पटना, 6 दिसम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान खुलासा किया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत बिहार में केवल 22 लोगों का कोविड-19 के लिए इलाज किया गया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान आयुष्मान भारत योजना कार्ड का उपयोग करके 8.29 लाख लोगों ने इलाज कराया, लेकिन योजना के तहत बिहार के केवल 22 लोगों ने इलाज का लाभ उठाया।
आयुष्मान भारत योजना देश के गरीब लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने की नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है।
बिहार में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई, लेकिन राज्य सरकार ने मौत के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है।
नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य का स्वास्थ्य ढांचा सबसे नीचे है।