुनावी रणनीति की मजबूत नींव के रूप में देख रहे हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि इन नतीजों से न केवल संगठन का मनोबल बढ़ा है,बल्कि यह भी साफ हुआ है कि जनता विकास कार्यों,बुनियादी सुविधाओं और स्थिर सरकार के पक्ष में है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार,नगर निकाय चुनावों के नतीजे अक्सर राज्य की जमीनी राजनीति की दिशा को दर्शाते हैं। महाराष्ट्र में महायुति को मिली यह सफलता विपक्ष के लिए भी एक बड़ा संकेत है कि केवल आरोपों और नैरेटिव के सहारे जनता का विश्वास नहीं जीता जा सकता। इसके उलट,विकास कार्यों और शासन की विश्वसनीयता ही मतदाताओं के फैसले को प्रभावित करती है।
महाराष्ट्र नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में महायुति की जीत ने राज्य की राजनीति में सत्तारूढ़ गठबंधन को नई ऊर्जा दी है। अमित शाह से लेकर राज्य के शीर्ष नेताओं तक ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे विकास और जनकल्याण के एजेंडे की जीत बताया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह जनादेश राज्य और देश की राजनीति पर किस तरह का असर डालता है और महायुति इस भरोसे को किस तरह आगे बढ़ाती है।
